पुहार नाम से भी जाना जाने वाला पूम्पुहर तमिलनाडु के नागापट्टनम जि़ले का एक शहर है। प्राचीन काल में यह कावेरी पुहाम पट्टनम नाम से एक हलचल भरी बंदरगाह के रूप में प्रसिद्ध था। तमिलनाडु पर एकबार शासन करने वाले चोला वंश की यह अस्थाई राजधानी भी था। पूम्पुहर उस जगह के पास स्थित है जहाँ से कावेरी नदी समुद्र में मिलती है।
मूल शहर का अधिकांश भाग 500 ई. में जाहिर तौर पर एक सुनामी के कारण नष्ट हो गया था। लेकिन फिर भी, प्राचीन काल की कई महत्वपूर्ण टेराकोटा मूर्तियाँ और बर्तन पूम्पुहार में खोजे गए हैं। इसे तमिलनाडु का सबसे पुराना बसा हुआ क्षेत्र भी माना जाता है। आज के पूम्पुहर 86,000 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के साथ एक हलचल भरा शहर है।
पूम्पुहर में और आसपास के पय्रटन स्थान
मासिलमानी नाथर कोविल और सिलप्पथिकार आर्ट गैलरी पर्यटकों को सालभर आकर्षित करने वाले दो महत्वपूर्ण स्थान हैं। मासिलमानी नाथर कोविल 14वी. शताब्दी में बनाया गया था और इसने टाइडल इरोज़न का आघात सहा था। आज भी यह उस काल की स्थापत्य शैली का एक दुर्लभ उदाहरण है।
सिलप्पथिकार आर्ट गैलरी तमिल महाकाव्य सिलप्पथिकार को समर्पित एक सात मंजि़ला इमारत है। पूम्पुहर आने पर आपको यहाँ ज़रूर आना चाहिए। डैनिश गवर्नर का बंगला, टाउन गेटवे, पूम्पुहर बीच और सिय्योन चर्च इस जगह के अन्य पर्यटन आकर्षण हैं।
कैसे पहुँचे पूम्पुहर
सड़कमार्ग से पूम्पुहर तक आसानी से पहुँचा जा सकता है। नगरपट्टनम और त्रिची पूम्पुहर के लिए निकटतम शहर हैं। रेलमार्ग से भी यहाँ तक पहुँचा जा सकता है। पूम्पुहार का आपना रेलवे स्टेशन नहीं है। लेकिन एक रेलवे स्टेशन के साथ नगरपट्टनम निकटतम स्थान है जहाँ से आप आसानी से बस लेकर पूम्पुहर तक आ सकते हैं।
पूम्पुहर का मौसम
एक तटीय क्षेत्र होने के कारण साल के अधिकांश समय में पूम्पुहर की जलवायु गर्म और आर्द्र होती है। गर्मियाँ बहुत अधिक गर्म होती है लेकिन दिसंबर से फरवरी तक रहने वाली सर्दियों में बाकी साल की तुलना में मौसम ठंडा होता है। पूम्पुहर आने के लिए यह सबसे अच्छा मौसम होता है।