कभी कभी हमे नौकरी करते हुए एक अच्छी छुट्टी की तलाश रहती है,लेकिन काम की व्यस्तता के चलते ये कभी मुमकिन नहीं हो पाता है। लेकिन जब अपनी पुरानी नौकरी छोड़कर नई नौकरी की तलाश में होते हैं, तो उस दौरान अच्छे से अपनी छुट्टियों को एन्जॉय कर सकते हैं।
छुट्टियों को बनाना है यादगार तो चले आयें...लोनावाला
जरूरी नहीं कि, पुरानी नौकरी छोड़कर नयी नौकरी तुरंत पकड़ ली जाए, इस दौरान आपको खुद के लिए कुछ समय निकालकर खुद को रिफ्रेश करना चाहिए। ताकि आप अपनी नयी नौकरी को नई उर्जा और पाजिटिविटी के साथ शुरू कर सकें।
इस बार अमृतसर जायें तो स्वर्ण मंदिर ही नहीं ये खास चीजें भी जरुर घूमे
तो अगर आप अपनी जॉब शिफ्ट करने वाले हैं, तो नई नौकरी करने से पहले खुद के साथ कुछ अच्छा वक्त बिताएं, ताकि नयी नौकरी भी आपको कुछ दिनों बाद बोरिंग ना लगने लगे। आइये जानते हैं कुछ खास जगहों के बारे में, जहां आप खुद को रिफ्रेश कर सकते हैं।
लेह लद्दाख
लेह लद्दाख जाना हर किसी का सपना होता है, इस जगह को घूमने के लिए कम से कम आपके 20 दिन होने चाहिए, अगर आप नौकरी छोड़ चुके हैं और कुछ करने को नहीं है, तो लेह लद्दाख का ट्रिप कीजिये..खासकर यह ट्रिप रोड ट्रिप हो तो कहने ही क्या। लेह लद्दाख मनाली और श्रीनगर से रोड के जरिये पहुंचा जा सकता है। यहां आप पैंगोग झील, पहाड़ और मठ आदि देख देख सकते हैं।PC:Sahil.morankar
लाचुंग
लाचुंग उत्तरी सिक्किम में स्थित छोटा सा जिला है..लाचुंग का अर्थ है "छोटी सी घाटी" और यह दुनिया भर के लेखकों का पसंदीदा स्थान रहा है। लाचुंग अपने मठों के लिए प्रसिद्ध है, और यहाँ के लाचुंग मठ को देखने दुनिया भर से हजारों सैलानी आते हैं। इसे युमथांग घाटी का प्रवेश द्वार भी माना जाता है। यह शहर इतना सुन्दर है कि, विख्यात ब्रिटिश घुमक्कड जोसेफ डॉल्टन हुकर ने अपने लेख द हिमालयन जर्नल में इसे "सिक्किम के सबसे सुन्दर ग्राम" के रुप में संबोधित किया। विशेष रुप से लाचुंग अपने सुन्दर झरनों, प्राचीन नदियों और विशाल सेबों के बगीचों के लिए प्रसिद्ध है, और इसकी इस सुन्दरता को देखने ज्यादा तर सैलानी अक्टूबर से लेकर मई महीने के बीच आते हैं।अगर आप बर्फबारी का मजा लेना चाहते हैं, तो भी आप यहां आ सकते हैं।PC:Asking28
जाइरो
अरुणाचल में जाइरो एक छोटा सा हिल स्टेशन है जोकि समुद्र तल से 5754 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। अपनी खूबसूरती की वजह से ही यह शहर यूनेस्को के विश्व विरासत स्थलों में से एक हैं।जाइरो पाइन के पेड़ों से भरी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। पूरे क्षेत्र में फैले घने जंगल ही आदिवासी लोगों के घर हैं। जाइरो पौधों और जन्तुओं के मामले में काफी धनी है तथा अपनी विविधता की वजह से प्रकृति प्रमियों के लिए आदर्श स्थान बनी हुई है। जाइरो में पर्यटक हरी-भरी शाँन्त टैली घाटी, जाइरो पुटु, तरीन मछली केन्द्र, कर्दो में स्थित ऊँचा शिवलिंग आदि घूम सकते हैं।PC:Ashwani Kumar
गोकर्णा
अगर आप शांत समुद्री तट की तलाश में हैं, तो आपको गोकर्णा की ओर रुख करना चाहिए..यहां का कुडेल तट, गोकर्ण तट, हॉफ मून तट, पैराडाइज तट और ओम तट यहां के पांच प्रमुख तट है जो पर्यटकों का मन मोह लेते है। यहां असीम शांति के बीच पार्टनर का हाथ पकड़कर समुद्री तट पर चलना काफी रूमानी सा है।PC: Happyshopper
वर्कला
केरल में वर्कला सबसे अच्छे समुद्र तट में से एक है। तिरुवनंतपुरम से 51 मील की दूरी पर स्थित है। वर्कला अपनी प्राकृतिक आकर्षण और उच्च चट्टानों के साथ दुनिया भर से पर्यटकों को लुभाने के लिए अपील और क्षमता रखती है। यहां का समुंद्र तट अन्य देशों के लोगों के बीच प्रसिद्ध है और को रोमांचक बनाने के लिए कई रोचक गतिविधिया भी प्रदान करता है जैसे सूर्य स्नान , नाव की सवारी, सर्फिंग और आयुर्वेदिक मालिश।PC:Lukas Vacovsky
पोंडेचेरी
यात्रा के विविध अनुभव लेने की इच्छा रखने वाले यात्री के लिए पांडिचेरी एक उत्कृष्ट स्थान है। समुद्र और अनूठी वास्तुकला से समृद्ध पांडिचेरी यहाँ आने वाले यात्रियों को एक सुखद अहसास कराता है। इस पूरे शहर को एक ग्रिड पैटर्न पर बनाया गया है और यह सबसे अधिक महत्वपूर्ण फ्रांसीसी प्रभाव के कारण जाना जाता है। शहर की अनेक सड़कों के फ्रेंच नाम हैं तथा महलनुमा घर और औपनिवेशिक वास्तुकला से बने विला यात्रियों के लिए एक शानदार नज़ारा प्रस्तुत करते हैं।
इस शहर में चार बेहतरीन तट हैं- प्रोमनेड तट, पैराडाइस तट, सेरेनिटी तट तथा आरोविले तट जो यहाँ आने वाले यात्रियों को छुट्टियों का एक नया अनुभव प्रदान करते हैं। इस जगह का एक अन्य प्रमुख आकर्षण, श्री अरबिंदो आश्रम, भारत का प्रसिद्ध आश्रम और योग केंद्र है।प्रातःकाल के शहर के नाम से भी प्रसिद्ध आरोविले शहर अपनी अद्वितीय संस्कृति, विरासत रूपी स्मारक और वास्तुकला से पर्यटकों को आकर्षित करता है।PC:Kalyan Kanuri
गावी
केरल के इद्दुकी जिले में स्थित गावी एक बेहद ही खूबसूरत सा जिला है, यह पेरियार टाइगर रिजर्व के निकट है,जिसके लिए यहां आने के लिए परमिशन की जरूरत होती है। ट्रेकिंग लवर्स के लिए यह जगह स्वर्ग से कम नहीं है।PC:Samson Joseph
बिनसर
बिनसर उत्तराखंड का छोटा सा गांव है..यह जगह प्राकृतिक प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। घने देवदार के जंगलों से निकलते हुए शिखर की ओर रास्ता जाता है, जहां से हिमालय पर्वत श्रृंखला का अकाट्य दृश्य और चारों ओर की घाटी देखी जा सकती है। बिनसर से हिमालय की केदारनाथ, चौखंबा, त्रिशूल, नंदा देवी, नंदाकोट और पंचोली चोटियों की 300 किलोमीटर लंबी शृंखला दिखाई देती है, जो अपने आप मे अद्भुत है और ये बिनसर का सबसे बडा आकर्षण भी हैं।
स्पीती
स्पीती का मतलब "मिडल लैंड" क्योंकि यह जगह भारत और तिब्बत के पास स्थित है। यह क्षेत्र एक रेगिस्तान पहाड़ी घाटी है और जोकि प्राचीन मठों की प्राकृतिक सुंदरता के लिए बहुत प्रसिद्ध है। स्पीती की यात्रा तब तक पूरी नहीं होती, जब तक आप यहां के प्राचीन मठों की सैर ना करें।यहां आप ट्रैकिंग के साथ बाइकिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं। इतना ही नहीं लाहुल से दुनिया का सबसे ऊंचा हाईवे गुजरता है। जो कि लाहुल को विश्व में अलग पहचान दिलाता है।PC:Ksuryawanshi
ट्रेकिंग
जी हां, अगर नई नौकरी को ज्वाइन करने के कुछ ही दिन बचे हैं और बीच के दिनों में खुद को रिफ्रेश करना चाहते हैं, तो त्रिउंड ट्रेक ट्राय करें..त्रिउंड, हिमाचल प्रदेश का ऐसा ट्रेकिंग सफ़र है जो हर एक रोमांच पसंद करने वालों को अपनी ओर आकर्षित करता है। झरनों पहाड़ों के साथ होता हुआ यह ट्रेकिंग सफ़र आपको प्रकृति के हर रंग से रूबरू कराता है।