कहते है कि 'जहां चाह है वही राह है'... कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है 6 ट्रेकरों की एक टीम ने। दरअसल, अभिषेक पंवार पेशे से एक गाइड है और एक ट्रेकर भी, जिन्होंने अपने पांच साथियों के साथ मिलकर रूद्रप्रयाग जिले में चढ़ाई के दौरान एक बेहद ही खूबसूरत झील की खोज की, फिर वापस गढ़वाल आने के बाद अपने दोस्तों के साथ इसके बारे में साझा भी किया। ऐसे में अब झील पर्यटकों के बीच खासा फेमस हो रहा है।
बेहद आकर्षक है वर्जिन झील
इस झील को वर्जिन झील के नाम से जाना जा रहा है। बताया जा रहा है कि ये झील बेहद आकर्षक और काफी सुंदर है, जिसे देखने के बाद सभी एक ही बात कहेंगे कि वाकई में उत्तराखंड किसी स्वर्ग से कम नहीं है। इस झील की चौड़ाई 155 मीटर और लंबाई 160 मीटर के आसपास है। ये झील इतनी साफ है कि एकदम क्रिस्टल की तरह दिखाई पड़ रही है।
6 दिन लगे झील तक पहुंचने में
ट्रेकरों का कहना है कि ये खोज इतनी आसाना नहीं है, बेहद मुश्किल रास्तों और कठिनाईयों से होकर गुजरना पड़ा और झील तक पहुंचने में करीब 6 दिन लग गए। इन ट्रेकरों ने अपना बेस कैम्प मदमाहेश्वर को बनाया था। इस बीच, जिला विभाग पर्यटन अधिकारियों का कहना है कि वे पहले से ही झील के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहे थे। इसमें तकरीबन एक साल का लंबा वक्त लगा।
झील के आसपास का आकर्षण
झील तक पहुंचने के बाद आपको ऐसा मालूम होगा जैसे कि आप किसी दूसरे दुनिया में पहुंच गए हो। यहां आसपास का नजारा किसी भी पर्यटक को मंत्रमुग्ध कर सकता है। इसे देखने के बाद मानिए ऐसा लगेगा, जैसे ये जमीन पर नहीं बल्कि बादलों के बीच अपना आशियाना बनाकर निवास कर रही हो।