अब यात्रा करने में और भी मजा आने वाला है। आप सभी अक्सर विदेशी फिल्मों में देखते होंगे कि पानी के अंदर से ट्रेन गुजर रही है और नजारा काफी शानदार दिख रहा है तो परेशान ना होइए, अब ऐसा ही नजारा आपको भारत में देखने को मिलेगा। जी हां, अब अपने देश में भी पहला अंडर वॉटर मेट्रो चलने वाला है, जो ना सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देगा बल्कि आपकी यात्रा को और भी रोमांचक बना देगा।
कहां से कहां तक चलेगा ये अंडर वॉटर मेट्रो
देश का पहला अंडर वॉटर मेट्रो ट्रेन कोलकाता में चलने वाला है, जो हूगली नदी के नीचे बन रहा है और इसका काम भी जोरों पर चल रहा है। कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (KMRC) का कहना है कि अगले साल यानी जून 2023 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा। ये मेट्रो परियोजना की कुल लंबाई 16.55 किमी. की है, जिसमें से सेक्टर V और सियालदह के बीच 9.30 किमी. तक चालू हो गया है और बाकी का 7.25 किमी. अगले साल जून तक पूरा हो जाएगा।
अंडर वॉटर मेट्रो का रूट
KMRC की ओर से कहा गया है कि सियालदह से हावड़ा मैदान तक चलने वाली देश की पहली अंडर वॉटर मेट्रो के बैलेंस सेक्शन को चालू करने का लक्ष्य जून 2023 तक रखा गया है। ये अंडर वॉटर मेट्रो कोलकाता के रास्ते साल्ट लेक को हावड़ा से जोड़ेगी, जो हुगली नदी के नीचे 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। यह दूरी एक मिनट से भी कम समय में पार कर ली जाएगी और यह पूरी दूरी लगभग 27 मिनट में तय कर ली जाएगी। वर्तमान समय में ग्रीन लाइन पूर्वी कोलकाता में सेक्टर V और फूलबगान के बीच एक छोटी सी दूरी को कवर करती है, जो करीब 6. 97 किमी. के आसपास है।
2035 तक 10 लाख यात्रियों के सफर करने की संभावना
KMRC का कहना है कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद एस्प्लेनेड, महाकरण, हावड़ा और हावड़ा मैदान में चार और अंडरग्राउंड स्टेशन बनाए जाएंगे, जिससे ईस्ट- वेस्ट मेट्रो लिंक कोलकाता और हावड़ा को जोड़ने के बाद 2035 तक 10 लाख यात्रियों के सफर करने की संभावना है।