पश्चिमी सिक्किम के घने जंगलों के बीच स्थित रिंचेनपाँग अपने पहाड़ों के मनोहारी दृश्यों और सुन्दर वातावरण के लिये जाना जाता है। रिंचेनपाँग का कस्बा समुद्र तल से 5576 फीट की ऊँचाई पर स्थित है और छोटी ट्रेकिंग यात्राओं के लिये सटीक है।
रिंचेलपाँग के दर्शनीय स्थल
रिंचेनपाँग केवल अपने सुन्दर स्थिति और शाँत वातावरण के लिये ही नहीं जाना जाता है बल्कि पर्यटक कंचनजंगा पहाड़ियों के मनोहारी दृश्यों के कारण यहाँ खिंचे चले आते हैं। यदि आप कंचनजंगा से ही व्यस्त कंचनजंगा शहर को देखते-देखते ऊब गये हैं तो रिंचेनपाँग एक आदर्श स्थान है जहाँ से आप इस शहर से दूर रहते हुये भी इस शहर की सुन्दरता का एहसास कर सकते हैं।
रिंचेनपाँग का ऐतिहासिक महत्व
रिंचेनपाँग ऐतिहासिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। यह वही स्थान है जहाँ पर सिक्किम के राजा चोगयाल और अंग्रेजों के बीच ऐतिहासिक युद्ध हुआ था। इसके कारण कई अंग्रेजों की मौत हो गई थी क्योंकि सिक्किम के स्थानीय जनजातीय समूह लेपचा ने इस स्थान के एकमात्र पानी के स्रोत एक झील में जहर मिला दिया था। रिंचेनपाँग मठ, मैगी दारा और रवीन्द्र समृति वन रिंचेनपाँग के प्रमुख आकर्षण हैं।