श्रीनगर, कश्मीर राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी है जिसे समस्त भारतवासी धरती का स्वर्ग और पूरब का वेनिस कहते हैं। झेलम नदी के तट पर स्थित खूबसूरत झीलों, महान ऐतिहासिक, धार्मिक और पुरातात्विक महत्व रखने वाला शहर, श्रीनगर हर प्रकार के पर्यटन की धुरी पर खरा उतरता है और पर्यटकों का मन-पसंदीदा गंतव्य हैं। श्रीनगर मुख्य रूप से दो शब्दों से मिलकर बना है श्री और नगर। श्री का अर्थ होता है धन और नगर यानि शहर। धन का शहर से तात्पर्य है कि हर प्रकार से सम्पन्न, किसी भी प्रकार की कोई कमी न हों।
धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व
यह शहर खूबसूरत ऐतिहासिक, धार्मिक और सुंदर वास्तुकला वाला स्थल है। यहां मौजूद कई ऐतिहासिक इमारतें और पुराने धार्मिक स्थल, श्रीनगर के धनी और सम्पन्न गुजरे वक्त की दास्तां बताते हैं। बुर्जहोम यहां का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है जिस पर निओलिथिक ने 3000 से 1500 ईसा पूर्व के बीच में कब्जा कर लिया था। यहां हुई खुदाई के दौरान प्राप्त हुई सभी कलाकृतियों को वर्तमान में श्री प्रताप सिंह (एसपीएस) संग्रहालय, श्रीनगर में रखा गया है।
संग्रहालय में पशुओं के कंकाल, तीर कमान, उपकरण और नवपाषाण व नवपाषाण मेगालिथिक युग से सबंधित कई बर्तन भी रखे गए हैं। इस क्षेत्र में कई मंदिर और मस्जिद लगभग 1000 साल पुराने हैं। शहर में स्थित शंकराचार्य मंदिर और ज्योतिश्वेरा मंदिर यहां के दो प्रमुख मंदिर हैं। यहां की जामा मस्जिद, हजरतबल मस्जिद और मस्जिद ऑफ अखुंड मुल्ला, मुख्य और प्रसिद्ध मस्जिदें हैं जो पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र हैं।
गार्डन और झीलें
यहां के निशात बाग, शालीमार बाग, अच्छाबल बाग, चश्मा शाही और परी महल काफी प्रसिद्ध हैं जिन्हें देखने और यहां भ्रमण करने बड़ी संख्या में पर्यटक देश - विदेश से आते हैं। यह सभी बाग शहर के प्राकृतिक सौंदर्य में चार चांद लगा देते हैं। श्रीनगर के पर्यटन स्थलों में से डल झील, नागिन झील, अंचार झील और मानसबाल झील व अन्य झीलें काफी प्रसिद्ध हैं जो क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हैं।
बेजोड़ प्राकृतिक सौंदर्य और सौम्य परिवेश वाली यह झीलें श्रीनगर में पर्यटकों के लिए आर्दश पर्यटन स्थल हैं। डल झील, कश्मीर की घाटी में दूसरी सबसे बड़ी झील है जिसे कश्मीर का मुकुट गहना कहा जाता है। यह झील, सुंदर हिमालय की पृष्ठभूमि में स्थित है।
श्रीनगर, यहां की हाउसबोट और शिकारा या लकड़ी की नाव की सवारी के कारण काफी विख्यात है जो झील के किनारों पर किराए पर मिलती हैं। पर्यटक शिकारा पर राइड करते हुए यहां के सुंदर वातावरण का आनंद उठा सकते हैं।
अन्य पर्यटन स्थलों का भ्रमण
दाचीगम वन्यजीव अभयारण्य श्रीनगर में एक और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह अभयारण्य 141 वर्ग किमी. के व्यापक क्षेत्र में फैला हुआ है। इस अभयारण्य को सन् 1951 में एक राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया गया था। यह सेंचुरी, विलुप्त प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध है जहां लाल हिरन की लुप्त प्रजाती हंगुल भी पाई जाती है। यहां आकर पर्यटक तेंदुए, काले और भूरे भालू, कस्तूरी मृग, और कई प्रवासी पक्षियों को भी देख सकते हैं।
सुंदर डल झील के किनारे स्थित इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन भी श्रीनगर के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है। इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन, कुल 90 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस गार्डन में लगभग 70 किस्मों के ट्यूलिप के फूल लगे हुए हैं। हर साल यहां 5 अप्रैल से 15 अप्रैल तक 'ट्यूलिप महोत्सव' का आयोजन किया जाता है जो लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है।
इस फेस्टिवल में केवल देश के पर्यटक ही नहीं बल्कि दुनिया भर के सैलानी ट्यूलिप की कई किस्मों को देखने और निहारने आते हैं। यहां आकर पर्यटकों को स्थानीय व्यंजनों और लोक नृत्य का आनंद भी उठाने को मिलता है। इसके अलावा, हस्तशिल्प सामान और वस्त्रों की खरीददारी भी वाजिब दामों में की जा सकती है। यह सभी सामान यहां के स्थानीय लोगों और निवासियों द्वारा बनाए जाते है। श्रीनगर की कश्मीरी पश्मीना शॉल, स्टोल और लकड़ी के शिल्प दुनिया भर में विख्यात हैं।
कुछ अन्य तथ्य
आम जनता के लिए फेस्टिवल के दौरान गार्डन सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक खुलता है। यह शहर साहसिक गतिविधियों यानि एडवेंचरस एक्टीविटी जैसे ट्रैकिंग और हाइकिंग के लिए भी जाना जाता है। पर्यटक यहां आकर ट्रैकिंग की शुरूआत श्रीनगर से शुरू कर सकते हैं जो अमरनाथ की गुफाओं तक की जाती है। यह ट्रैकिंग रूट पर्यटकों के बीच खासा प्रसिद्ध है। पर्यटक यहां आकर दचिंगम नेशनल पार्क और पहलगाम जैसे गंतव्य स्थलों पर भी भ्रमण कर सकते हैं।
यहां भोजन में चावल को ज्यादा महत्व दिया जाता है और श्रीनगर में अमूमन तौर पर खाना चटपटा और मसालेदार बनता है। यह शहर केसर की पैदावार के लिए विख्यात है जो काफी प्रसिद्ध और मंहगा मसाला होती है। केसर को रॉयल मसाला कहा जाता है इसी कारण यहां आने वाले पर्यटक स्थानीय किसानों या व्यापारियों से ताजी केसर को खरीद कर अपने साथ ले जाते हैं। भारत में केसर की कीमत औसतन 200 रू प्रति ग्राम होती है।
श्रीनगर पहुँचना
श्रीनगर, भारत के कई शहरों और अन्य देशों से फ्लाइट के द्वारा भली - भांति जुड़ा हुआ है। श्रीनगर एयरपोर्ट को शेख - उल - आलम एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है जो कई भारतीय शहरों जैसे - मुम्बई, दिल्ली, शिमला और चंडीगढ़ से जुड़ा हुआ है। विदेशी पर्यटक यहां आने के लिए दिल्ली के इंदिरा गांधी अर्न्तराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरें। यह एयरपोर्ट कई अन्य देशों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। श्रीनगर का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जम्मू है जो श्रीनगर से 290 किमी. की दूरी पर स्थित है। वैसे श्रीनगर कई शहरों जैसे जम्मू, चंडीगढ़, दिल्ली और लेह से सड़क मार्ग से भी जुड़ा हुआ है, इन स्थानों से यहां आने के लिए कई बसें चलती हैं।
श्रीनगर की जलवायु
इस गंतव्य स्थल का वातावरण साल भर कई रंग बदलता है गर्मियों के दौरान यहां का मौसम काफी अच्छा और घूमने के लिए बेस्ट होता है वहीं सर्दियों में यहां कुल्फी जमा देने वाली सर्दी पड़ती है। श्रीगनर में बारिश बहुत कम होती है। सर्दियों में भारी हिमताप होता है यानि आप स्नो फॉल देखने के शौकीन हैं तो इस मौसम में श्रीनगर आ सकते हैं।
देश और विदेश के कई हिस्सों के लिए नियमित और उत्कृष्ट हवाई, रेल व सड़क परिवहन सेवाएं और रहने के लिए हर आय वर्ग की जेब के माकूल होटल साथ ही अन्य समीपवर्ती पर्यटन स्थलों के लिए नियमित चलने वाली टैक्सी व बसें श्रीनगर को पर्यटकों के लिए खास बना देती है। तो आइए जाने श्रीनगर के बारे में कुछ खास -