पुन्नई नगर में स्थित वनथिरुपथि मंदिर शवान होटल समूह के मालिकों द्वारा उनके पैतृक स्थान पर निर्मित एक सुंदर मंदिर है। यह मंदिर तिरुचेंदूर से 20कि.मी. दूर कचना विलई स्टेशन के पास स्थित है।
मेलापुथुकुड़ी अय्यनार मंदिर एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। मेलापुथुकुड़ी तिरुचेंदूर से लगभग 10कि.मी. दूर स्थित एक खूबसूरत गाँव है जो तालाबों से घिरा हुआ है। इस गाँव में प्राचीन अय्यनार मंदिर और एक सुंदर थझांपू खांचा है। यह गाँव धान, काजू, नवल पझम और यकीनन थझांपू के...
कुदिरई मोझिथेरी थिरुचेंदुर में एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है। यह थिरुचेंदुर के प्राकृतिक आकर्षणों में से एक है। कुदिरई मोझिथेरी तिरुचेंदूर से 12कि.मी. दूर है और अपने ताज़े पानी के प्राकृतिक चश्मे के लिए प्रसिद्ध है।
’दत्तात्रेय की गुफा’ नाम से भी प्रसिद्ध वल्ली की गुफा तिरुचेंदूर की एक लोकप्रिय साइट है। यह गुफा बलुआ पत्थर की चट्टान के नीचे, थिरुचेंदुर मुरुगन मंदिर के उत्तरी हिस्से की ओर समुद्रतट पर स्थित है। यहाँ से समुद्र दिखाई देता है और यह एक अद्भुत साइट है। इस...
कट्टाबोम्मन मेमोरियल किला के नाम से भी जाना जाने वाला पंचालमकुरिचि किला सलिकुलम में स्थित एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक आकर्षण है। किंवदंतियों के अनुसार यह किला 18वीं सदी में पंचालमकुरिचि के राजा वीर पंड्या कट्टाबोम्मन ने बनवाया था जो मदुरई नायक राज्य का एक पलाय-कर्रा था।...
तिरुचेंदूर मुरुगन मंदिर इस शहर का मुख्य आकर्षण है। यह भगवान मुरुगन के 6 पवित्र धामों में से एक माना जाता है। यह मंदिर भगवान मुरुगन और उनकी दो पत्नियों, वल्ली तथा दीवानाय को समर्पित है। इस मंदिर में भगवान शिव और भगवान विष्णु को समर्पित मंदिर भी हैं। कहा जाता है कि...
आरंभ में पंचालमकुरिचि किले के नाम से जाना जाने वाला कट्टाबोम्मन मेमोरियल किला सलिकुलम में स्थित एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक आकर्षण है। किंवदंतियों के अनुसार यह किला 18वीं सदी में पंचालमकुरिचि के राजा वीर पंड्या कट्टाबोम्मन ने बनवाया था जो मदुरई नायक राज्य का एक...