हाल ही में अहमदाबाद को यूनेस्को विश्व धरोहर शहरों में शामिल किया है। इसके साथ ही यूनेस्को की सूची में अपना नाम दर्ज करवाने वाला अहमदाबाद भारत का पहला शहर भी बन गया है।
अहमदाबाद को देखकर ही आप समझ जाएंगे कि इसे यूनेस्को की लिस्ट में क्यों जगह मिली है। खूबसूरत सड़कों और शानदार वास्तुकला की इमारतें इस शहर को आकर्षक बनाती हैं।
ये गुजरात का सबसे बड़ा शहर है और से राजधानी शहर गांधीनगर से 27 किमी दूर है। अहमदाबाद शहर बहुत साफ-सुथरा है और यहां कई हेरिटेज स्थल हैं। वीकेंड पर इस शहर के आसपास की जगहें भी देख सकते हैं। अहमदाबाद के आसपास वीकेंड पर इन 5 जगहों पर घूम सकते हैं।
अक्षरधाम
अहमदाबाद से 30 किमी की दूरी पर स्थित अक्षरधाम एक बेहद खूबसूरत मंदिर है, जिसे देवताओं का पवित्र स्थान भी कहा जाता है । अक्षरधाम हिंदुओं का पवित्र पूजन स्थल है। यहां आकर आपको सकारात्मकता शांति का अहसास होगा।अहमदाबाद से अक्षरधाम पहुँचने में करीब 40 मिनट का वक्त लगता है। 23 एकड़ में फैला यह मंदिर बेहद खूबसूरत है, इसकी वास्तुकला पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है, गुलाबी बलुआ पत्थर से बने इस मंदिर में खूबसूरत गार्डन और संग्रहालय हॉल भी है।PC: official site
अदलाज स्टेपवैल
इसे 1498 में वाघेला साम्राज्य द्वारा बनवाया गया था। इस शानदार स्टेपवैल को रुदाबाई स्टेपवैल के नाम से भी जाना जाता है। यह पांच मंजिला इमारत नक्काशीनुमा है।इस स्टेपवैल को पहले नहाने, पीने और कपड़े धोने के लिए काम में लाया जाता था और अब इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। ये शहर से 20 किमी दूी है जिसमें 35 मिनट का समय लगेगा। अदलाज स्टेपवैल खूबसूरत वास्तुकला का नमूना है।
PC:Sahil Gupta
नलसरोवर पक्षी अभ्यारण्य
सनांद गांव के पास स्थित नलसरोवर अभ्यारण्य अहमदाबाद से 64 किमी दूर है। इस सुंदर स्थान पर कई प्रवासी पक्षी देखे जा सकते हैं। यहां वसंत और सर्दी के मौसम में ज्यादा पक्षी आते हैं। सर्दी के मौसम में यहां 210 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां देखने को मिलती हैं।
रोज़ी पेलिकन, ब्राहमिनी डक और हेरॉन्स आदि कुछ पक्षियों को नलसरोवर में देख सकते हैं। इसके अलावा यहां कई दुर्लभ जानवर जैसे ब्लैकबक और जंगली गधा आदि भी दिखेंगें। झील में नाव की सैर का मज़ा भी ले सकते हैं। पक्षियों को निहारते हुए सूर्यास्त भी देख सकते हैं।
PC:Vaibhav Sheth
जंजारी झरना
देहगाम के पास स्थित जंजारी झरना अहमदाबाद से 80 किमी दूर है। ये वतराक नदी में बहता है। ये झरना सिर्फ मॉनसून के दौरान देखा जा सकता है और अन्य मौसम में ये सूख जाता है। इसलिए जंजारी झरने को देखने के लिए सितंबर से फरवरी तक का समय सबसे सही है।
थोल झील
थोल ताजे पानी की झील है जिसे सिंचाई के लिए 1912 में बनवाया गया था। थोल झील पर कई पक्षी आते हैं जिनमें फ्लैमिंगों और सरूस क्रेन देखे जा सकते हैं। ये अहमदाबाद से 30 किमी दूर है।
यहां 150 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां देखी जा सकती हैं। इसके अलावा थोल के आसपास समृद्ध वनस्पति और पशु जैसे गोल्डन जैकाल, भेडिया और ब्लैकबक आदि देखे जा सकते हैं। वीकएंड पर पिकनिक के लिए थोल झील आ सकते हैं।PC:Chobist