ढेंकानाल - सूर्य की रोशनी से सराबोर हेमलेट
ढेंकानाल, राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से 99 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह एक सुंदर जगह है जो प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। ढेंकानाल का हेमलेट, सूर्य की रोशनी से सराबोर......
उदयगिरी - बौद्ध तीर्थयात्रा की भूमि
उदयगिरि भारत में वास्तुशिल्प की उत्कृष्ट कृति का एक आदर्श उदाहरण है। वास्तव में इसे प्राकृतिक आनंद और मानव वास्तुकला के एक अनूठे मिश्रण' के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।......
कोरबा – सांस्कृतिक विरासत का स्थान
छत्तीसगढ़ की ऊर्जा राजधानी कोरबा हरे-भरे जंगलों से भरा है और अहिरन तथा हसदेव नाम की दो नदियों के संगम पर स्थित है। यह 252 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ पर कई विद्युत उत्पादन......
जशपुर - पहाडियों और झरनों की भूमि
जशपुर, पहाड़ी इलाकों और हरी - भरी हरियाली से घिरा स्थान है जो छत्तीसगढ़ के उत्तर - पूर्वी हिस्से में स्थित है। पहाड़ी इलाके को ऊपरी घाट के नाम से और समतल......
जांजगीर - चांपा : समृद्ध विरासत
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले की स्थापना 25 मई 1998 को की गई थी। यह राज्य के बीचों-बीच स्थित है, जिससे इसे ‘छत्तीसगढ़ का दिल’ भी कहा जाता है। खाद्यान्न उत्पादन में......
कंधमाल - विस्मयकारी और मोहक प्रकृति की गोद में
कंधमाल ओडिशा के सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से है। प्राकृतिक सौंदर्य एवं अमानतों से समृद्ध और स्वदेशी जनजाति के निवास के रूप में यह जगह कुछ ठेठ आदिवासी आबादी का घर है। कंधमाल......
क्योंझर - बहुतायत की भूमि
क्योंझर, उड़ीसा के उत्तरी किनारे पर स्थित एक सुंदर जगह है। यह राज्य के सबसे बड़े जिलों में से एक है और यह एक नगरपालिका भी है। इस जिले के उत्तर में झारखंड,......
कालाहांडी - प्रागैतिहासिक सभ्यता का खज़ाना
कालाहांडी इतिहास और संस्कृति में समृद्ध ओडिशा का एक जि़ला है। उत्तेयी और तेल नदियों के संगम पर स्थित कालाहांडी में 12वीं सदी की उत्कृष्ट वास्तुकला के कुछ बहुत प्राचीन मंदिर हैं।......
बलांगीर : जहां राजसी आभा आज भी कायम है।
बलांगीर एक महत्वपूर्ण व्यापारिक शहर के साथ एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाला शहर भी है। यह जगह, यहां की खूबसूरत सेटिंग के कारण जानी जाती है और यहां कई सुंदर मंदिर......
राउरकेला -एक स्टील सिटी
प्राकृतिक परिवेश, पहाड़ों और नदियों से घिरा राउरकेला एक भव्य शहर है। यह खूबसूरत शहर जनजातीय गढ़ सुंदरगढ़ जिले का हिस्सा है। राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से 325 किमी दूर स्थित......