गूगल मैप्स की ओर से दो स्थानीय कंपनियों के साथ साझेदारी के बाद भारत के 10 शहरों में अपनी स्ट्रीट व्यू सेवा शुरुआत की गई है। इससे उन शहरों के सड़कों और अन्य साइटों की मनोरम छवियों को देखा जा सकेगा। हालांकि, केंद्र सरकारी की ओर से सुरक्षा कारणों को देखते हुए पहले इसकी इजाजत नहीं दी गई थी।
गूगल ने अपने दिए गए बयान में कहा है कि स्ट्रीट व्यू सेवा की शुरुआत जेनेसिस इंटरनेशनल और टेक महिंद्रा के साथ साझेदारी में लॉन्च किया जा रहा है। अब गूगल के मानचित्र पर सड़कों के मनोरम दृश्य उपलब्ध होंगे। इसमें ताजा इमेजरी के साथ भारत के 10 शहरों- बैंगलोर, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, नासिक, वडोदरा, अहमदनगर और अमृतसर, में करीब डेढ लाख किमी. से अधिक की दूरी तय की जाएगी।
50 से अधिक शहरों में विस्तार करने की योजना
गूगल ने जेनेसिस इंटरनेशनल और टेक महिंद्रा के साथ मिलकर साल के अंत तक 50 से अधिक शहरों में इसे विस्तार करने की योजना बनाई है। यह दुनिया में पहली बार हुआ है कि स्ट्रीट व्यू सेवा को स्थानीय भागीदारों द्वारा पूरी तरह से जीवन में लाया जा रहा है। इसके अलावा गूगल मैप्स अब ट्रैफ़िक अधिकारियों द्वारा साझा किए गए गति सीमा डेटा को बैंगलोर से शुरू करके दिखाएगा। इसके लिए गूगल ने ट्रैफिक लाइट के समय को बेहतर ढंग से अनुकूलित करने वाले मॉडल वितरित करने के दिशा में अपने प्रयासों के लिए बैंगलोर ट्रैफिक पुलिस के साथ अपनी साझेदारी की भी घोषणा की है।
कोलकाता और हैदराबाद में भी होगा विस्तार
इसके साथ ही बयान में कहा गया है कि यह स्थानीय यातायात प्राधिकरण को प्रमुख चौराहों पर सड़क की भीड़ का प्रबंधन करने में मदद कर रहा है और धीरे-धीरे पूरे शहर में भी काम करने लगेगा। अब गूगल स्थानीय यातायात अधिकारियों के साथ साझेदारी में कोलकाता और हैदराबाद में भी इसका विस्तार करेगा।
जेनेसिस इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक साजिद मलिक ने कहा, "हम भारत के सभी प्रमुख शहरों की स्ट्रीट इमेजिंग करने वाली पहली भारतीय फर्म हो सकते हैं। इसके लिए पूरी टीम तेजी से भारतीय शहरों की तस्वीरें ले रही है, जो हमारे शहर की सड़कों की अद्भुत टेपेस्ट्री (कपड़ों पर की गई कारीगरी) को जीवंत कर रहा है। इसके चलते हम अपने आसपास के जगहों पर जाने और वहां की यात्रा करने में मदद करेगा।"
एपीआई स्थानीय डेवलपर्स के लिए उपलब्ध होंगी स्ट्रीट व्यू सेवा
स्ट्रीट व्यू एपीआई स्थानीय डेवलपर्स के लिए भी उपलब्ध होंगे, जिससे वे अपनी सेवाओं में बेहतर मैपिंग अनुभव प्रदान कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त, गूगल ने वायु गुणवत्ता की जानकारी प्रदान करने के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के साथ अपने सहयोग की घोषणा की। यह जानकारी उनके मैप्स ऐप में ऊपर दाईं ओर स्थित 'लेयर्स' बटन को टैप करके और 'एयर क्वालिटी' विकल्प को चुनकर एक्सेस की जा सकती है।