शिर्डी में समाधि मंदिर भक्तों के दर्शन करने के लिए दूसरा स्थल है। कहानियों के अनुसार, नागपुर का एक बड़ा धनी व्यक्ति समाधि मंदिर का स्वामी था। वह इस मंदिर में मुरलीधर की प्रतिमा को स्थापित करना चाहता था और वह साई बाबा का भी बहुत बड़ा...
लेंडी बाग, शिर्डी- मनमाड़ वाले रास्ते पर स्थित एक खूबसुरत बगीचा है। बाबा ने अपने जीवन का बहुत सारा समय इस बगीचे में बिताया था। दन्तकथाओं के अनुसार, लेंड़ी बाग में बाबा एक बार एक पत्थर पर बैठे थे जिसे शिर्डी में कुछ लोग उठा लाऐ थे और वह उसका...
चावाड़ी बाबा के जीवन से जुड़ा हुआ महत्वपूर्ण स्थान है। यह शिर्डी में ही स्थित है, यहाँ बाबा ने अपने जीवन के आखिरी वर्ष बिताऐ थे। वह द्धारकामें से चावाड़ी तक शोभायात्रा निकाला जाता है।
प्रथानुसार आज भी यहाँ प्रत्येक गुरूवार को इसी रास्ते...
खानदोबा मंदिर, शिर्डी के मुख्य मार्ग पर स्थित है। खानदोबा द्वारा पूरे गांव में भोजन की व्यवस्था की जाती है। इस मंदिर में खानदोबा, बनाई और मालसाई की प्रतिमांऐ लगी हुई है।
किवदन्तियों के अनुसार, एक बार बाबा यहाँ शादी के उत्सव में...
शिर्डी में लक्ष्मीबाई शिन्दे का घर सबसे महत्वपूर्ण स्थल है। साई बाबा के हर सच्चे भक्त को लक्ष्मीबाई शिन्दे के जीवन के बारे में पता होगा कि बाबा के लिए उनका क्या महत्व था। जब साई बाबा शिर्डी आऐ थे तो वह भोजन के लिए...
उपासनी मंदिर आश्रम, 20 वी शताब्दी के महान संत उपासनी की याद में बनाया गया है। वह साई बाबा के बहुत बड़े भक्त थे। यह शिर्डी- अहमदनगर वाले राजमार्ग में स्थित है। यह शिर्डी के काफी नजदीक पड़ता है।
उपासनी महाराज और उनके एक शिष्य की समाधि इसी...
गुरूस्थान, शिर्डी की पावन धरती पर पवित्र स्थल है। जब बाबा 16 साल के थे तब वह पहली बार सभी को नीम के पेड़ के नीचे दिखाई पड़े। तब से इस पेड़ का नाम मारगोसा और इस स्थान का नाम गुरूस्थान पड़ गया। भक्तों का मानना है कि अगर यहाँ अगरबत्ती को...
द्धारकामें एक मस्जिद है जहाँ साई बाबा अपने जीवन के आखिरी क्षणों तक ठहरे हुऐ थे। यह समाधि मंदिर के प्रवेश द्धार पर ही स्थित है। द्धारकामें दो मंजिल में विभाजित है- पहले में बाबा के जीवन से जुड़े चित्र लगे हुए है और एक बड़ा पत्थर रखा है जिस पर बाबा बैठते थे।...
दीक्षितवाडा म्यूजियम एक छोटा सा संग्रहालय है जो कि शिर्डी में ही स्थित है। यह संस्थान कामप्लेकस के बीचोबीच स्थित है। यहाँ बाबा के जीवन की कई ब्लैक एंड और व्हाइट फोटो लगी हुई है। साथ ही कुछ कपड़े, लबादा, चमड़े की चप्पलें और...
अब्दुल बाबा की झोपड़ी साई बाबा के दर्शन हेतु अतिआवश्यक है। शिर्डी आने वाले प्रत्येक भक्त को यहाँ आना जरूरी होता है। अब्दुल बाबा की झोपड़ी में साई बाबा की हजारों यादें बसी हुई है। यह झोपड़ी काफी छोटी और हल्के हरे रंग से पुती हुई है...
शनि शिनगानापुर मंदिर, भगवान शनि को समर्पित है। यह शिर्डी से 65 किमी. दूर है। यह मंदिर जिस गांव में है वहां के घरों में दरवाजे नहीं है। कहा जाता है कि गांव वालों को अपने देवता शनिश्वेर पर भरोसा है कि वह सदैव डकैती और चोरी होने से उनके घर की रक्षा करेगें।...