दशकों से अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ ने दुनिया से तीर्थयात्रियों को अपनी ओर आकर्षित किया है। सिलीगुड़ी का केंद्र, दुनिया के किसी भी अन्य केंद्र से विपरीत है, आलीशान हरियाली के बीचोंबीच बसा ध्यान लगाने के लिए एक आदर्श स्थान है। किसी को भी इस आध्यात्मिक अनुभव...
अगर आप सेवोकेश्वरी के काली मंदिर को देखने आएं हैं तो आप कोरोनेशन पुल देखना नहीं भूल सकते जो 1930 में किंग जॉर्ज के स्मरण में बनाया गया था। यह बिलकुल तीस्ता और रंगीत नदियों के संगम स्थान पर बनाया गया है। यह पुल आलीशान हरे परिवेश का नज़ारा प्रदान करता है जो...
यह हरे-भरे बागान के बीच स्थित एक झील है जिसके पास एक बोट क्लब भी बना है। भारतीय सेना ने इस बोट क्लब का निर्माण और इसकी देख रेख का काम बहुत अच्छे तरीके से किया है और विशेष रुप से बच्चों और पर्यटकों के लिए दोपहर में कम अवधि के लिए रोमांच खेल आयोजित होते हैं। यह...
अपने 100 फुट ऊंचे स्तूप के लिए प्रसिद्ध इस मठ को बौद्ध सन्यासियों द्वारा चलाया जाता है जो दलाई लामा के अनुयायी हैं। यह एक प्रामाणिक तिब्बती मठ है और यहां बिताई गई दोपहर आपके विचारों और ज्ञान को उजागर कर आपके दृष्टिकोण को बदल सकती है। यह तिब्बती बौद्ध सन्यासियों के...
बच्चे और वयस्क जो विज्ञान से मोहित हैं और साथ ही तारों और ग्रहों से भी, यह स्थान उनके लिए देखने योग्य है। सिलीगुड़ी की विज्ञान नगरी आपको शानदार तरीके से प्रदर्शित तारामंड़ल में ले जाता है और यहां देखने के लिए प्रकृति व्याख्या केंद्र भी है। यह मज़ा सह शैक्षिक सैर...
काली देवी को समर्पित बिनागुरी का मंदिर, तीस्ता नदी के बहुत निकट स्थित है और खासकर काली और दुर्गा पूजा दौरान पर्यटकों से नित्य भरा रहता है। तेजस्वी कवच और हाथ में तलवार से सजी इस मंदिर की मूर्ति की सुंदरता कई तीर्थयात्रियों का ध्यान अपनी ओर खींचती है।
तीस्ता और महानंदा नदियों के बीच बसा यह स्थान एक फोटोग्राफर का स्वप्न चित्रफलक है और एक शानदार वन्य जीवन के अनुभव को प्रदान करता है। यह हिमालय की तलहटी पर तम्बू लगाकर ठंड़ी और अलाव के ऊपर चलती शुद्ध हवा का आनंद लेने के लिए एक सही स्थान है।