प्रेतवाधित स्थानों से जुड़े डरावने किस्सों में हॉस्टल का जिक्र भी कई बार आता है। छात्रों का अस्थाई निवास, जिसमें साल दर साल दूर-दराज के छात्र रहने के लिए आते हैं। पढ़ाई खत्म हॉस्टल की लाइफ खत्म। छात्र भले ही चले जाएं लेकिन ये पुराने होते हॉस्टल अपने अंदर हकीकतों को जमा करते चले जाते हैं। कुछ सच्चाई सबको पता होती है पर कुछ को रहस्य की शक्ल दे दी जाती है। छोटे-छोटे कमरे और बड़ी गैलरियों के अलावा भी हॉस्टल की कुछ और भी पहचान जुड़ी होती हैं।
इस खास लेख के माध्यम से आज कुछ उन्हीं सच्चाईयों को हमआपके सामने रखेंगे। रहस्य की पड़ताल में हमारे साथ जानिए भारत के सबसे चुनिंदा प्रेतवाधित हॉस्टल जिनसे जुड़ी हैं कई रहस्यमयी कहानियां।
च्वाइस हॉस्टल
महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक च्वाइस हॉस्टल है, जिसे शहर का प्रेतवाधित स्थान माना जाता है। यह हॉस्टल शहर के क्रवे रोड पर स्थित है। जानकारों का मानना है कि यहां बहुत से लोगों ने अनहोनियों का सामना किया है। यहां रहने वाले बहुत से छात्रों ने दावा है कि यहां किसी बुरी आत्मा का साया है। छात्रों ने यहां किसी महिला को लाल साड़ी में देखा है। जो अकसर आधी रात के दौरान दिखाई देती है, अगर कोई उसके पास जाने की कोशिश करता है तो वो गायब हो जाती है।
रात के समय हॉस्टेल की गैलरी सन्नाटे से भर जाती है। इस दौरान कोई जल्दी रात के समय नहीं निकलता। इस वजह से बहुत से छात्र यहां से किसी और हॉस्टल में शिफ्ट हो गए हैं।
कटक हॉस्टल
ओडिशा राज्य के प्रसिद्ध शहर कटक में भी कोई पुराना हॉस्टल मौजूद है जिसे प्रेतवाधित घोषित कर दिया गया है। अपने डरावने अनुभवों और अजीबोगरीब घटनाओं के कारण यह हॉस्टल बिते दिनों में काफी कुख्यात हो गया है। जानकारों का मानना है कि यहां किसी उमरदार व्यक्ति की आत्मा भटकती है, जो अकसर रात के अंधेरे में हॉस्टल के पीछे या कॉरिडोर में दिखाई देता है। हालांकि इस अदृश्य शक्ति ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है लेकिन एक डर का माहौल हमेशा बना रहता है।
अजीबोगरीब आवाजें और डरावने अनुभवों के कारण यहां के बहुत से छात्रों ने शिकायत भी की थी। लेकिन वृद्ध इंसान की आत्मा का दिखना एक रहस्य ही बना हुआ है। अबतक इस बात का किसी को पता नहीं लग सका कि दिखने वाली यह वृद्ध इंसान कौन है।
सावित्री बाईफूले हॉस्टल
प्रेतवाधित हॉस्टलों में चंडीगढ़ का सावित्री बाईफूले हॉस्टल भी गिना जाता है। यह काफी पुराना छात्रावास बताया जाता है, जो अपने भुतहा अनुभवों के लिए ज्यादा चर्चा में आया है। माना जाता है कि इस हॉस्टल में कोई सर कटा भूत घूमता है, जिसकी शिकायत कई बार छात्र कर चुके हैं। बहुत से छात्र इस डर से हॉस्टल छोड़ चुके हैं।
जानकारों का मानना है कि यह भूत कमरों की खिड़कियों और कॉरिडर में दिखाई देता है। कई बार प्रशासन की तरफ से इस सर कटे भूत का राज जानने की कोशिश भी की गई है पर अबतक एक रहस्य ही बना हुआ है।
ओडिशा के चुनिंदा सबसे प्रेतवाधित स्थान, रहस्यों से भरे हैं पेड़
प्रेतवाधित कॉलेज कैंपस - पुणे विश्वविद्यालय
हॉस्टल के अलावा भारत में कई कॉलेज कैंपस भी प्रेतवाधित माने गए हैं। जिनमें से एक है पुणे विश्वविद्यालय। अंग्रेजी शैली में बना यह कैंपस बहुत से पेड़ों से भरा है। माना जाता है कि यहां किसी विदेशी एलिस रिचमैन की एक कब्र है। शिलालेख पर उसका नाम और अन्य जानकरी लिखी हुई है। 13 नवंबर, 1856 को दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में पैदा हुआ एलिस 1886 में हैजा के कारण मर था। लेकिन बहुत लोग इसकी मौत का कारण कुछ और बताते है।
जानकारों का मानना है कि एलिस हैजा से नहीं मरा था या तो उसने आत्महत्या की थी या फिर उसकी किसी ने हत्या कर दी थी। इसके अलग बहुत से लोगों का दावा है कि कॉलेज कैंपस में कोई सफेद कपड़े पहनी हुई महिला रात के समय घूमते दिखाई देती है।
मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज
उपरोक्त स्थानों के अलावा चेन्नई का मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज भी प्रेतवाधित माना जाता है। जानकारों का कहना है कि कॉलेज के किसी छात्र आशिक ने यहां के हर्बर हॉल में आत्म हत्य कर ली थी। जिसकी वजह एकतरफा प्यार था। वो लड़का कॉलेज की ही किसी लड़की से प्यार करता था लेकिन जब उस लड़की ने उसे साफ शब्दों में कह दिया कि वो उससे प्यार नहीं करती तो उसने अपनी जान दे दी । जानकारों का मानना है कि उस लड़के की आत्मा आज भी कॉलेज के कमरो में भटकती है।
बहुत से छात्रों ने यहां अजीबोगरीब घटनाओं का घटते देखा है। जैसे अकारण खिड़कियों को खड़कना, अपने आफ पंखा चल जाना, कांच का टूटना यहां तक की बर्तनों का अपने आप हिलना। हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है इसका कोई सटीक प्रमाण नहीं मिलता । लेकिन यहां डरावने एहसास होते हैं इसलिए इसे शहर के चुनिंदा प्रेतवाधित स्थानों में गिना जाता है।