गीता भवन एक प्राचीन परिसर है जो गंगा नदी के तट पर स्थित है। रामायण और महाभारत से जुड़े सुन्दर भित्तचित्र इस जगह की सुन्दरता को और भी बढ़ा देते हैं। प्रतिवर्ष भारी संख्या में पर्यटक यहाँ पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाने के लिये आते हैं। गीता भवन में लगभग 1000 कमरे हैं जहाँ भक्त निःशुल्क रह सकते हैं।
पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाने के अलावा भक्त इस भवन में ध्यान कर सकते हैं और सन्तों के प्रवचन सुन सकते हैं। शाकाहारी भोजन, मिठाई और अन्य रसोई के सामानों की यहाँ किफायती मूल्य पर बिक्री होती है। इसी परिसर में आयुर्वेदिक विभाग, कपड़ों की दुकान, किताब की दुकान और लक्ष्मी-नारायण मन्दिर भी स्थित हैं।
जैसा कि उल्लेख किया जाता है आयुर्वेदिक विभाग में उपलब्ध दवाओँ को हिमालय से प्राप्त होने वाली जड़ी-बूटियों और गंगा जल से बनाया जाता है।