सूर्य नरायण मन्दिर को 15वी शताब्दी में बनाया गया था। इस मन्दिर की अद्वितीय संरचना भारी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करती है। मन्दिर के अन्दर पर्यटक भगवान सूर्य के कई चित्रों को देख सकते हैं। इन्हीं में से एक चित्र में सूर्यदेव अपने सात घोड़ों वाले रथ में सवार...
15वी सदी में निर्मित आदीश्वर मन्दिर को चौमुखा मन्दिर भी कहते हैं। यह पवित्र स्थल अपनी वास्तुकला शैली के लिये काफी प्रसिद्ध जिसकी संरचना एक स्वर्ग विमान नलिनिगुल्म विमान के समान है। यह सबसे लम्बे जैन मन्दिरों में से एक है जिसके बनने में 65 वर्ष का समय लगा।
...सोजत शहर पाली जिले में सुकरी नदी के किनारे स्थित है। प्राचीनकाल में यह शहर तम्रावती के नाम से जाना जाता था। यह स्थान सेजल माता मन्दिर, चतुर्भुज मन्दिर और चामुण्डा माता मन्दिर जैसे तीर्थों और एक किले के लिये जाना जाता है। हिना की खेती इस शहर का प्रमुख आकर्षण है...
पाली के पुराने बस स्टॉप के पास स्थित बाँगड़ संग्रहालय लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से एक है। यह संग्रहालय वस्त्रों, सिक्कों और शस्त्रों जैसी ऐतिहासिक एवं कालात्मक वस्तुये प्रदर्शित करता है। इस संग्रहालय का नाम यहाँ की जानी मानी हस्ती श्री बाँगड़ जुआर के नाम पर रखा...
हतुण्डी रता महाबीर मन्दिर जैनियों के 24वें तीर्थांकर महावीर को समर्पित है। यह मन्दिर अपने गुलाबी और सफेद पुती संरचनाओं के लिये प्रसिद्ध है जो देखने में मिस्र के पिरामिड के समान हैं। मन्दिर के सभी छोरों पर सीढ़ियाँ हैं। ये सीढ़ियाँ तीन बालकनी वाले गुम्बद तक जाती...
पाली शहर के केन्द्र में स्थित लखोटिया गार्डेन यहाँ के प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षणों में से एक है। लखोटिया नामक तालाब और शहर की पानी की टंकी इस सुन्दर बगीचे को घेरे हुये हैं। बगीचे के मध्य में स्थित सुन्दर शिव मन्दिर को भी पर्यटक देख सकते हैं।
सोमनाथ मन्दिर पाली के मुख्य बाजार में स्थित है। यह अपनी शिल्पकला और गौरवशाली इतिहास के लिये प्रसिद्ध है। पर्यटक मन्दिर के शिखर पर सुन्दर नक्काशी को देख सकते हैं। इस मन्दिर को 1209 ई0 में गुजरात के राजा कुमारपाल सोलंकी द्वारा निर्मित किया गया था।
इसके अन्दर...
निम्बो का नाथ पाली के सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है। यह जगह फालना और सान्देरव के बीच स्थित है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार महाकाव्य महाभारत के राजा एवं योद्धा पाँण्डव अपने निर्वासन के दौरान इस स्थान पर ठहरे थे। पाँण्डवों की माता कुन्ती ने यहाँ हिन्दू भगवान...