केरल दक्षिण भारत के सबसे खूबसूरत राज्य में गिना जाता है। विश्व स्तर पर अपनी अलग पहचान बना चुका केरल अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और धार्मिक-सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। केरल में घूमने-फिरने के लिए ढेरों खूबसूरत जगहें मौजूद हैं, इसलिए यहां पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है।
पर शायद बहुत ही कम लोग इस तथ्य से वाकिफ होंगे कि केरल अपनी भौगोलिक खूबसूरती के अलावा अपने प्रेतवाधित स्थानों के लिए भी जाना जाता है। राज्य के कुछ जंगल, सड़के और बंगले अपने डरावने अनुभवों के लिए जाने जाते हैं। रहस्य की पड़ताल में जानिए केरल के उन स्थानों के बारे में जिन्हें राज्य के सबसे भुतहा स्थानों की श्रेणी में रखा गया है।
लककीड़ी गेटवे
केरल के वायनाड जिले में स्थित,लककीड़ी गेटवे ठामरस्सेरी पास को पार करने का एक छोटा सा रास्ता है। लेकिन अब यह मार्ग अपने रूहानी अनुभवों के कारण प्रेतवाधित स्थान के रूप में जाना जाता है। इस रास्ते से एक पुरानी कहानी जुड़ी हुई है। ऐसा कहा जाता है कि औपनिवेशिक काल के दौरान एक ब्रिटिश इंजीनियर ने एक व्यक्ति करिंथंदन से इस मार्ग को ढूंढने में मदद मांगी थी।
लेकिन रास्ता खोजने का क्रेडिट प्राप्त करने के लिए उसने करिंथंदन को मार डाला। माना जाता है उस मृत व्यक्ति की आत्मा आज भी इस मार्ग में भटकती है। यहां से गुजरने वाले बहुत से ट्रैवलर्स ने यहां असामान्य अनुभवों का सामना किया है।
बोनाकाउड बंगला
अगर आप भूत-प्रेतों की वास्तविक कहानियों पर विश्वास नहीं करते तो आपको केरल के बोनाकाउड बंगले का अनुभव जरूर लेना चाहिए। बोनाकाउड बंगला राज्य के सबसे प्रेतवाधित बंगलों में गिना जाता है। कहते हैं कि शाम ढलते ही यह स्थान शैतानी आत्माओं का अड्डा बन जाता है। माना जाता है कि ब्रिटिश काल के दौरान बंगले की मालिक के बच्चे की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी, जिसके बाद वो परिवार यह स्थान छोड़ लंदन शिफ्ट हो गया था।
स्थानीय लोगों का मानना है कि इस बंगले पर उसी बालक की आत्मा का साया है। आधी रात के दौरान उस बच्ची की आत्मा बंगले की चार दीवारी में भटकती रहती है। यह बंगला खाली रहता है पर यहां लोगों ने बंगले के अंदर से अजीबोगरीब चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनते देखा है।
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त्रिचूर वन
केरल अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के साथ- साथ ट्रेकिंग, कैंपिंग और जंगल सफारी जैसे रोमांचक एडवेंचर के लिए भी जाना जाता है। केरल में त्रिचूर वन कुछ इसी तरह के अनुभवों के लिए जाना जाता है। लेकिन यह जंगल सिर्फ मनोरंजन ही प्रदान नहीं करता बल्कि यह स्थान शहर के सबसे प्रेतवाधित स्थानों में गिना जाता है।
जानकारी के अनुसार जो लोग यहां ट्रेकिंग जैसी गतिविधियों के लिए आते हैं उन्होंने यहां असामान्य अनुभवों का सामना किया है। बताया जाता है कि यहां कभी किसी सात साल के बच्चे की मौत हो गई थी, उस लड़के की आत्मा इस जंगल में भटकती है। लेकिन बच्चे की आत्मा किसी को नुकसान नहीं पहुंचाती है।
सबरीमाला मंदिर
PC- Sailesh
श्री अयप्पा के देवता को समर्पित सबरीमाला एक प्राचीन मंदिर है जिससे ढेरों कहानियां जुड़ी हुई हैं। हालांकि की यह एक सम्मानित मंदिर है लेकिन इस मंदिर का एक अलग पहलु इसके रहस्यमय पक्ष को सामने लाकर रखता है। लोग कहते हैं कि यह मंदिर अपार रहस्य और अलौकिक घटनाओं से भरा हुआ है। स्थानीय लोग कहते हैं कि भगवान अयप्पा ने 14 जनवरी को एक दुष्ट प्राणी को हराया था।
लेकिन उस दुष्ट प्राणी की आत्मा हर साल इस मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश करती जिसे भगवान अयप्पा पराजित करते हैं। भगवान अयप्पा की जीत का प्रतीक आसमान में किसी रोशनी के रूप में दिखाई देता है, जिसे यहां के लोग अपनी आंखों से देखते हैं।
करियावोट्टम
उपरोक्त स्थानों के अलावा करियावोट्टम कैंपस रोड भी केरल के चुनिंदा सबसे प्रेतवाधित स्थानों में गिनी जाती है। माना जाता है यहां एक तालाब है जिसमें किसी लड़की आत्महत्या कर ली थी। उस लड़की के नाम पर ही इस तालाब का नाम हैमावती तालाब पड़ा। जानकारों का मानना है कि यहां सड़क पर उन्होंने किसी प्रेत को भटकते देखा है जिसकी लंबाई किसी आम इंसान से दुगनी होगी।
रात के समय यह सड़क पूरी तरह सुनसान पड़ जाती, जिन्हें इस स्थान की सच्चाई पता है वे यहां शाम के बाद जाने की हिम्मत नहीं करते लेकिन कई बार अजनबी व्यक्ति यहां शिकार बन जाते हैं।