जिले के त्राल क्षेत्र में स्थित नागबेरान एक सुंदर स्थान है जहां आकर पर्यटक शान्ति का अनुभव प्राप्त कर सकते है। यह स्थल शहर से 2 किमी. की दूरी पर स्थित है। अगर पर्यटक प्रकृति की गोद में शांत और प्यारा समय गुजारना चाहते है तो नागबेरान अवश्य...
पुलवामा में हुरपोरा एक आकर्षक स्थान है जो शहर में स्थित शोपियां से 12 किमी. की दूरी पर बना हुआ है। मुगल रोड़ पर स्थित हुरपोरा जाने के लिए पर्यटकों को कार या बस से जाना होगा, यह बेहद आकर्षक दृश्य वाला स्थल है।
यह एक सुंदर टूरिस्ट प्वाइंट है जो पुलवामा जिले में त्राल से 3 किमी. की दूरी पर शिकारगाह में स्थित है। यहां जम्मू और कश्मीर के अन्तिम शासक महाराजा हरि सिंह, वन्य जीव का अनुभव करने आते थे।
अरीपाल नाग एक प्राकृतिक जल का झरना है। शहर से 11 किमी. की दूरी पर स्थित अरीपाल नाग, पुलवामा जिले यानि शहर के त्राल क्षेत्र में स्थित है। यह झरना वुस्टर वॉन की एक छोटी सी पहाड़ी के कोने से फूटा है। आसपास के इलाकों में इसका उपयोग सिंचाई और पीने के पानी के...
पायेर मंदिर पुलवामा से 3 किमी की दूरी पर स्थित है। ये मंदिर बडगाम के पास है। इस मंदिर का नाम पायेर गांव के नाम पर रखा गया है जो यहाँ का स्थानीय गाँव है। स्थानीय लोग भी इसे इसी नाम से पुकारते हैं। ये माना जाता है की ये पूरा मंदिर केवल एक पत्थर पर बना है।
जामा मस्जिद के शोपियां का निर्माण मुगलों के शासनकाल के दौरान करवाया गया था जहां आकर मुगल शासक कश्मीर की यात्रा के दौरान ठहरा करते थे।
अवन्तेश्वर मंदिर पुलवामा का सबसे महत्वपूर्ण स्मारक और धार्मिक स्थल है। पुलवामा के जावबरेरी गांव में अवन्तेश्वर मंदिर बना हुआ है। इस मंदिर में भगवान शिव और हिंदू धर्म के रक्षक भगवान विष्णु जी की मूर्ति लगी हुई है। मंदिर का...
यह दोनों पुलवामा की प्रसिद्ध झीलें है जो शहर के मुख्य आकर्षण वाले हिस्से नागबेरान से 3 और 5 किमी. की दूरी पर स्थित हैं। यह झीलें कश्मीर के कल्चर के काफी नजदीक हैं।
पुलवामा स्थित असर शरीफ पिनजूरा सबसे पवित्र और लोकप्रिय धार्मिक केन्द्रों में से एक है। इस मंदिर में इस्लामी गुरु, पैगंबर मोहम्मद से जुडी चीजों के अवशेष हैं जो विशेष अवसरों पर आम जनता को दिखाए जाते हैं। यहाँ आने वाले पर्यटक पास में ही...