जिस तरह जिन्दगी में जीने के लिए खाना पीना जरूरी है, ठीक वैसे ही सजने संवरने के लिए एक दर्पण का हमारे जीवन में खास महत्व रखता है। क्या आप दर्पण देखे बिना एक दिन भी रह सकते हैं..यकीनन आपका जवाब ना ही होगा। इसमें कोई शक नहीं कि,दर्पण मानव की सबसे महत्वपूर्ण खोजों में से एक है। यह सिर्फ दैनिक उद्देश्यों के लिए उपयोग नहीं किया जाता है,बल्कि दर्पण कई कलात्मक कृतियों का भी हिस्सा है,जो हमे आश्चर्यचकित करता है।
भारत के ये ऐतिहासिक स्थल देखना ना भूलें
भारत में कई खूबसूरत शीश महल है, जिनकी वास्तुकला और कलात्मक देख आप हैरान रह जायेंगें..इसी क्रम में आइये जानते हैं,भारत के कुछ बेहद ही खूबसूरत शीश महलों के बारे में
शीश महल, आमेर
यपुर स्थित आमेर एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है...यह महल 'दर्पण हॉल' के नाम से लोकप्रिय है। शीश महल 'जय मंदिर' का एक हिस्सा है, जिसे बेहद ही ख़ूबसूरती से दर्पणों से सजाया गया है। छत और दीवारों पर लगे शीशे के टुकड़े, प्रकाश पड़ने पर प्रतिबिंबित होते हैं,जिसकी चमक पूरे महल में फैल जाती है। ऐसा कहा जाता है कि ये दर्पण पूरे महल में मोमबत्ती की रोशनी में चमकते थे। आमेर किले में शीश महल 16 वीं सदी में राजा मान सिंह द्वारा बनाया गया था।PC:Ronakshah1990
आइना महल,भुज
आइना मतलब दर्पण...इस महल में संगमरमर की दीवारें दर्पण से विभूषित है...आइना महल का निर्माण राव लकपतजी ने कराया था। आइना महल में स्थित वेनिस का ग्लास उत्कृष्ट रूप से डिज़ाइन किया गया है। दुर्भाग्य से, यह विरासत 2001 में भूकम्प में ध्वस्त हो गया था, लेकिन अभी भी इस महल के कुछ अंशों को बरकरार रखा गया है। पर्यटक अभी भी इस जगह म्यूजिक रूम,म्यूजियम,कोर्ट रूम और महल में सुंदर दर्पण का काम देखा जा सकता है।PC: calliopejen
शीश महल- मेहरानगढ़ किला
आप मेहरानगढ़ किले में स्थित शीश महल के कलात्मक काम को देख हतप्रभ रह जायेंगे। दिलचस्प यह है कि, यहां दर्पण कार्य प्रामाणिक राजस्थानी वास्तुकला का एक उदाहरण है। वास्तुकला की इस का छत, दीवारों और फर्श दर्पण के काम के साथ सजी है। यह दर्पण के काम में प्लास्टर कास्ट चमकीले पेंट धार्मिक आंकड़े के द्वारा बनाया गया है। इसमें कोई संदेह नहीं है, यह भारत में सबसे अच्छे दर्पण महलों में से एक है।PC:Praxipat
शीश महल पटियाला
मोती बाग पैलेस के पीछे, 1847 में महाराजा नरेन्द्र सिंह द्वारा निर्मित शीशा महल, पटियाला के महाराजा का आवासीय महल था। इस भवन को इसके आकर्षक रंगीन कांच और कांच के काम की वजह से 'दर्पणों के महल' के रूप में जाना जाता है। महल में एक संग्रहालय है, जिसमें विश्व के विभिन्न भागों के पदकों का सबसे बड़ा संग्रह है। दीवारों और छत के ऊपर बनी सुंदर और विस्तृत कलाकृति, राजस्थान और कांगड़ा के कलाकारों की कड़ी मेहनत को दर्शाते है। हर साल, कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और विरासतीय त्योहार शीश महल में आयोजित होते हैं।PC: MILIND KULKARNI
शीश महल,आगरा किला
आगरा किले में यह शीश महल एक तुर्की स्नान है! यह एक विदेशी स्नान है जो राजाओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता था। दर्पण का महल आगरा के किले में खास महल का हिस्सा है। ऐसा कहा जाता है कि ये दर्पण मोमबत्ती की रोशनी में चमकते थे। इस शीश का महल का इस्तेमाल गुप्त बैठक के लिए भी किया जाता था। इस महल जैसी वास्तुकला शायद ही भारत के किसी और महल में देखने को मिले।PC:Arpita Roy08