श्रीलंका, भारत का पड़ोसी देश है, जो पर्यटन के लिहाज से भी काफी अच्छा देश माना जाता है। इस देश में यूनेस्को के 8 वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स भी मौजूद है, जो इसे और भी खूबसूरत बना देता है। यहां के बीच विदेशी पर्यटकों को खूब भांति है। लेकिन इस बीच श्रीलंका काफी आर्थिक संकटों से घिरा हुआ है। अब आर्थिक तंगहाली से उभरने के लिए श्रीलंका ने भारतीय पर्यटकों को लुभाने के लिए एक कदम उठाने जा रहा है। इसके लिए श्रीलंका की ओर से भारत में पांच अलग-अलग शहरों में रोड शो आयोजित किया जाएगा।
भारतीय पर्यटकों को लुभाने का प्रयास
कोरोना महामारी ने देश की कमर एकदम तोड़ कर रख दी है। इसके चलते देश में पर्यटन का नाम तक मिट गया है, अब इसे फिर से पटरी पर लाने के लिए श्रीलंका के पर्यटन मंत्री हरिन फर्नांडो ने बुधवार को कहा कि देश विदेशी मु्द्रा के चलते काफी संकट से जूझ रहा है। इसके चलते आवश्यक वस्तुओं का आयात करने में भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इसीलिए सरकार, भारतीय पर्यटकों को लुभाने के लिए ये कदम उठा रही है।
राजस्व जुटाने में भारतीय पर्यटकों की अहम भूमिका
दरअसल, श्रीलंका में शुरुआत के पांच महीनों में करीब 62000 की संख्या में भारतीय पर्यटक पहुंचे थे, जो विदेशी पर्यटकों की संख्या से काफी ज्यादा थी। यही कारण है कि सरकार देश की तंगहाली को दूर करने और देश में राजस्व जुटाने के लिए भारतीय पर्यटकों को रिझाने का प्रयास कर रही है, जो श्रीलंका को आर्थिक संकट से उभारने के लिए पर्यटन से ही आ सकता है।
आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा श्रीलंका
श्रीलंका की हालत इस कदर खराब हो गई है कि देश की ईंधन तक की कमी हो गई है। इसके चलते देश के सभी सरकारी स्कूल और दफ्तर बंद कर दिए गए है और कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है। अगस्त में श्रीलंका की ओर से अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) को अपनी ऋण पुनर्गठन योजना पेश किया जाएगा, जिससे अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में बड़ी मदद मिल सकती है।