परवाणु, हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित एक सुरम्य पहाड़ी स्टेशन है । इस जगह कई पहाडि़यां और बगीचे है जो पर्यटक को आकर्षित करते हैं। परवाणु को बार्डर टाउन के नाम से भी जाना जाता है, जो हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के पंचकुला शहर की सीमा रेखा के बीच में स्थित है।
यह एक औद्योगिक शहर है। यहां कई बड़े-बड़े कारखानों और उद्योगों को स्थापित किया गया है। सबसे बड़ी फल प्रोसेस डिवीजन यहां ही है। शहर की 80 प्रतिशत जनता इन्ही कारखानों में काम करती है। परवाणु के बगीचे से फलों को एकत्र किया जाता है और जैम, जैली और जूस के रूप में बनाकर और पैकिंग करके देश के कई हिस्सों में भेजा जाता है।
यहां कई धार्मिक केंद्र भी स्थित हैं जिनमें भक्त और श्रद्धालु जाकर दर्शन कर सकते हैं। पिंजौर का प्रसिद्ध मुगल गार्डन यहां से लगभग 10 किमी. की दूरी पर स्थित है। पर्यटक समय निकाल कर पिंजौर गार्डन अवश्य जाते हैं। परवाणु में एशिया का सबसे बड़ा कैक्टस गार्डन है, जिसे 1987 में स्थापित किया गया था। यह गार्डन 7 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है।
टिम्बर ट्रिल एक पहाड़ी सैरगाह है, जहां सिर्फ केवल कार से ही पहुंचा जा सकता है। यह जगह वर्ष भर पर्यटकों को आकर्षित करती है। केवल कार में 10 से 12 लोगों के बैठने का स्पेस होता है इसमें बैठने वाले लोगों को रिसॉर्ट से पहाड़ी की ऊंची चोटी पर ले जाया जाता है। यह पहाड़ी समुद्र स्तर से 5000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह जगह घने पाइन जंगलों से घिरी हुई है।
पर्यटक परवाणु आकर दगसाई की यात्रा भी कर सकते है। दगसाई एक आर्मी क्षेत्र है जो देश के सबसे पुरानी ब्रिटिश छावनियों में से एक है। इस जगह से 1846 के दौरान कई युद्ध लड़े गए थे। इस आर्मी क्षेत्र में एक बड़ी जेल भी है जहां कैदियों को रखा जाता है। सजा के तौर पर यहां के कैदियों के माथे पर एक टैटू गुदवा दिया जाता था। सुवाथू यहां का अन्य छावनी क्षेत्र है जो मुख्य शहर से 16 किमी. की दूरी पर समुद्र स्तर से 4500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां का विसेरेगल लॉज का इस्तेमाल यहां के अधिकारियों द्वारा किया जाता है। यहां एक बड़ा जंगल भी है जो पर्यटकों के बीच ट्रैकिंग के लिए विख्यात है।
यात्री परवाणु तक हवाई साधन, रेल और बस से आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां का नजदीकी एयरपोर्ट चंडीगढ़ है जो शहर से 25 किमी. की दूरी पर स्थित है। यहां के देश के कई बड़े शहरों के लिए उड़ान भरी जाती है। विदेशी पर्यटक दिल्ली के एयरपोर्ट के रास्ते से परवाणु आएं। यहां का कालाका रेलवे स्टेशन देश के कई हिस्सों से जुड़ा हुआ है जो मुख्य शहर से 4 किमी. की दूरी पर स्थित है। बाकी आसपास के सभी शहरों से परवाणु के लिए बस चलती हैं।
इस शहर की जलवायु साल भर बदलती रहती है। गर्मियों के दौरान यहां का तापमान ठीक रहता है, पर्यटक इस मौसम में आराम से भ्रमण करने आ सकते है लेकिन सर्दियों में यहां का तापमान माइनस में चला जाता है। बारिश में मौसम सुखद रहता है।