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चैन और सुकून के पल बिताएं छोटा कश्मीर पिथौरागढ़ में

By Khushnuma

चैन और सुकून के पल पाना है तो सैर कीजिये प्रकृति की गोद में बसा पिथौरागढ़ की। यहाँ की हसीन वादियां, घुमाओ दार रास्ते, बर्फ से ढकी चोटियां, नीला रेशमी चादर सा आसमान, हरी-भरी हरियाली, विशाल वृक्ष और उन वृक्षों की मनभावन हवाएँ ऐसी लगती हैं जैसे कुदरत ने दिल खोल के अपना रूप बिखेरा हो। यह खूबसूरत नज़ारा ऐसा लगता है जैसे कश्मीर में आ गए हों तभी तो पिथौरागढ़ को 'छोटा कश्मीर' कहा जाता है।
अगर आप भी कुदरत के करिश्मे को नज़दीक से महसूस करना चाहते हैं तो पिथौरागढ़ ज़रूर आएं। यहाँ की दिलकश वादियां, ठंडी ठंडी हवाएँ, नर्म मुलायम घास, और फूलों के रंग बिरंगे गुलदस्ते भांति नज़ारे आपके जीवन की साड़ी थकान हर लेंगे। आपको बतादें की पिथौरागढ़ को कभी 'सोर घाटी' भी कहा जाता था। अगर आप रिवर राफ्टिंग, हेंड-ग्लाइडिंग या स्कीइंग के शौकीन हैं तो आपको यह जगह जरूर पसंद आएगी। तो चलिए सैर की जाए इस समर वेकेशन में पिथौरागढ़ की।
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ध्वज

ध्वज


ध्वज 7000 फुट ऊँची चोटी है जो कि पिथौरागढ़ से 16 किलोमीटर दूर है। यह रमणीक स्थल पिकनिक मनाने के साथ साथ हिमालय पर्वत के खूबसूरत नज़ारों को देखने का भी एक बेहद रोमांचक स्थल है। यहाँ से आप पिथौरागढ़ के खूबसूरत नज़ारे भी देख सकते हैं।
Image Courtesy:rajkumar1220

चंडाक

चंडाक


चंडाक एक बेहद आकर्षक रमणीक स्थल है। यह इतना ऊँचा है की यहाँ से आप पिथौरागढ़ के सुन्दर नज़ारों को अपनी आँखों में कैद कर सकते हैं। इसकी ऊंचाई 6000 फुट है जो कि पिथौरागढ़ से महज़ 7 किलोमीटर की दूरी पर होगा।
Image Courtesy:Bhandarinitin

थल केदार

थल केदार

थल केदार का मौसम मनभावन होने की वजह से पर्यटक यहाँ आना बेहद पसंद करते हैं। यहाँ भगवान शिव का एक प्राचीन मंदिर भी है, जो कि दर्शनीय है। यहाँ का शांत वातावरण आपको बेहद पसंद आएगा। यह खूबसूरत पिकनिक स्थल पिथौरागढ़ से 6 किलोमीटर की दूरी पर है।
Image Courtesy:Flickr upload bot

धारचूला

धारचूला

धारचूला पिथौरागढ़ के दर्शनीय स्थलों में से एक है। यहाँ कुमाऊं और नेपाल की मिश्रित संस्कृति आपको देखने को मिलेगी इसका कारण यह है कि यह स्थल नेपाल सीमा से सटा हुआ है। धारचूला ऊन के लिए प्रसिद्ध है यहाँ ऊनी वस्त्र और ऊनी सामग्री आपको देखने को मिलेगी जिसे आप खरीद भी सकते हो।
Image Courtesy:rajkumar1220

बेरीनाग

बेरीनाग


बेरीनाग पिथौरागढ़ का एक क़स्बा है। यहाँ चाय के बागान बहुतायत में देखने को मिलते हैं इसी वजह से इसे उत्तराखंड का असम भी कहा जाता है। यहाँ से हिमालय का दृश्य बेहद लुभावना दिखाई देता है। पर्यटन के लिहाज़ से यह स्थल बेहद लोकप्रिय है।
Image Courtesy:AmarChandra

जौलजीवी

जौलजीवी

जौलजीवी पिथौरागढ़ के दर्शनीय स्थलों में से एक है। यहाँ 14 नवंबर से मेला आयोजित किया जाता है जो कि तक़रीबन 15 दिनों तक चलता है। यह व्यापारिक मेला होता है इसमें कुमाँऊनी, शौका, नेपाल और मैदानी क्षेत्र के व्यापारी इकठ्ठा होते हैं। जौलजीवी पिथौरागढ़ से तक़रीबन 73 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है।
Image Courtesy:Shyamal

गंगोली हाट

गंगोली हाट


गंगोली हाट भी पिथौरागढ़ का एक क़स्बा है जो अपनी संस्कृति, कलात्मक शैली, लोक संगीत और धार्मिक मान्यताओं परम्पपराओं के लिए पर्यटकों के बीच खासा प्रसिद्ध है। गंगोली हाट क़स्बा पिथौरागढ़ से 78 किलोमीटर की दूरी पर है जो कि दर्शनीय है।
Image Courtesy:Ronhjones

मुंस्यारी

मुंस्यारी


चारों तरफ उड़ते बादल, बर्फ से धकिं चोटियां, वृक्षों की कतारें और नीला खुला आसमान किसी स्वप्न से कम नहीं लगता है। मुंस्यारी एक ट्रैकिंग करने की उत्तम जगह है जो ट्रेकिंग प्रेमियों को अपनी ओर खींच लेती है। मुंस्यारी की ऊंचाई 7000 फुट है जो कि बेहद रोमांचक है।
Image Courtesy:Ekabhishek

नारायण आश्रम

नारायण आश्रम


नारायण आश्रम का प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस आश्रम में वास्तुकला का बेजोड़ नमूना है जिसे देखने के लिए दूर दूर से पर्यटक यहाँ आते हैं। यह आश्रम पिथौरागढ़ से 129 किलोमीटर दूर है।
Image Courtesy:rajkumar1220

कस्तूरी मृग विहार

कस्तूरी मृग विहार


चारों और घने जंगलों से घिरा कस्तूरी मृग कस्तूरी मृगों के लिए पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय है। यहाँ दूर दूर तक घना जंगल बेहद लुभावना लगता है चारों और से विशाल वृक्षों की एक माला नज़र आती है। यह पिकनिक मनाने की उत्तम जगह है।
Image Courtesy:Greatestprateek

पाताल भुवनेश्वर

पाताल भुवनेश्वर


पाताल भुवनेश्वर अजंता-एलोरा की गुफाओं की तरह है जो बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल है। इन गुफाओं के अंदर अँधेरा रहता है इसलिए यहाँ प्रकाश की उत्तम व्यवस्था है। यह गुफाएं पिथौरागढ़ से 147 किलोमीटर दूर है।
Image Courtesy:MGA73bot2

मिलम-रालाम

मिलम-रालाम


मिलम-रालाम दो ग्लेशियर हैं यह दोनों मुंस्यारी से कुछ ही दूरी पर मौजूद हैं। यह ग्लेशियर बहुत कठिन चढ़ाई वाले हैं इस वजह से इन ग्लेशियरों पर बहुत काम पर्यटक पहुँच पाते हैं।
Image Courtesy: anurag agnihotri

पिथौरागढ़ कैसे जाएँ

पिथौरागढ़ कैसे जाएँ

पिथौरागढ़ कैसे जाएँ फ्लाइट, ट्रेन, बस और टैक्सी की अधिक जानकारी के लिए बस एक क्लिक करें-
वायु मार्ग द्वारा
निकटतम हवाई अड्डा नैनी-सैनी है, जो पिथौरागढ़ से मात्र 5 किलोमीटर दूर है।

रेल मार्ग द्वारा
निकटतम रेलवे स्टेशन टनकपुर है, जो पिथौरागढ़ से 150 किलोमीटर दूर है। टनकपुर से बस अथवा टैक्सी द्वारा पिथौरागढ़ पहुंचा जा सकता है।

सड़क मार्ग द्वारा
सड़क मार्ग द्वारा पिथौरागढ़ देश के कई शहरों से जुड़ा हुआ है। यहाँ के लिए दिल्ली, लखनऊ, बरेली, देहरादून, नैनीताल आदि शहरों से सीधी व नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं।
Image Courtesy:Magnus Manske

पिथौरागढ़ में कहाँ ठहरें

पिथौरागढ़ में कहाँ ठहरें


पिथौरागढ़ के माध्यम श्रेणी के होटल- होटल राजा, ज्योति, सम्राट, त्रिशूल, अलंकार आदि। इसके अतिरिक्त यहाँ लॉज, गेस्ट हाउसधर्मशालाएं भी हैं, यहाँ ठहरने की उचित व्यवस्था है।
Image Courtesy:Thunderboltz

पिथौरागढ़ कब जाएँ

पिथौरागढ़ कब जाएँ


अप्रैल से जून तथा सितंबर से नवंबर तक का समय पिथौरागढ़ भ्रमण के लिए उपयुक्त है।

उत्तराखंड का छोटा कश्मीर पिथौरागढ़

उत्तराखंड का छोटा कश्मीर पिथौरागढ़

प्रकृति की गोद में चैन के कुछ पल बिताने को मिले तो मन को सुकून मिलता है।
Image Courtesy:rajkumar1220

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