यह बेजोड़ इमारत पालनपुर शहर का ऐतिहासिक चिन्ह है।
जेस्सोर में स्थित यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यह शहर से 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
यह पालनपुर का एक मशहूर तीर्थस्थान है। मोटा रामजी मंदिर भगवान राम को समर्पित है।
पालनपुर में स्थित ननु देरासर जैन धर्म का दूसरा मशहूर मंदिर है और जैन धर्म को मानने वाले लोग यहाँ बड़ी संख्या में आते हैं।
पालनपुर शहर जैन धर्म से काफी जुड़ा है। यहाँ पर उपस्थित जैन मंदिरों की तादाद यह बताती है कि इस सुन्दर जगह पर जैन धर्म कितना मशहूर है। मोटू देरासर या पल्लाविया पार्श्वनाथ मंदिर पालनपुर का एक ऐसा ही मशहूर जैन मंदिर है। इसे राजा प्रह्लादन द्वारा स्थापित किया गया...
बलराम महल जिसे आज एक होटल में तब्दील कर दिया गया है एक समय में पालनपुर के शाशक लोहानी की छुट्टी मनाने की जगह और शिकार के लिए पसंदीदा जगह माना जाता था। 1920 में बना यह महल ग्रीक रोमन कला पर आधारित वास्तुकला को दर्शाती है। इस इमारत के चारों तरफ सुन्दर हरे भरे पेड़ और...
यह दिलचस्प सैंक्चुअरी पालनपुर से 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहाँ पर संकटग्रस्त स्लोथ्य बीयर का संरक्षण किया जाता है। बनासकांठा जिले में स्थित और करीबन 180 स्क्वायर किलोमीटर एरिया में बसा जेस्सोर स्लोथ बीयर सैंक्चुअरी को सैंक्चुअरी का दर्ज़ा 1978 में...
यह तीर्थस्थान पालनपुर से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यह भगवान शिव को समर्पित है। इस जगह से पास ही एक और मंदिर है जिसे धर्मात्मा का मंदिर कहा जाता है- जो सुन्धिया के पारिवारिक देवता माने जाते हैं।
यहाँ पर भगवान शिव की सुन्दर मूर्ती है और यह पुराना तीर्थस्थान कीर्तिस्तंभ के पास स्थित है। यह तीर्थस्थान महाराज सिद्धराज जयसिंह का जन्म स्थान माना जाता है जिन्होंने गुजरात पर पतन से शासन किया।