शिमोगा का मतलब है “शिव का मुख“। यह बंगलौर से 275 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक शहर है। स्थानीय लोगों के अनुसार, मलनाड क्षेत्र का हिस्सा यह पश्चिमी घाट के किनारे स्थित है एवं यह राज्य के अन्य शहरों व कस्बों से सड़क मार्ग तथा रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है, जो यहां की यात्रा को काफी आसान बना देता है।
शिमोगा के बारे में संक्षिप्त वर्णन
जिले से होकर बहती पांच बड़ी नदियां शिमोगा के इलाके बहुत उपजाऊ बना देती हैं। शिमोगा “कर्नाटक की रोटी की टोकरी” एवं “कर्नाटक की चावल का कटोरा” नाम से प्रसिद्ध है। स्ह्रयाद्री श्रंखलाएं लगभग हर वर्ष अच्छी वर्षा की वजह से नदी में पानी की कमी नहीं होने देतीं।
स्थानीय लोग शिमोगा को “प्रथ्वी का स्वर्ग“ मानते हैं, क्योंकि यह हर किसी को कुछ न कुछ देता है। यहां मंदिर, पहाड़ियां, प्राकृतिक सुन्दरता तथा भारत का सबसे ऊंचा एवं प्रसिद्ध जोग प्रपात भी है।
पर्यटकों के लिए आश्चर्य की टोकरी- शिमोगा में पर्यटन स्थल
शिमोगा कर्नाटक में मुख्य पर्यटन स्थलों के नजदीक स्थित है, तथा पर्यटक खास तौर पर इस स्थान का इस्तेमाल यहां पर ठहर कर किसी गंतव्य का चुनाव करने के लिए करते हैं। शिमोगा शहर से लगभग 90 किलोमीटर दूर स्थित इस जिले का खास अंग, अगुम्बे, सनसेट प्वाइंट होने के लिए लोकप्रिय है।
पर्यटक दिन साफ होने पर यहां सनसेट प्वाइंट देखने के लिए उमड़ पड़ते हैं, क्योंकि घने जंगलों व नदियों एवं जलप्रपातों से लकदक घाटियों के मध्य से झांकते सन सनसेट का दृश्य अभूतपूर्व एवं अविश्वसनीय होता है। लगभग 15 किलोमीटर दूर गजानूर में स्थित तुंगा नदी पर बना बांध भी एक लोकप्रिय पिकनिक स्पाट है। वन्य जीव प्रेमियों के लिए त्यवरेकोप्पा में शेर सफारी की सुविधा मौजूद है। शिमोगा से 28 किमी दूर भद्रा नदी पर निर्मित लगभग 200 फीट ऊंचा बांध राज्य के सबसे ऊंचे बांधों में से एक है।
हिन्दु धर्म को बौद्ध व जैन धर्म के प्रभावों से बचाने के लिए संत आदिशंकर द्वारा शुरू किये गये चार मठों में से एक, प्रसिद्ध श्रंगेरी शारदा मठ शिमोगा से लगभग 100 किमी दूर है। भक्त इस मठ में हर साल हजारों की संख्या में आते हैं तथा तीर्थयात्रियों के लिए यह एक पवित्र स्थल है।
पश्चिमी घाट अद्वतीय प्राकृतिक दृश्य प्रस्तुत करते हैं। वर्षा के मामले में दूसरे स्थान का अगुम्बे इलाका यहां स्थित यूनीक रेन फारेस्ट रिसर्च सेन्टर के लिए प्रसिद्ध है। किंग कोबरा यहां मुख्य रूप से यहां पाया जाता है।
सबसे अच्छा सीजन
जुलाई से जनवरी तक का समय शिमोगा की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय है क्योंकि इस दौरान यहां होने वाली वर्षा के परिणामस्वरूप यहां की नदियों व जलप्रपात पानी से भर जाते हैं तथा उनका शोर करता बहाव इस शहर को रोमांच व ऊर्जा से भर देता है।
यहां कई होटल व रिसार्ट्ज भी हैं जो आगन्तुकों को उचित मूल्य पर ठहरने की सुविधा प्रदान करते हैं, अतः आगन्तुकों यहां ठहरकर आगे की साहसिक यात्रा के लिए योजना बना सकते हैं। पढ़ें कि शिमोगा तक आप कैसे पहुंचेंगे..