खोकर को खोखर भी कहते हैं और यह जाट समुदाय का एक अहम हिस्सा है। यह न सिर्फ हरियाणा बल्कि पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के जाट में भी पाए जाते हैं।
रोचक बात यह है कि खोकर मुसलमानों में भी पाए जाते हैं। वैसे ही जैसे बख्शी, मलिक, जुनेजा, कक्कर और पंडित हिंदू...
अस्थल बोहर एक मठ है, जहां गुरू गोरखनाथ को मानने वाले रहते हैं। इस पंथ के लोगों में भगवान शिव के प्रति अटूट श्रद्धा होती है। यह मठ रोहतक-दिल्ली हाइवे संख्या 10 पर रोहतक शहर से 7 किमी पूर्व में स्थित है। पौराणिक कथा के अनुसार सियालकोट (पाकिस्तान) के निवासी पूरन भगत...
तिलयार झील दिल्ली-हरियाणा सीमा से करीब 42 किमी दूर है। रोहतक शहर के पास स्थित यह झील 132 एकड़ भूभाग में फैला हुआ है। झील के आसपास का क्षेत्र इस इलाके का सबसे बड़ा हरा भरा क्षेत्र है। यही वजह है कि यहां दिल्ली और आसपास के इलाके से बड़ी संख्या में लोग शांति के कुछ...
उत्तरी भारत के तकरीबन हर शहर में राधा कृष्ण मंदिर देखे जा सकते हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि हिंदू धर्म के मानने वालों में राधा-कृष्ण का कितना महत्व है। ऐसा ही एक मंदिर रोहतक जिले के जाट बहुत कस्बा मेहम में भी है। राधा-कृष्ण को समर्पित यह भव्य मंदिर पुराने बस...
हरियाणा के दूसरे शहरों की तरह ही रोहतक में भी गौकरण नाम से एक पवित्र तालाब है। शहर के बीचों-बीच स्थित इस गौकरण तालाब के परिसर में अन्य धार्मिक तालाब की तरह ही कई धार्मिक महत्व के स्थल हैं। इनमें विभिन्न देवी-देवताओं के मंदिर शामिल हैं।
ये मंदिर भागवान शिव,...
ज्यादातर मस्जिद का नाम उनके बनाने वाले या फिर उस स्थान के नाम पर रखा जाता है। पर पूरे विश्व के सभी गांवों व शहरों में एक खास प्रकार की मस्जिद होती है, जिसका नाम न ही बनाने वाले और न ही स्थान के नाम पर रखा गया है। इसे जामा मस्जिद कहते हैं। रोहतक जिले के मेयहम कस्बे...
भिंडावास झील वीकेंड पिकनिक मनाने वालों, पक्षी प्रेमियों, फोटोग्राफरों और वीडियाग्राफरों के लिए एक आदर्श स्थान है। इसे हरियाणा का सबसे बड़ा जल क्षेत्र माना जाता है। यह झील करीब 12 किमी क्षेत्र में फैला हुआ है।
इसे 1985 में वन्यजीव अभ्यारण्य घोषित कर दिया गया...