श्री रामनाथ स्वामी, रामेश्वरम का सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह कोई साधारण मंदिर नहीं है, यह धर्म और आस्था की मिसाल है। पूरे शहर में इसका सबसे ज्यादा धार्मिक महत्व है। यह मंदिर, भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है।...
पंबन ब्रिज को आधिकारिक रूप से एनाई इंदिरा रोड ब्रिज नाम दिया गया। इस पुल की खासियत यह है कि इसे पाल्क स्ट्रेट पर एक कैंटीलिवर ब्रिज के रूप में मनाया गया है। यह ब्रिज, रामेश्वरम को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ता है। यह ब्रिज, समुद्र पर बना...
अथीराकोसामांगाई, एक मंदिर है जो रामनाथपुरम जिले में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। तमिलनाडू के लोग भारी संख्या में इस मंदिर में दर्शन करने आते है। इस मंदिर में एक लोकप्रिय मानिकवासगर भजन का उल्लेख मिलता है। इस मंदिर तक, पारामक्कुडी और...
रामेश्वरम में स्थित साक्षी हनुमान मंदिर, श्री रामनाथेश्वर मंदिर से 3 किमी. की दूरी पर स्थित है जो गंधामथाना पर्वथम के रास्ते पर पड़ता है। किंवदंतियों के अनुसार, हनुमान जी ने भगवान राम को सूचना दी थी कि माता सीता, रावण के कब्जे में है।...
एडम ब्रिज को रामसेतु या राम पुल के नाम से भी जाना जाता है जिसे भगवान राम के भक्त हनुमान की वानर सेना के द्वारा बनवाया गया था, ताकि इस पर चढ़कर सभी लंका पहुंच सकें और माता सीता को छुड़ा सकें। रामायण में इस पुल को सेतुबंधनम के नाम से जाना जाता है।
यह...
गंधामाथाना पर्वतम एक छोटा सा शिखर है जो श्री रंगनाथस्वामी मंदिर के उत्तर में स्थित है। यह हिललॉक पैदल दूरी पर 3 किमी. की दूरी पर स्थित है और इसे रामेश्वरम का सबसे ऊंचा प्वाइंट माना जाता है।
गंधामाथाना पर्वतम के रास्ते पर एक हॉल है...
रामेश्वरम में पंच - मुखी हनुमान मंदिर एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। यह श्री रामनाथस्वामी मंदिर के बाद दूसरा सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर में भगवान राम, माता सीता और भक्त हनुमान की मूर्ति स्थित है। इस सभी मूर्तियों को धनुषकोडी से लाया गया था,...
अग्नि तीर्थम, श्री रंगनाथस्वामी मंदिर परिसर में स्थित पहला बाहरी जल निकाय है। यह तीर्थम, समुद्र के एक कोने में स्थित है और अन्य तीर्थम की तरह यह टैंकनुमा नहीं है, साथ ही मंदिर के भीतर स्थित है।
एक पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान राम ने रावण का वध...
अरियामान समुद्र तट, पाल्क खाड़ी के एक किनारे पर स्थित है जो रामेश्वरम के सबसे स्वच्छ तटों में से एक माना जाता है। यहां की स्वच्छता के कारण ही पर्यटक यहां आना पसंद करते है। रामेश्वरम के लोगों के लिए पिकनिक मनाने का यह एक...
नाम्बू नायागी अम्मान मंदिर, रामेश्वरम में स्थित है जिसे स्थानीय लोगों के द्वारा उच्च सम्मान में आयोजित किया गया था। यह मंदिर, रामेश्वरम के मुख्य मंदिर से 8 किमी. की दूरी पर स्थित है। धनुषकोडी से श्री रामनाथस्वामी मंदिर...
धनुषकोडी एक गांव है ( वर्तमान में यह एक महत्वपूर्ण गांव है ) जो रामेश्वरम द्वीप पर स्थित है। यह गांव, द्वीप के दक्षिणोत्तर हिस्से के पूर्वी भाग में स्थित है। यह गांव, श्रीलंका में स्थित तलाईमन्नार से 31 किमी. की दूरी पर स्थित है।...
कोथानदारामार मंदिर, रामेश्वरम में स्थित है और धार्मिक के साथ - साथ इस मंदिर का ऐतिहासिक महत्व भी है। यह मंदिर उस स्थान पर बना है जहां भगवान राम ने रावण के वध के बाद विभीषण को लंका का राजा बना दिया था।
इस मंदिर को सेतुसमुद्रम शिप कैनाल...
कुरूसादाई द्वीप, विदेशी और लगभग लुप्त समुद्री प्रजातियों के लिए स्वर्ग समान माना जाता है। इस द्वीप पर आकर लोग समुद्री जीवों के बारे में जान सकते है और गहरी रूचि होने पर अध्ययन भी कर सकते है। हालांकि, इस द्वीप में विशिष्ठ प्रवाल भित्तियां भी...
रामेश्वरम और उसके आसपास के क्षेत्रों में काफी मंदिर और कुंड पाएं जाते है। ऐसा माना जाता है रामेश्वरम में 64 तीर्थ है जिनमें से 24 का वर्तमान में काफी महत्व है। हिंदुओं में इन कुंडों का विशेष स्थान है। इनमें से 14 कुंड श्री रामनाथस्वामी...
रामलिंगविलासम महल, सेतुपाथी राजा के वंश से सम्बन्धित है और इसे किझावानसेतुपाथी के द्वारा बनवाया गया था जिन्होने 1674 से 1710 के बीच शासन किया, वह एक प्रसिद्ध राजा थे। महल के अंदर एक बड़ा सा हॉल है जहां राजा, प्रजा व अन्य लोगों से बातचीत किया करते थे...