अपने 100 फुट ऊंचे स्तूप के लिए प्रसिद्ध इस मठ को बौद्ध सन्यासियों द्वारा चलाया जाता है जो दलाई लामा के अनुयायी हैं। यह एक प्रामाणिक तिब्बती मठ है और यहां बिताई गई दोपहर आपके विचारों और ज्ञान को उजागर कर आपके दृष्टिकोण को बदल सकती है। यह तिब्बती बौद्ध सन्यासियों के जीवन तथा उनके तरीकों और पद्धतियों पर गौर करने का एक शानदार तरीका है जोकि औसत शहरी या शहर के निवासियों से बहुत अलग हैं।