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हरि की ओर बुलाने वाला द्वार 'हरिद्वार'

By Khushnuma

कभी 'मायापुरी' के नाम से जाना जाने वाला 'हरिद्वार' आज 'मंदिरों की नगरी' के रूप में पर्यटकों के दर्शनीय स्थलों में उभर कर सामने आया है। मंदिरों की नगरी हरिद्वार चार धामों का प्रवेश द्वारा है। यह स्थल पवित्रता का जीता जागता उदाहरण है। यहाँ आकर मानों मन एक दम पवित्र हो जाता है। यहाँ का शांत वातावरण बस भगवान की भक्ति में लीन हो जाने को तत्पर करता रहता है।

अगर आप भी हरी की और बुलाने वाले द्वार हरीद्वार आना चाहते हैं तो आपको बतादें कि यहाँ का मनभावन सौंदर्य आपकी यात्रा में चार चाँद लगा देगा। यहाँ दूर दूर तक मंदिर ही मंदिर नज़र आते हैं उन मंदिरों से भजन की आवाज़ें कानों से टकराती दिल में उतरकर भगवान की श्रद्धा में डूब जाती है।
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हर की पैड़ी

हर की पैड़ी

हर की पैड़ी हरिद्वार का प्रमुख घाट है। जिसमे हर साल श्रद्धालु उत्सवों में यहाँ आकर स्नान करते हैं। कहा जाता है कि यहाँ डुबकी लगाने से सारे पाप धुल जाते हैं। शाम के समय यहाँ आरती के बाद गंगा में दीप बहाये जाते हैं।
Image Courtesy:Livefree2013

मनसा देवी मंदिर

मनसा देवी मंदिर

मनसा देवी मंदिर बिलवा पहाड़ी पर स्थित है जहाँ तक पहुँचने के लिए पैदल रास्ता तो है ही लेकिन रोपवे (उड़न खटोला) आदि की भी अच्छी व्यवस्था की गई है। यहाँ अधिकतर पर्यटक पहुँचते हैं क्यूंकि इसकी महत्ता बहुत अधिक है।
Image Courtesy:Ekabhishek

नीलधारा पक्षी विहार व चीला

नीलधारा पक्षी विहार व चीला

अगर नीलधारा पक्षी विहार आने की सोच रहे हैं तो आपको बतादें कि यहाँ का सबसे उत्तम समय सर्दियों का मौसम है क्यूंकि सर्दियों के मौसम में यहाँ विभिन्न प्रकार के पक्षी दूर दूर से आते हैं। जिनको देखने का अपना अलग ही मज़ा है।
Image Courtesy: Magnus Manske

चंडी देवी मंदिर

चंडी देवी मंदिर

चंडी देवी मंदिर नील पर्वत पर बना हुआ है जिसकी ऊंचाई की वजह से यहाँ रोपवे की भी व्यवस्था की गई है। अगर आप यहाँ पैदल के बिना रोपवे से जाना चाहते हैं तो इसका लुफ्त भी उठा सकते हैं।
Image Courtesy:World8115

दक्ष महादेव व सती कुंड कनखल

दक्ष महादेव व सती कुंड कनखल


दक्ष महादेव व सती कुंड कनखल का मंदिर न सिर्फ हरिद्वार में बल्कि पूरे विश्व में यह मंदिर प्रसिद्ध है। आप यहाँ आकर दक्ष महादेव के दर्शन कर सकते हैं।
Image Courtesy: World8115

सप्तऋषि

सप्तऋषि


सप्तऋषि अपने महत्त्व के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यहाँ गंगा नदी छोटी छोटी धाराओं में बहती हुई पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है।
Image Courtesy: Magnus Manske

कैसे जाएँ

कैसे जाएँ


हरिद्वार कैसे जाएँ फ्लाइट, ट्रेन, बस और टैक्सी की अधिक जानकारी के लिए बस एक क्लिक करें-
वायु मार्ग द्वारा- हरिद्वार के सबसे नजदीक का हवाई अड्डा देहरादून में स्थित जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है जो इस स्थान से लगभग 20 किमी दूर स्थित है। इस हवाई अड्डे से नई दिल्ली के लिए प्रतिदिन उड़ानें उपलब्ध हैं। हवाई अड्डे से हरिद्वार पहुँचने के लिए यात्री किराए पर टैक्सी ले सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा- हरिद्वार का अपना रेलवे स्टेशन है जो भारत के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यह शहर के केंद्र से केवल एक किमी दूर है।

सड़क मार्ग द्वारा- यह स्थान देश के अन्य हिस्सों से कई निजी एवं राज्य परिवहन की बसों द्वारा जुड़ा हुआ है। नई दिल्ली से कई डीलक्स पर्यटक बसें लगातार हरिद्वार के लिए चलती हैं।
Image Courtesy: Magnus Manske

कहाँ ठहरें

कहाँ ठहरें

हरिद्वार के होटलों की अधिक जानकारी के लिए बस एक क्लिक करें
अगर आप हरिद्वार जाने की सोच रहे हैं तो हम आपको बता दें कि इन ख़ास जगह पर आप ठहर सकते हैं जहाँ से आपका सफर आसान होगा।
उत्तम श्रेणी के होटल- तीर्थ (सुभाष घाट), राही मोटल (रेलवे गोदाम के पास), क्लासिक रेज़ीडेंसी (ज्वालापुर रोड)।
मध्यम श्रेणी के होटल- अशोक (जस्सा राम रोड), अजंता (विष्णु घाट), कैलाश (शिव मूर्ति के पास), आरती (रेलवे रोड)
साधारण श्रेणी होटल- आकाश (कोतवाली के पास), सिटीज़न (श्रवणनाथ नगर)।
इसके अलावा अगर आप धर्मशाला में रहना चाहते हैं तो हरिद्वार में बहुत से धर्मशाला हैं जिनमे से कुछ हैं- बिरला हाउस धर्मशाला (बिरला रोड), जयपुरिया धर्मशाला (रामघाट)आदि।
Image Courtesy:FlickreviewR

कब जाएँ

कब जाएँ


हरिद्वार घूमने के लिए सबसे अच्छा समय है अप्रैल से जून और सितंबर से अक्टूबर।
Image Courtesy:World8115

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