रिंचेनपाँग – आत्मा के लिये सुहाना यात्रा एहसास
पश्चिमी सिक्किम के घने जंगलों के बीच स्थित रिंचेनपाँग अपने पहाड़ों के मनोहारी दृश्यों और सुन्दर वातावरण के लिये जाना जाता है। रिंचेनपाँग का कस्बा समुद्र तल से 5576 फीट की ऊँचाई......
चुंगथांग पर्यटन - पवित्र घाटी
चुंगथांग, उत्तर सिक्किम जिले का एक छोटा सा शहर है। लाचुंग चू और लाचेन चू नदियों के संगम पर स्थित चुंगथांग घाटी, युमथांग के काफी करीब है। सिक्किम का यह छोटा सा शहर बहुत पवित्र......
युकसोम - भिक्षुओं का मठ
युकसोम सिक्किम के पश्चिम जिले में स्थित है। धार्मिक स्थलों की एक सरणी से घिरा हुआ, गेजिंग में यह ऐतिहासिक शहर सिक्किम में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और ट्रेकर्स के बीच काफी......
दार्जिलिंग - भारत में चाय का स्वर्ग
भारतीय फिल्मों में तो आपने दार्जिलिंग को कई बार देखा होगा। हॉलीवुड की भी एक फिल्म में विश्व प्रसिद्ध दार्जिलिंग हिमालियन रेलवे को दिखाया गया है। यह एक छोटी रेलवे सेवा जो पर्वतों......
गंगटोक पर्यटन- सिक्किम की धड़कन
गंगटोक का शहर सिक्किम राज्य में सबसे बड़ा शहर है। पूर्वी हिमालय रेंज में शिवालिक पहाड़ियों के ऊपर 1437 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गंगटोक सिक्किम जाने वाले पर्यटकों के बीच एक प्रमुख......
युमथांग - खूबसुबरत परिदृश्यों की घाटी
सिक्किम के उत्तर में स्थित युमथांग एक खूबसूरत स्थान है। और इसलिये इसे 'फूलों की घाटी' ठीक ही कहा जाता है। प्राकृतिक सौंदर्य से समृद्ध इस स्थान पर वसंत ऋतु के दौरान खिले गुलाब व......
कूचबिहार पर्यटन - कूचबेहार के लोकाचार
कूचबिहार, पश्चिम बंगाल के उत्तरी क्षेत्रों में सबसे योजनाबद्ध बनाएं गए शहरों में से एक है जहां वर्ग और विरासत को महत्वता दी जाती है। पुराने दिनों में, इस शहर को बिहार......
मंगन - पूर्वोत्तर भारत में बिताएं एकांत के पल
पर्यटन के मामले में बेहद समृद्ध मंगन उत्तर सिक्किम जिला का मुख्यालय है। उत्तर सिक्किम क्षेत्रफल के मामले में सबसे बड़ा जिला है और मंगन इस जिले के दक्षिणी भाग में पड़ता है। यह......
नामची - पहाड़ियों और बौद्ध मठों के लिए प्रसिद्ध
गंगटोक से 92 किमी दूर स्थित नामची सिक्किम का एक चर्चित पर्यटन स्थल है। यहां से दार्जिलिंग, कलिमपोंग हिल्स और अन्य बर्फ से ढके पहाड़ों के अलावा खूबसूरत घाटियों का विहंगम नजारा......
लाचेन पर्यटन – अलसाये शरीर को तनावमुक्त करने के लिये
लाचेन एक छोटा सा शांत कस्बा उत्तरी सिक्किम जिले में स्थित है। इसके नाम का अर्थ है बड़ा दर्रा और हाल ही में सिक्किम सरकार द्वारा पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने के......
अरितार - जहां मिलती है मन को शांति
कुदरती खूबसूरती और समृद्ध इतिहास को अपने आप में समेटे पूर्वी सिक्किम का हिस्सा है अरितार। लुभावनी झील, घने जंगल, खूबसूरत पहाड़ियां और चावल के खेत यहां आने वाले सैलानियों को......
रवंगला पर्यटन - एक छोटा शानदार शहर
पेलिंग और गंगटोक के बीच स्थित, रवंगला दक्षिण सिक्किम में एक सुंदर जगह है, जहां दुनिया भर से पर्यटक बार-बार आते हैं। यह समुद्र से 7000 फीट की ऊंचाई पर है। शहर का जन्म, स्थानीय......
उट्टारे - शांति के हम साथ घूमना फिरना
उट्टारे एक स्थल है जो यहां की सुंदरता और शांति के लिए प्रसिद्ध है, यह जगह पश्चिमी सिक्किम जिले में स्थित है। हालांकि यह जगह बेहद आकर्षक भी है, यहां के स्थल काफी रोचक......
रूमटेक पर्यटन - हरियाली का विस्तार
रूमटेक, घने जंगलों से घिरा हुआ एक शहर है जो सिक्किम की राजधानी गंगटोक शहर से 23 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह टाउन यहां स्थित रूमटेक मठ के कारण विश्व भर में प्रसिद्ध है,......
जोरेथाँग – प्रयोग करने वाले पर्यटकों को लिये
जोरेथाँग सिक्किम का एक प्रमुख कस्बा है। यह कस्बा मध्यम किस्म की जलवायु के साथ तीस्ता नदी की सहायक नदी रंगीत के किनारे बसे पेलिंग के रास्ते पर पड़ता है।भौगोलिक स्थितिसिक्किम का......
लाचुंग - एक सुन्दर पृष्ठ प्रदेश
समुंदरी तट से 9600 फीट की ऊँचाई पर बसा सिक्किम का यह मनोहर शहर लाचुंग, उत्तर सिक्किम जिले में स्थित है। लाचुंग, लाचेन और लाचुंग नदियों के संगम पर स्थित है, जो आगे जाकर तीस्ता......
जलपाईगुड़ी पर्यटन - जैतून का शहर
हिंदी में जलपाई का मतलब होता है जैतून। जलपाईगुड़ी में 1990 के दशक में बड़ी संख्या में जैतून पाए जाते थे। जलपाईगुड़ी की अंतरराष्ट्रीय सीमा उत्तर में भूटान और पूर्व में बांग्लादेश......
लेग्शिप पर्यटन - सब कुछ अच्छा
लेग्शिप, पश्चिम सिक्किम में स्थित एक शहर है जिसने पिछले कुछ वर्षों में लोकप्रियता हासिल की है। इस सुंदर शहर को पश्चिम सिक्किम का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। रंगित बांध -......
सिलीगुड़ी पर्यटन – कोहरे से ढके पहाड़ों की भूमि
लंबे समय से सिलीगुड़ी को भारत के पश्चिम बंगाल राज्य की महत्वपूर्ण ख्याति के एक पर्यटन स्थल के रूप में जाना गया है और पिछले कुछ वर्षों में एक आत्म निरंतर नगरी के रुप में विकसित......