सेमरसोत वन्यजीव अभयारण्य, अम्बिकापुर से 50 किमी. की दूरी पर स्थित है और सरगुजा के जिला मुख्यालय के अंर्तगत आता है। सेमरसोत वन्यजीव अभयारण्य, 430.36 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला हुआ है जो अंबिकापुर - दालटोनगंज सड़क पर स्थित है। जयनगर यहां...
देवगढ़, अम्बिकापुर से 40 किमी. की दूरी पर और सूरजपुर से 3 5 किमी. की दूरी पर स्थित है जो रिंहद नदी के तट पर स्थित है। देवगढ़, हिंदू धर्म के लोगों लिए प्रसिद्ध स्थल है। यहां भगवान शिव या बाबा भोलेनाथ का एक मंदिर है। बाबा भोलनाथ, भारत के ज्योर्तिलिंगों में...
तामोर पिंगला वन्यजीव अभयारण्य, उत्तरप्रदेश की सीमाओं से लगे सरगुजा जिले में स्थित है। इस अभयारण्य का नाम तामोर हिल और पिंगला नल्ला के नाम पर रखा गया है। वे इस क्षेत्र के प्राचीन और महत्वपूर्ण विशेषताओं वाले स्थल है। मोरन नदी, इस...
छत्तीसगढ़ का वर्णन महाभारत और रामायण जैसे प्राचीन ग्रंथों में दक्षिण कौशल के रूप में देखने को मिलता है। समय - समय पर यहां कई शासकों ने शासन किए और पूरे राज्य में कई मंदिरों का निर्माण करवाया। सरगुजा एक ऐसा स्थान है जहां कई मंदिर स्थित है। सरगुजा में...
कुदारगढ़, सरगुजा के प्रमुख स्थलों में से एक है। यह स्थल, अम्बिकापुर से 98 किमी. दूरी पर स्थित है जो सड़क मार्ग से भली - भांति जुड़ा हुआ है। अप्रैल माह में, चैत्र के दौरान, यहां नवरात्र को धूमधाम से मनाया जाता है। यह समय इस स्थल की सैर का सबसे...
अंबिकापुर सरगुजा जिले का मुख्यालय है और अंग्रेजों के शासनकाल के दौरान एक बार यह गुजरात के राजसी राज्य की राजधानी भी रह चुकी है। अंबिकापुर का नाम, देवी अंबिका के या महामाया देवी के नाम पर रखा गया है जो इस जगह का मुख्य आकर्षण है। यह एक पहाड़ी पर बना है जो...
महामाया मंदिर, सरगुजा के प्राचीन और प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है। यह देवीपुर पर स्थित में और सूरजपुर से 4 किमी. की दूरी पर बना हुआ है। देश के कोने - कोने से दर्शनार्थी यहां दर्शन करने आते है और राज्य के इस स्थल को विशेष बनाते है। नवरात्रि के...