अयोध्या में बन रहा राम मंदिर काफी भव्य तरीके से बनाया जा रहा है, जिसको लेकर देश ही नहीं बल्कि विदेशों के लोग आस लगाए बैठे हैं कि कब प्रभु के दर्शन होंगे। लेकिन इस बीच इस मंदिर को लेकर एक और खास बात जुड़ने वाली है और वो है यहां का मार्ग। नहीं समझें तो हम आपको बता रहे हैं...
दरअसल, राम मंदिर के निर्माण के साथ अयोध्या की पावन भूमि पर आने वाले भक्तों की सुविधाओं का भी खास ख्याल रखा जा रहा है। ऐसे में वहां का काम भी काफी तेजी से चल रहा है। इसी क्रम में राम मंदिर पहुंचने के लिए तीनों मार्गों को अब काशी मॉडल पर तैयार किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन को 120 करोड़ रुपये की धनराशि भी आवंटित कर दी गई है। यानी कि प्रभु के दरबार में दर्शन के बाद आप इन रास्तों पर अब खरीददारी भी कर सकेंगे और साथ ही कलरफुल स्ट्रीट का आनंद भी उठा सकेंगे।
मार्गों के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू
ऐसा कहा जा रहा है कि बहुत जल्द ही इन तीनों मार्गों को विकसित करने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। प्रभु श्रीराम के दरबार में पहुंचाने वाले तीनों मार्गों को रामपथ, जन्मभूमि पथ व भक्ति पथ के रूप में विकसित किया जाना है। इसके लिए सहादतगंज-नया घाट वाले रास्ते को रामपथ, सुग्रीव किला से रामजन्मभूमि वाले रास्ते को जन्मभूमि पथ और श्रृंगारहाट से श्रीरामजन्मभूमि वाले रास्ते को भक्ति पथ का नाम दिया गया है।
पहले ही मिल चुका है जमीन अधिग्रहण के लिए 190 करोड़
दरअसल, रामलला के दरबार में भक्तों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। ऐसे में भक्तों के लिए सुविधाओं को देखते हुए इन मार्गों को विकसित करने का फैसला लिया गया है। इतना ही नहीं, 13 किमी. लंबे रामपथ वाले रास्ते के निर्माण के लिए प्रशासन को 100 करोड़ मिले हैं। और तो और इस मार्ग पर जमीन अधिग्रहण और मुआवजा के लिए 190 करोड़ पहले ही दिए जा चुके हैं। इसी प्रकार, 2 किमी. वाले जन्मभूमि पथ के लिए 11 करोड़ और 750 मीटर वाले भक्ति पथ के लिए 9 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इन मार्गों पर भक्तों को मिलने वाली सुविधाओं में पैदल मार्ग, बस शेल्टर, बस स्टॉप, ई-टॉयलेट और बैठने के लिए बेंच होगी।
जल्द शुरू होगा फेज-2 के रनवे का काम
साथ ही अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण के लिए भी काम काफी तेजी से चल रहा है। माना जा रहा है कि रनवे का काम 40 फीसदी पूरा हो चुका है, जो दिसंबर 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है। वहीं, फेज-2 और फेज-3 के लिए भी जमीन अधिग्रहण का काम लगभग पूरा हो चुका है, अब जल्द ही एयरपोर्ट के फेज-2 का भी काम शुरू होने की संभावना है।
116 करोड़ की लागत से बन रहा रनवे
इस एयरपोर्ट का नाम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखा गया है, जिसके रनवे का काम बैंगलोर के विशाल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को सौंपा गया है, जो फरवरी 2022 में शुरू कर दिया गया था। इस एयरपोर्ट के प्रोजेक्ट इंजार्ज राजीव कुलश्रेष्ठ है, जिनका कहना है कि ATR-72 और Q 400- बोर्डियर एयरक्राफ्ट के लिए 2,250 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे बनाया जा रहा है, जिस पर कुल मिलाकर 116 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके साथ ही 77.30 करोड़ रुपये की लागत से टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है, जिसका निर्माण कार्य मार्च 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा।