क्या आपको बारिश की बूंदें पसंद हैं ? क्या आप बारिश की रिमझिम गिरती बूंदों और हवा के ठंडे झोंकों को कॉफी की चुस्कियां लेते हुए देखना चाहते हैं ? क्या आप अपने सारे टेंशन, सारे फ्रस्ट्रेशनों को भूल के बारिश में नहाना चाहते हैं ? क्या आपको गिरती हुई बूंदों की आवाज़ पसंद है ? ज्ञात हो कि भारत में मॉनसून की शुरुआत हो चुकी है, बारिश की पहली बूंद ने कई राज्यों में जीवन का संचार कर दिया है। यदि आप अपने क्षेत्र में भरपूर बारिश का पूरा मज़ा नहीं ले पा रहे हैं तो आज ही किसी अच्छे ट्रैवल एजेंट से बात करें, ऑफिस में छुट्टी अप्लाई करें और निकल जाएं इस मॉनसून बारिश और प्रकृति को निहारने मेघालय।
Read : पुरी रथ यात्रा 2014 की हो चुकी है शुरुआत, चुनिंदा तस्वीरों में देखें भव्य उत्सव
मेघालय भारत के उत्तर पूर्व में स्थित एक बेहद खूबसूरत राज्य है जिसका क्षेत्रफल लगभग 22,429 वर्ग किलोमीटर है। आपको बताते चलें कि इस राज्य की जनसंख्या भी बहुत कम है। गौरतलब है कि मेघालय के उत्तर में असम, जो कि ब्रह्मपुत्र नदी द्वारा विभाजित होता है, और दक्षिण में बांग्लादेश स्थित है। यहाँ की राजधानी खुबसूरत शहर शिलांग है, जहाँ की जनसंख्या लगभग 260,000 है। मेघालय, पहले असम राज्य का हिस्सा था जिसे विभाजित कर नया राज्य बनाया गया।
Read : एशिया का सबसे साफ़ गाँव, नेचुरल पुल, झरने, वाइल्ड लाइफ, गुफाएं बहुत कुछ है मेघालय में
तो आइये इस आर्टिकल के जरिये जाना जाए कि मेघालय में मन मोह लेने वाली बारिश को देखने के लिए आपको राज्य के किन किन स्थानों कि यात्रा अवश्य करनी चाहिए।
शिलांग - पूर्व का स्कॉटलैंड
पूर्व का स्कॉटलैंड कहा जाने वाला शिलांग बेशक पूर्वोत्तर भारत का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। हरे घने जंगल, अनुपम प्राकृतिक छटा, बादलों से ढंके पहाड़, फूलों से आती मीठी-मीठी खूशबू, मिलनसार लोग और औपनिवेशिक मेहमान नवाजी के अलावा उस दौर की निशानियां शिलांग पर्यटन की खासियत है। एक ओर जहां शिलांग हरयाली से अटा पड़ा है, वहीं दूसरी ओर शहर की भागम-भाग वाली जिंदगी शिलांग पर्यटन को बहुआयामी बना देती है।
फोटो कर्टसी : T Saldanha
चेरापूँजी - जहां होती है सबसे ज्यादा बारिश
मेघालय को चेरापूँजी (जिसे स्थानीय रूप से सोहरा के नाम से लोकप्रिय है) के कारण पूरे विश्व में जाना जाता है। जब चेरापूँजी पृथ्वी पर सबसे नम स्थान होता है तो बहुत ही सम्मोहक होता है। लहरदार पहाड़, कई झरने, बांग्लादेश के मैदानों का पूरा दृश्य और स्थानीय जनजातीय जीवनशैली की एक झलक चेरापूँजी की आपकी यात्रा को यादगार बनाते हैं। चूँकि चेरापूँजी में वर्षभर भारी बारिश होती है इसलिये यहाँ की मिट्टी हल्की हो गई है जिसके कारण खेती लगभग असम्भव है।
फोटो कर्टसी : Masrur Ashraf
जयंतिया हिल्स - लहराती पहाड़ियां और विहंगम प्राकृतिक दृश्य
जयंतिया हिल्स अपनी पहाड़ियों और घाटियों के अद्भुत सौंदर्य के लिए जाना जाता है। ढेरों पहाड़ियों के साथ-साथ यहां घुमावदार नदियों की भी कोई कमी नहीं है। जयंतिया हिल्स पर्यटन न सिर्फ अपनी नैसर्गिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, बल्कि इसका ऐतिहासिक महत्व होने के साथ-साथ वर्तमान के बांग्लादेश से भी इसका गहरा संबंध है।
फोटो कर्टसी : Pankaj Kaushal
मायलेननोंग - एशिया का सबसे साफ़ गांव
मायलेननोंग मेघालय का एक छोटा सा गांव है, शायद आपको जानके हैरत हो मायलेननोंग का शुमार एशिया के सबसे साफ़ सुथरे गांव में होता है। आपको बताते चलें कि इस गांव का मुख्य व्यवसाय कृषि है। इस गांव की ख़ास बात ये है कि यहां जगह जगह पर बांस क़ बने हुए कूड़ेदान लगाये गए हैं ताकि लोग उनमें कूड़ा फ़ेंक सकें।
फोटो कर्टसी : Ashwin Kumar
कैसे जाएं मेघालय
सड़क द्वारा - आप राज्य परिवहन निगम की बसों द्वारा आसानी से राज्य में एक स्थान से दूसरे स्थान जा सकते हैं।
रेल द्वारा - गुवाहाटी यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन है और गुवाहाटी से शिलांग की दूरी मात्र 103 किलोमीटर है।
वायु मार्ग द्वारा - गुवाहाटी यहाँ का निकटतम हवाई अड्डा है जिसकी शिलांग से दूरी 128 किलोमीटर है।
फोटो कर्टसी : T Saldanha