रायसन, कुल्लू से 16 किमी. दूर स्थित है जो समुद्र स्तर से 1433 मीटर की ऊंचाई पर व्यास नदी के किनारे पर बसा हुआ है। यह एक छोटा सा गांव है जो व्हाइट वॉटर रिवर राफ्टिंग के लिए जाना जाता है। यहां सेब, प्लम और खुबानी के कई बाग हैं। प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध यह स्थल सर्दियों के मौसम में बेहद रंगीन हो जाता है और हजारों प्रकार के सुंदर फूलों से वादियों की सुंदरता में चार चांद लग जाते हैं।
रायसन का मुख्य आकर्षण यहां स्थित राजेन्द्र प्रसाद नेत्र विज्ञान केंद्र है, जहां हर साल ग्रीष्मकालीन शिविर आयोजित किया जाता है। इस कैम्प में कई प्रकार की आखों की बीमारियों का इलाज किया जाता है। यहां स्थित रघुनाथ मंदिर हिंदुओं के बीच एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जो भगवान राम को समर्पित है। साल में हजारों श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने आते हैं।
रायसन आकर जगन्नाथी देवी मंदिर में दर्शन करने अवश्य जायें जो यहां का अन्य आकर्षण स्थल है। इस मंदिर की कुल्लू से दूरी 3 किमी. है। इस मंदिर की स्थापत्य कला बेहद सुंदर है। यहां आकर पर्यटक कुल्लू, मनाली, नग्गर, भूटंटार औश्र पालमपुर आदि जगहों पर भी भ्रमण करने के लिए जा सकते हैं।
रायसन तक आसानी से हवाई यात्रा, रेल यात्रा और सड़क यात्रा के द्वारा पहुंचा जा सकता है। रायसन में एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन नहीं है। प्लेन और रेल से आने पर पर्यटकों को कुल्लू तक आना होगा और वहां से बस के माध्यम से रायसन पहुंचा जा सकता है। फ्लाइट से आने वाले पर्यटक कुल्लू तक आएं, यह एक नेशनल एयरपोर्ट है जहां से देश के कई शहरों के लिए उड़ाने भरी जाती हैं।
एयरपोर्ट के बाहर कई टैक्सी खड़ी रहती हैं जो रायसन तक कम दामों में पहुंचा देती हैं। कुल्लू से रायसन की दूरी 21 किमी. के लगभग है। सड़क यात्रा के लिए कुल्लू से कई बसें मिल जाती है। रायसन तक पहुंचने के लिए प्राइवेट और सरकारी दोनों प्रकार की बसें चलती हैं। रायसन का मौसम साल भर अच्छा रहता है जिसमें पर्यटक घूमने आ सकते है।
गर्मियों के दिनों में तापमान अधिकतम 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहता है। यहां मानसून के दौरान बारिश अच्छी होती है इस दौरान पर्यटक आसानी से भ्रमण करने आ सकते हैं।
रायसन में सर्दियों में पारा लुढ़क कर 0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। धूप रहने पर यहां का तापमान दिन के दौरान 25 डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है। इस मौसम में ऊनी कपड़ो को साथ लाना कतई न भूले। पर्यटकों को कड़कडाती सर्दी के मौसम में रायसन न आने की सलाह दी जाती है क्योकि कम तापमान में न रहने वाले पर्यटक यहां आकर बीमार भी पड़ सकते हैं।