रायपुर के दक्षिण भाग में स्थित यह मठ भगवान राम को समर्पित है। राजा जैतसिंह द्वारा 17वीं शताब्दी में बनवाया गया यह मठ इस इलाके का लोकप्रिय आकर्षण है। यह महाराजबंध नदी के तट पर स्थित है। इस मठ के पास एक मंदिर भी बना हुआ है। इस मठ के नाम के पीछे एक दिलचस्प कहानी...
छत्तीसगढ़ के बेहतरीन संग्रहालयों में से एक होने के कारण महंत घासीदास संग्रहालय रायपुर का एक लोकप्रिय पर्यटन आकर्षण है। यह संग्रहालय शहर में डी.के. अस्पताल के पास स्थित है। यह संग्रहालय 1875 में राजा महंत घासीदास ने बनवाया था।
बाद में 1953 में रानी ज्योति...
यह झील इस शहर के जितनी ही पुरानी है। इसे बुरहा झील भी कहा जाता है जिसका मतलब है ’पुरानी झील’। यह रायपुर की सबसे बड़ी झील भी है। इस झील में स्वामी विवेकानंद की 37फीट ऊँची प्रतिमा बनी हुई है जिसका नाम मूर्तियों का सबसे बड़ा नमूना होने के कारण लिम्का बुक...
आरंग एक पुराना शहर है जो रायपुर से लगभग 36कि.मी. दूर है। यह शहर अपने प्राचीन मंदिरों के लिए जाना जाता है जिनमें से भांदादेवल मंदिर और महामाया मंदिर प्रमुख हैं। भांदादेवल मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए लोकप्रिय है। इस मंदिर में जैन तीर्थंकरों की तीन विशाल मूर्तियाँ...
खरीदारी के लिए रायपुर में बहुत कुछ है। स्टालों और अनय दुकानों से भरी गलियों में बिक्री के लिए सामान जैसे हैंडलूम, बांस और अन्य लकड़ी के शिल्प, कपड़े तथा सामान आदि की बहुत अधिक वैरायटी उपलब्ध है।यदि आप अपने प्रियजनों को साड़ी गिफ्ट करना चाहते हैं तो रायपुर में...