अमरनाथ धाम की यात्रा बीते 30 जून को शुरू हुई थी, जो अगले 43 दिनों तक चलने वाली है। लेकिन बीते शुक्रवार को अचानक से बाबा बर्फानी के धाम में प्राकृतिक आपदा देखने को मिली। इस हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 37 लोग लापता हो गए थे। इनमें करीब 35 तार्थयात्री सुरक्षित अपने घर पहुंच चुके हैं। जबकि अभी भी दो लापता लोगों की तलाश जारी है।
दरअसल, शुक्रवार की शाम बादल फटने के चलते पानी पहाड़ से होते हुए सीधे शिविरों तक आ गया था, जिससे काफी भगदड़ भी मच गई थी। हालांकि, मौके पर पहले से ही एनडीआरएफ की टीम तैनात थी और तत्काल रूप से बचाव कार्य भी शुरू कर दिया गया। इसके बाद भारतीय सेना के जवानों ने भी मोर्चा संभाला और करीब 35 लापता हुए लोगों को सही सलामत रेस्क्यू किया गया, जिन्हें घर भेज दिया गया है। फिलहाल, स्थिति पहले से सामान्य हो गई है और कल यानी सोमवार से ही दर्शनार्थियों के लिए बाबा के कपाट खुल गए हैं और भक्त हाजिरी लगाने बाबा के दरबार तक जाने लगे है।
बालटाल रास्ता अब भी बंद
बाबा के दरबार तक पहुंचने के लिए दो रास्ते हैं- पहलगाम और बालटाल। पहलगाम वाले रास्ते से सोमवार को करीब 4000 श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए भेजा गया। जबकि बालटाल का रास्ता अब भी बंद है। सेना द्वारा बालटाल वाले रास्ते पर भी सफाई व राहत कार्य जारी है, जिससे आज या बुधवार तक में बालटाल वाला रास्ता भी शुरू कर दिया जाएगा।