16 वीं सदी में रामचंद्र नायकर द्वारा बनाया गया नमक्कल दुर्गम किला, नमगिरी पहाड़ी के ऊपर स्थित है। इस किले में एक खंड़ित प्राचीन विष्णु मंदिर भी मौजूद है। नमक्कल दुर्गम किला डेढ़ एकड़ के क्षेत्र में फैला है। किले तक पहुंचने के लिए इसकी दक्षिणि पश्चिमी दिशा में तंग...
कोलिप्पट्टी मुरुगन मंदिर नमक्कल से करीब 3 किमी दूर स्थित है। यह तिरुरइयर के मार्ग पर स्थित है। एक छोटी सी पहाड़ी पर स्थित, कोलिप्पट्टी मुरुगन मंदिर तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के बीच एक आकर्षण है। आपको इस पुराने और राजसी मंदिर के दर्शन करने की कोशिश करनी चाहिए।
तिरुचेंगोडु अर्द्धनारेश्वर मंदिर, नमक्कल का एक प्रसिद्ध आकर्षण है। भगवान शिव के उभयलिंगी रुप को समर्पित यह मंदिर एक पहाडी की चोटी पर 900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। अर्द्धनारेश्वर भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती या शक्ति का एक रुप है जो पुरुष और महिला की शक्ति के...
नैना मलाई नमक्कल शहर से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक छोटी सी पहाड़ी है। नैना मलाई पहाड़ी थिरुमलाईपट्टी गांव के करीब स्थित है। आप इस स्थान तक सेन्ड़ामंगलम से भी पहुंच सकते हैं, जो 2 किमी की दूरी पर स्थित है। नैना मलाई पहाड़ी की चोटी पर स्वामी वेंकटजलपति का एक...
पहाड़ी की तलहटी पर स्थित भगवान नृसिंह मंदिर इस क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। आदियमन वंश के राजा गुनाशील द्वारा बनाए गए, इस प्राचीन मंदिर में चट्टान को कोटकर बनाई गई भगवान नृसिंह की मूर्ति स्थापित है। यह तीर्थयात्रियों के लिए इस क्षेत्र के सबसे...
Muthugapatty Periya Swamy Temple is located at the bottom of the famous Kolli Hills. The temple is one of the most popular tourist sites in this region. The temple is dedicated to the God of farmers. The idol of the God of this temple is situated in the open space...
अंजनियर मंदिर तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए एक देखने योग्य स्थान है। लगभग 1500 साल पुराना, यह प्राचीन मंदिर नमक्कल किले के नीचे स्थित है। यह नृसिंह मंदिर के सन्मुख लगभग 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर में स्थित भगवान अंजनियर की मूर्ति इसका मुख्य आकर्षण...
रॉक किला पहाड़ी की चोटी पर स्थित एक आश्रय स्थल है। इस रॉक किले के शिखर तक पहुंचने में आधे घंटा का समय लगता है और इसकी चढ़ाई थोड़ी सी मुश्किल भरी हो सकती है। यह सबसे लोकप्रिय किलों में से एक है और इसे देश के सबसे सुरक्षित किलों में से एक के रुप में माना जाता है। यह...
तातगिरी मुरुगन मंदिर नमक्कल से 10 किमी दूर मुतुगपट्टी के मार्ग पर स्थित है। तातगिरी मुरुगन मंदिर एक छोटी सी पहाडी पर बनाया गया है। कहा जाता है कि अक्सर किरुपानंदा वैरियर शांति और चैन की खोज में इस मंदिर में आते थे।