चाय शब्द ही भारत का पर्यायवाची हो गया है। अनेकों भारतीय दिन में कई वक़्त गर्मागर्म चाय का मज़ा उठाना पसंद करते हैं। चाय का सबसे महत्व्पूर्ण उत्पादक होने के कारण भारत को अपने प्रभावशाली चाय बागानों पर गर्व है। यह चाय बागान पूरे देश में विभिन्न राज्यों में बिखरे हुए हैं। विदेशी पर्यटक भी भारत आकर चाय बागान जाना नहीं भूलते। जब कोई पर्यटक चाय बागान पहुँचता है तो वह ताज़ी हवा और प्रदूषण रहित वातावरण पहली चीज़ें हैं जो वह महसूस करता है। वह इस निर्मल हरियाली का मज़ा उठा सकते हैं जो उनको अपनी भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी से एक काफी आवश्यक ब्रेक दिलाता है। पर्यटक भारत के इन चाय बागानों से कुछ असली चाय की पत्तियां भी ला सकते हैं। चलिए कुछ ऐसे ही चाय बागानों के बारे में जानें जहाँ पर्यटक आ सकते हैं:
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दार्जीलिंग, पश्चिम बंगाल
भारत का सबसे ज़यादा भ्रमण किया जाने वाला हिल स्टेशन दार्जिलिंग पश्चिम बंगाल का ऐसा शहर है जहाँ पूरे भारत का करीबन 25 प्रतिशत चाय उत्पादन होता है।
अपने बेहतरीन मौसम और प्राकृतिक सुंदरता के कारण दार्जिलिंग को भारत का सबसे अच्छा चाय बागान क्षेत्र माना जाता है और पर्यटकों को यहाँ जाने की सलाह दी जाती है। यहाँ आने पर हैप्पी वैली टी स्टेट ज़रूर देखना चाहिए। दार्जीलिंग जाने के लिए सबसे सही समय मार्च से नवंबर के बीच का है।
नीलगिरी पहाड़, तमिल नाडू
भारत में यह जगह इसलिए मशहूर है क्योंकि करीबन 100 साल से यहाँ चाय उगाया जा रहा है। नीलगिरी पहाड़ पर कई तरह के चाय के पौधे हैं जिनकी खुशबू बेहतरीन है। नीलगिरि के चाय बागान को पेश करता है नीलगिरि टी प्लांटर एसोसिएशन। नीलगिरि के पास है कुनूर जहाँ पर पर्यटक कई सुन्दर चाय बागानों का मज़ा ले सकते हैं।
मुन्नार, केरल
एक मशहूर हिल स्टेशन के अलावा केरल का मुन्नार भारत की एक ऐसी जगह है जहाँ पर विशाल चाय के बागान पाये जा सकते हैं। सुन्दर प्राकृतिक नज़ारा और बेहतरीन मौसम मुन्नार को पर्यटकों के लिए सबसे अच्छा बनाता है जहाँ आकर वह अपनी छुट्टियां बिता सकते हैं।
पर्यटकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि जब वह मुन्नार आयें तो चाय बागान ज़रूर देखें।
जोरहाट, असम
भारत के असम में विशालदर्शी लोलैंड पर उगायी जाने वाली असम की चाय पूरे विश्व में अपने चमकदार रंग और अच्छे फ्लेवर के लिए मशहूर है। असम को दश का सबसे बड़ा चाय उत्पादक क्षेत्र माना जाता है। दक्षिणी चीन और असम पूरे विश्व के ऐसे दो क्षेत्र हैं जहाँ पैदाइशी चाय के पौधे उगाये जाते हैं।
असम के जोरहाट में हर साल एक चाय महोत्सव का आयोजन होता है जहाँ भारी तादाद में पर्यटक आते हैं। इसलिए भारत से होकर चाय से भरी यात्रा में जाने के लिए और इन चाय बागानों की सुंदरता को निहारने और अनुभव करने के लिए तैयार हो जाएँ।