तमिलनाडु की सैर हर तरीके से अनोखी और खास है, यहां की संस्कृति, धर्म, सहजता और सुंदरता पर्यटकों का मन मोह लेती है। यहां पर्यटकों के लिए काफी कुछ खास और बेहतरीन है, वह यहां आकर ऐसे दृश्यों को भी देख सकते है जिसकी मात्र वह कल्पना कर सकते है। आज भी तमिलनाडु की संस्कृति और सभ्यता लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है, इसलिए पर्यटक भारी संख्या में यहां आते है।
तमिलनाडु के हिल - स्टेशन
पर्यटक, तमिलनाडु में स्थित हिल - स्टेशनों में आना बहुत पसंद करते है जैसे - ऊटी और कुडईकनाल, यहां के पसंदीदा हिल स्टेशनों में से एक है। यहां नीलगिरि में ऊटी, कुडईकनाल और कोटागिरि आदि हिल स्टेशन अपने प्राकृतिक सौंदर्य से पर्यटकों को लुभाते है। इसके अलावा, इन स्थानों की जलवायु भी स्वास्थ्यप्रद होती है। तमिलनाडु के सलेम जिले में येरकाउड एक अन्य प्रसिद्ध हिल - स्टेशन है जबकि येलागिरि, कोली हिल्स और वेलापराई आदि ऐसे हिल स्टेशन है जो सुंदर है लेकिन पर्यटकों की भीड़ यहां नहीं उमड़ती है।
तमिलनाडु के समुद्र तट - आकर्षक तटीय क्षेत्र
तमिलनाडु एक समुद्री पर्यटन स्थल है, यहां के दूर - दूर तक फैले सुंदर समुद्र तट पर्यटकों का मन मोह लेते है। इस तटों पर पर्यटक शानदार छुट्टियां बिताने आ सकते है। यहां के सबसे विख्यात तटों में ये महाबलीपुरम तट है जो हॉलीडे पर आने वालों के लिए सबसे खास जगह है। वैसे चेन्नई में स्थित मरीना तट और बीसेंत नगर तट भी सुंदर और आकर्षक है। यहां का कोवलांग तट भी स्वच्छ है जो महाबलीपुरम और चेन्नई से जुड़ा है, यह तट वाकई में बेहद सुंदर है।
तमिलनाडु में नागापट्टीनम जिले में कुछ महत्वपूर्ण समुद्री तट है जैसे - नागौर, वेलनकन्नी, सिक्कल, कोदीयाक्काराई, वीदारायान, मन्नारगुडी और ट्रानक्येबर आदि। ये सभी तट पर्यटकों के सैर करने के लायक है। नागौर एक छोटा सा शहर है जो बंगाल की खाड़ी से लगा हुआ है, इसकी सीमाएं तमिलनाडु और पांडिचेरी भी मिलती है।
यहां पोमपुहार एक तटीय क्षेत्र है जो एक ऐतिहासिक स्थल है, पूरे तमिलनाडु में इसका काफी ऐतिहासिक महत्व है। इसके अलावा, तमिलनाडु के सिलापाथीकरम में तमिल काव्य के चिन्हृ भी देखे जा सकते है।
कन्याकुमारी, भारत का दक्षिणी क्षेत्र है जो बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिन्द महासागर, तीनों से मिलता है। इसकी भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि हर पर्यटक एक बार कन्याकुमारी की सैर करना अवश्य चाहेगा। तमिलनाडु में तिस्चेंदुर और रामेश्वरम भी समुद्र के किनारे स्थित प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल है।
तमिलनाडु के विरासत स्थल - सांस्कृतिक केन्द्र
तमिलनाडु के कुछ क्षेत्र संस्कृति और विरासत के लिए जाने जाते है और इन स्थानों में विदेशों से भी पर्यटक सैर करने आते है। तमिलनाडु में चेट्टीनाद एक प्रमुख शहर है जो सांस्कृतिक विरासत के लिए सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। यहां की पाक कला, संस्कृति, सभ्यता सभी कुछ वाकई में काबिलेतारीफ है। तमिलनाडु में कोयंबटूर में कोंगू संस्कृति देखने को मिलती है। मंदिरों के शहर मदुरई और तंजावुर में भी प्राचीन संस्कृति को आज भी पूरी तरीके से माना जाता है। इस आधुनिक युग में तमिलनाडु के कुछ क्षेत्रों में संस्कृति की छाप, पर्यटकों का मन मोह लेती है।
तमिलनाडु के मंदिर - जहां सभी की इच्छाएं पूरी होती है।
तमिलनाडु पर्यटन में सबसे खास यहां के मंदिर है। यहां स्थित मंदिरों के गुंबद को गोपुरम कहा जाता है और इन पर बेहतरीन डिजायन और पैटर्न वाली कलाकृति होती है। इन्हे देखने ये ही पता चलता है कि पर्यटकों ने इन पर खासी मेहनत की है। पर्यटक, तमिलनाडु की सैर के दौरान मंदिरों में दर्शन करने के लिए तंजावुर और कुम्बाकोणम आएं। इन क्षेत्रों में कई प्राचीन और सुंदर मंदिर है जिन्हे पुराने समय में कलाकारों के द्वारा काफी मेहनत से बनाया गया था।
यहां के कुछ प्रमुख मंदिरों में दारासुरम, मायीलादुथुराई, थिरूवरूर, तिरूमानान्चेरी, तिरूकारूकावुर आदि है। तमिलनाडु में स्थित मदुरई का मीनाक्षी मंदिर, पूरे विश्व में प्रसिद्ध है जिसे पांड्या शासन काल में बनवाया गया था। इस मंदिर की वास्तुकला, पर्यटकों को दांतो तले उंगली दबाने पर मजबूर कर देती है। तमिलनाडु में रामेश्वरम का मंदिर भी बहुत खास है जो समुद्र के किनारे स्थित है और यह मंदिर, भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है। तमिलनाडु में कई ऐसे विषयगत मंदिर भी है जो किसी न किसी थीम पर बने हुए है। यह सभी मंदिर, धार्मिक आस्था के प्रतीक है।
तमिलनाडु में नवगरह मंदिर भी स्थित है जो तंजावुर के आसपास स्थित है जो निम्म प्रकार है - अलनगुडी ( वृहस्पति ), तिरूनल्लार ( शनि ), कंजानुर ( वीनस ), तिरूवेनकाडु ( मर्करी ), तिरूंगेश्वरम ( नाग ग्रह ), किझापेरूमपल्लम ( नाग ग्रह ), सूरीयानर कोइल ( सूर्य देवता ), तिंगालुर ( चंद्र ) और वेदीश्वेरन कोइल ( मंगल )। तमिलनाडु में पंचभूत मंदिर है जिसे मानव शरीर के पांच तत्वों वाला मंदिर भी कहा जाता है। यह सभी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है क्योंकि माना जाता है कि भगवान शिव ही दुनिया को बनाने वाले और बिगाड़ने वाले है। तिस्वानाईकवल, तिरूवान्नामलाई, कांचीपुरम और चिदम्बरम, तमिलनाडु में स्थित है और एक मंदिर आंध्र प्रदेश में स्थित है जिसे कालाहस्ती के नाम से जाना जाता है।
छ: युद्ध - भगवान सुब्रमण्यम सा मुर्गन के पूजास्थल
तमिलनाडु में भगवान सुब्रमण्यम या भगवान मुरूगन को पूजा जाता है। इसीकारण, यहां कुल 6 मंदिर विशेष रूप से इन्हे ही समर्पित है। पालनी, तिरूपाराकुंद्रम, तिरूचेदूर, पालामुदिचोलाई, तिरूथानी और स्वामीमलाई यहां के ऐसे 6 मंदिर है।
तमिलनाडु के शहर -
तमिलनाडु के शहरों में चेन्नई, कोयम्बटूर, मदुरई, त्रिची, सलेम, इरोड, वेल्लूर, तिरूपुर, तिरूनेवेली और तोथुकुडी आदि प्रमुख है।