अगर आप भी शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी और रोज़ के रूटीन से कहीं दूर किसी खूबसूरत जगह पर छुट्टियां मनाने जाना चाहते हैं तो कुर्ग आपकी इस इच्छा को पूरी कर सकता है।
बैंगलोर से कुर्ग का रोड़ ट्रिप काफी मज़ेदार रहता है।बैंगलोर से बहुत ही कम समय में आप कुर्ग पहुंच जाएंगें। वीकएंड ट्रिप सड़क पर मार्ग द्वारा कुर्ग जाना आपको तरोताज़ा कर देगा। यहां आकर आप खुद देख सकते हैं कि कुर्ग को क्यों भारत का स्कॉटलैंड कहा जाता है।
पश्चिमी कर्नाटक के पश्चिमी घाट में स्थित कुर्ग और कोडागु दो प्रशासनिक जिले हैं। ये जगह कॉफी, लोगों और भौगोलिक स्थिति के लिए मशहूर है। वन्यजीव और वनस्पति से लेकर मठों तक कुर्ग में पर्यटकों को सब कुछ मिलेगा।बैंगलोर वासियों के लिए कुर्ग में छुट्टियां बिताना बहुत बढिया विकल्प है। कुर्ग से वापिस आते हुए अपनी एनर्जी को बनाए रखने के लिए अपने साथ एनर्जी बार जरूर रखें।
कुर्ग का रास्ता
बैंगलोर से कुर्ग के रास्ते में बैंगलोर से मदिकेरी फिर एनएच 48 से हसन जाना पड़ेगा। ये हाइवे बाइकर्स को बहुत पसंद है। अगर आप बाइक से सफर करते हैं तो इस हाईवे पर आपको बहुत मज़ा आने वाला है।सफर का प्राकृतिक सौंदर्य और नज़ारे देखकर आपको अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं होगा। कुर्ग में प्रवेश करते ही धुंध से भरी छटाएं आपको घेर लेंगीं। सूर्यास्त से पहले मदिकेरी पहुंचने की कोशिश करें।
PC: EanPaerKarthik
मंडलपट्टी पर्वत
अगर आपको रोमांच का शौक है तो आप सुबह मंडलपट्टी में राइड का मज़ा ले सकते हैं। इससे आप ताज़गी महसूस करेंगें। मदिकेरी शहर से 30 कमी दूर मंडलपट्टी का मौसम कभी ठंडा, कभी तूफानी तो कभी बारिश का रहता है।
पर्वत की यात्रा के लिए आपको किराए पर चार पहियों का वाहन लेना पड़ेगा लेकिन अगर आप कुछ एडवेंचर करना चाहते हैं तो यहां बाइक से भी जा सकते हैं। छोटे ट्रैक पर पहुंचने के बाद ही आपको यहां का नज़ारा स्तब्ध कर देगा। इस बात में कोई शक नहीं है कि कुर्ग को भारत का स्कॉटलैंड क्यों कहा जाता है।
बाईलकुप्पे पर मठ
दुनिया में तिब्बत के बाद बाईलकुप्पे में तिब्बती सबसे ज्यादा रहते हैं। बाईलकुप्पे में आप कई तरह के मठ जैसे नामद्रोलिंग मठ, गोल्डन मंदिर आदि देख सकते हैं। ये दो जगहें बहुत लोकप्रिय हैं। यहां पर स्थित 40 फीट ऊंची सुनहरी बुद्धा की मूर्ति मुख्य आकर्षण है। यहां आप बुद्ध, तिब्बती और लामा संस्कृति का टूर भी ले सकते हैं।
PC:Vinayaraj
एब्बे, ईरूप्पू और अन्य झरने
मदिकेरी के पास स्थित है 70 फीट ऊंचा झरना एब्बे जोकि मंडलपट्टी और मदिकेरी रूट के बीच में बहता है। कुर्ग का अन्य लोकप्रिय झरना है ईरूप्पू। यहां पर रामेश्वर मंदिर और भगवान शिव का प्रसिद्ध मंदिर स्थित होने के कारण इसे तीर्थस्थल भी कहा जाता है। कुर्ग का सबसे ऊंचा और लंबा झरना है मल्लाली झरना और कुर्ग का अन्य लोकप्रिय झरना है छेलावरा झरना।PC: Philanthropist 1
राजा की गद्दी
ये कुर्ग का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। राजा सीट फूलों का एक मौसमी बगीचा है और यहां पर एक आर्टिफिशियल फव्वारा भी लगा है जहां पर कुर्ग के राजा आराम फरमाया करते थे और अपनी रानियों के साथ सूर्यास्त का नज़ारा देखा करते थे।
सूर्य की गुलाबी और नारंगी श्रृंख्ला को आसमान में फैले देखना बेहद अद्भुत नज़ारा होता है।
कावेरी निसारगधमा
कावेरी नदी से बना कावेरी निसारगधमा एक आइलैंड है जोकि बांस, सागोन और चंदन के पेड़ों घिरा है। हैंगिंग रोप ब्रिज से आप यहां पहुंच सकते हैं। बच्चों के लिए खेलने के मैदान के साथ यहां पर डीयर और रैबिट पार्क भी है। यहां पर आप हाथी की सवारी और बोटिंग का मज़ा भी ले सकते हैं। वन विभाग द्वारा यहां पर रहने के लिए गेस्ट हाउस और पेड़ों पर बांस की लकड़ी से बने कॉटेज में रहने की व्यवस्था है।
PC:Rameshng
दुबारे एलीफैंट कैंप
दुबारे एलीफैंट कैंप कुर्ग का अन्य मुख्य आकर्षण है। यहां पर आप ट्रैकिंग, हाथी की सवारी, फिशिंग और रिवर राफ्टिंग कर सकते हैं।
अन्य मुख्य स्थल
कुर्ग में टाइगर रिज़र्व है नागरहोल नेशनल पार्क। इस पार्क में वनस्पति और वन्यजीव, घाटियां और पर्वत हैं। कुर्ग का अन्य खूबसूरत स्थल है ब्रह्मगिरी पर्वत यहां से आप इस क्षेत्र के वन्यजीवन को देख सकते हैं।
मंदिर
छुट्टियां मनाने के अलावा कुर्ग एक तीर्थस्थल भी है क्योंकि यहां पर अनेक मंदिर हैं। कुर्ग के प्रसिद्ध मंदिर हैं ओंकारेश्वर और बागमंडला मंदिर।
मॉनसून के अलावा कुर्ग वॉटर राफ्टिंग और यहां पर करवाए जाने वाले कई तरह के वॉटर स्पोर्ट्स के लिए मशहूर है।
अगर आप नॉन वेजिटेरियन हैं तो इस क्षेत्र के स्वादिष्ट पोर्क व्यंजन जरूर चखें।PC:Raviasha