अनथपिंडिका स्तूप बुद्ध के प्रमुख शिष्यों में से एक द्वारा निर्मित एक सुंदर स्तूप है।इस प्राचीन स्तूप का शाब्दिक अर्थ है "बेसहारों का दाता"। आज, स्तूप खंडहर मे स्थित है, लेकिन इसकी शानदार नक्काशी और स्थापत्य कला इतिहासकारों और पर्यटकों दोनों का ध्यान आकर्षित करती है।
ऐसी मान्यता है कि भगवान बुद्ध यहां श्रावस्ती में अनाथपिंडक के आमंत्रण पर आये थे जिससे उनकी मुलाकात राजग्रह में हुई थी। इस घटना की स्मृति में ही अनाथपिंडक स्तूप उनके द्वारा निर्मित माना जाता है।