जटा शंकर गुफा पचमढ़ी की प्राकृतिक गुफाएं हैं। यह शैव परंपरा को मानने वालों के लिए पूजा का एक महत्व पूर्ण स्थान् है। गुफा के अंदर एक बड़ा शिवलिंग है। यह शिवलिंग प्राकृतिक रूप से बना हुआ है। कथा के अनुसार यह वह स्थान है जहाँ शिव ने स्वयं को भस्मासुर से छिपाया था।...
पचमढ़ी में स्थित पांडव गुफाएं पांच छोटी पहाड़ियों का समूह हैं। ऐसा विश्वास है कि अपने निष्कासन के दौरान पांडवों ने यहाँ शरण ली थी। इन गुफाओं का आकार छोटा है। तुलनात्मक रूप से बड़ी गुफा जिसमें हवा का पर्याप्त प्रवाह है उसे द्रौपदी कुटी या गुफा कहा जाता है।
...इरेने पूल एक कुंड है जो स्नान करने के लिए उपयुक्त है। इसका नाम इरेने पूल पड़ा क्योंकि इसका निर्माण इरेने बोस ने किया था। वे ब्रिटिश ऑफिसर जस्टिस विवान बोस की पत्नी थी। पानी एक गुफा में से आता है जो बाद में भूमिगत हो जाता है और बाद में एक वॉटरफॉल बनाता है। यह...
भारत नीर जिसे डोरोथी डीप भी कहा जाता है, पचमढ़ी की एक आश्रय गुफा है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने 1930 में यहाँ खुदाई की थी। सर्वे के दौरान वे मध्यकालीन युग से कई बर्तन और वस्तुओं के अवशेष एकत्रित कर सकते हैं। गुफा के अंदर जानवरों के कलात्मक चित्र हैं। यह हमें बीते...
हार्पर गुफा पचमढ़ी में स्थित एक छोटी गुफा है। इस गुफा की दीवारों पर सुंदर प्राचीन चित्र हैं। इसमें एक व्यक्ति को वाद्य यंत्र हार्प (बीन) बजाते हुए दिखाया गया है; इसी आधार पर इसका नाम पड़ा। यह जटा शंकर गुफा के पास स्थित है।
प्रियदर्शनी प्वाइंट वह स्थान है जहाँ से संपूर्ण पचमढ़ी घाटी का दृश्य देखा जा सकता है। वर्ष 1857 में कैप्टन फोरसिथ ने इसी स्थान से पचमढ़ी की खोज की थी। पहले इसे फोरसिथ प्वाइंट कहा जाता था। इसके खोज के बाद ब्रिटिश लोगों ने पचमढ़ी को हिल स्टेशन के रूप में विकसित किया।...
बड़ा महादेव गुफा पचमढ़ी से लगभग 10 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह भगवान महादेव या शिव का मंदिर है। यह 60 मीटर लंबी गुफा है। इन गुफाओं में भगवान ब्रह्मा, विष्णु और गणेश के मंदिर है। स्थानीय विश्वास के अनुसार, बड़ा महादेव गुफा वह स्थान है जहाँ भगवान विष्णु ने मोहिनी नाम...
बी फॉल्स पचमढ़ी का एक सुंदर जलप्रपात है। इसे जमुना प्रपात भी कहा जाता है। यह पचमढ़ी घाटी के लिए पीने के पानी की आपूर्ति करता है। बी फॉल्स एक अद्भुत झरना है जो कलकल ध्वनि के साथ बहता है। यहाँ जल प्रपात के ऊपर और नीचे कुंड है। वे लोग जो साहसिक कार्य करना पसंद...
धूपगढ़ चोटी सतपुड़ा श्रेणी की सबसे ऊंची चोटी है। यह 1350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह न केवल पचमढ़ी का बल्कि मध्य प्रदेश और मध्य भारत का भी सबसे ऊंचा स्थान है। पचमढ़ी में सूर्यास्त का दृश्य देखने के लिए यह एक श्रेष्ठ स्थान है।
इसके अलावा यह स्थान पिकनिक के लिए...
हांड़ी खोह पचमढ़ी वन क्षेत्र के अंदर एक घाटी या दर्रा है। यह 300 मीटर की ऊंचाई से गिरता है और इसके चारों ओर ऊँची नीची चट्टानें हैं। यह एक सुंदर और एकांत स्थान है जहाँ आप केवल मधुमक्खियों का शोर और पानी के प्रवाह की आवाज़ सुन सकते हैं। स्थानीय कहावत के अनुसार पहले...
रजत प्रपात पचमढ़ी का सबसे बड़ा प्रपात है। इसका नाम रजत प्रपात इसलिए पड़ा क्योंकि जब सूर्य की किरणें पानी पर पड़ती हैं तो यह चांदी की तरह चमकता है। रजत प्रपात का शाब्दिक अर्थ है “चांदी का प्रपात” क्योंकि हिंदी में रजत का अर्थ चांदी और प्रपात का अर्थ है पानी...
अप्सरा विहार एक छोटा जल प्रपात है जिसके नीचे एक उथला कुंड है। इसे फेयरी पूल (परी कुंड) भी कहा जाता है। सुरक्षित तैराकी, छलांग लगाने और खुले स्थान में प्राकृतिक स्नान के लिए यह एक उचित स्थान है। कुंड गहरा नहीं है अत: बच्चों वाले परिवार के मनोरंजन का अच्छा स्थान है।...
डचेस फॉल्स पचमढ़ी का एक सुंदर जलप्रपात (झरना) है। यह खूबसूरत झरना तीन अलग अलग जलप्रपात बनाता है। इसके आधार तक पहुँचने के लिए आपको 4 किमी. तक पैदल चलना पड़ता है। प्रपात लगभग सौ मीटर की ऊंचाई से गिरता है और गिरते हुए सुंदर कलकल की आवाज़ करता है। यह झरना कई छोटे छोटे...
पचमढ़ी में स्थित क्राइस्ट चर्च का निर्माण अंग्रेजों ने वर्ष 1875 में किया था। इस चर्च की वास्तुकला शैली यूरोपीयन शैली की है जिसमें आयरिश, फ्रेंच और ब्रिटिश वास्तुकला शैली के तत्व मिले हुए हैं। चर्च में जो कांच लगाए गए हैं वे बेल्जियम से लाये गए हैं।
चर्च...
लांजी गिरि पचमढ़ी में स्थित एक पहाड़ी है। जो लोग साहसिक कार्य करना पसंद करते हैं वे नियमित तौर पर यहाँ आते हैं। यह पहाड़ी ट्रेकिंग और रॉक क्लाईम्बिंग के लिए उचित है। लांजी गिरि पूर्व और पश्चिम दोनों ओर से फैला हुआ है। इसमें एक भूमिगत गलियारा है जो पहाड़ी के पश्चिमी...