केरल स्थित कोच्चि जिसे कोचिन भी कहा जाता है राज्य का खूबसूरत तटीय बंदरगाह शहर है। यह शहर लक्षद्वीप के दक्षिण-पश्चिम तटरेखा पर बसा है। कोच्चि को पहले एर्नाकुलम के नाम से भी संबोधित किया जाता था, जिसका अर्थ होता है 'नगर का सबसे मुख्य भू-भाग'। कोच्चि दक्षिण भारत के उन सबसे खास शहरों में गिना जाता है जहां पर्यटक घूमना बेहद पसंद करते हैं। अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और दक्षिण भारतीय संस्कृति के लिए प्रसिद्ध यह शहर हर तरह के सैलानियों का स्वागत करता है।
कभी समुद्री व्यापारियों का मुख्य केंद्र रहा कोच्चि आज अपनी मनमोहक समुद्री आबोहवा के लिए जाना जाता है। खासकर गर्मियों के दौरान कोच्चि एक मुख्य गंतव्य बन जाता है। इस खास लेख में जानिए इन गर्मियों आप कोच्चि में कौन-कौन सी चीजों का आनंद ले सकते हैं।
स्कूबा डाइविंग का आनंद
इन गर्मियों आप कोच्चि में आकर स्कूबा जैसे एडवेंचर का जी भरकर आनंद उठा सकते हैं। कोच्चि अपने शानदर रोमाचक अनुभवों के साथ साहसिक एडवेंचर के शौकीनों का स्वागत करता है। यहां 8 मीटर चौड़े के समुद्री वातावरण में आप 2 आराम से बिता सकते हैं। आप यहां आकर सुबह के 10 बजे से लेकर शाम के साढ़े चार बजे के बीच किसी भी समय दो घंटे स्कूबा डाइविंग का आनंद ले सकते हैं। यहां चलाए जाने वाले डाइविंग सेशन के अंत में आपको सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।
ध्यान रहे यहां सेशन के दौरान शराब का सेवन बिलकुल वर्जित है। आपका डाइविंग सेशन यहां के अनुभवी इंस्ट्रक्टर के देखरेख में पूरा किया जाएगा।
विंड सर्फिंग का रोमांचक अनुभव
स्कूबा डाइविंग के अलावा आप कोच्चि में विंड सर्फिंग, सैलिंग और पावर बोटिंग का रोमांचक अनुभव भी ले सकते हैं। कोच्चि के समुद्री तटो पर आकर आप कई तरह की वाटर एक्टिविटी का आनंद ले सकते हैं। यहां आने वाले सैलानियों के लिए हर तरह क वाटर स्पोर्ट्स की सुविधा उपलब्ध है। अनुभवी इंस्ट्रक्टर के देखरेख में यहां हर उम्र के सैलानी वाटर एटवेंचर का आनंद ले सकते हैं।
आप यहां दोस्तों के साथ-साथ अपने परिवार के साथ भी आ सकते हैं। यहां की समुद्री लहरे विंड सर्फिंग के लिए आदर्श मानी जाती है। इसके अलावा यहां वाटर स्की और जेट भी किराए पर मिलते हैं। इन गर्मियों आप यहां का प्लान बना सकते हैं।
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एराविकुलम नेशनल पार्क
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वाटर एडवेंचर के अलावा अगर आप चाहें यहां जंगल एडवेंचर का भी आनंद उठा सकते हैं। यहां स्थित एराविकुलम नेशनल पार्क शहर के मुख्य पर्यटन गंतव्यों में गिना जाता है। 12 सालों में एक बार खिलने वाला नीलकुरिंजी पुष्प यहां के मुख्य आकर्षणों में गिना जाता है।
अगर आपकी किस्मत अच्छी रही तो ये फूल आपको दिख सकता है। इसके अलावा दुर्लभ पहाड़ी बकरी (निलगिरी तहर) के लिए भी जाना जाता है। एराविकुलम पार्क में ट्रेकिंग के दौरान आप इस दुर्लभ पहाड़ी बकरी को देख सकते हैं।
यह पार्क फरवरी से मार्च तक बंद रहता है। चूंकि अभी अप्रैल चल रहा है तो आप इस पार्क की सैर का प्लान बना सकते है। एराविकुलम नेशनल पार्क कई वनस्पतियों के साथ जीव जन्तुओं का सुरक्षित आश्रय देने का काम करता है।
अथिरापल्ली फॉल्स
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कोच्चि भ्रमण के दौरान अगर आप चाहें तो त्रिशूर जिले में स्थित अथिरापल्ली फॉल्स को देखने का प्लान भी बना सकते हैं। इस जल प्रपात की ऊंचाई लगभग 80 फीट है जिसे भारत का नाइग्रा फॉल भी कहा जाता है। कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से इस जल प्रपात की दूरी लगभग 55 किमी की है। वैसे तो यहां घूमने का आदर्श समय जून से सितंबर का बताया जाता है लेकिन आप अप्रैल में भी जाकर इस विशाल जल प्रपात के अद्भुत दृश्यों का आनंद उठा सकते हैं।
यह जल प्रपात अरब सागर की ओर वजाचल वन के माध्यम से बहता है। त्रिशूर जिला पर्यटन प्रचार परिषद द्वारा दैनिक जंगल सफारी आयोजित की जाती हैं। आप चाहें तो जंगल सफारी के माध्यम से यहां के आसपास की प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद उठा सकते हैं।
केरल कथकली केंद्र
अगर आप जंगल और वाटर एडवेंचर के बाद कोच्चि को कुछ अलग अनुभव लेना चाहते हैं तो केरल कथकली केंद्र आ सकते हैं। कथकली केरल का लोक नृत्य है। केरल कथकली केंद्र सांता क्रूज़ कैथेड्रल बेसिलिका के पास स्थित है। ये केंद्र सिर्फ कथकली ही नहीं बल्कि अन्य सांस्कृति नृत्य-संगीत का आयोजन कराता है। इसके अलावा आप यहां मार्शल आर्ट जैसी डिफेंस कला का डेमो भी देख सकते हैं।
यहां हर रोज शाम के चार बजे से लेकर रात के 9 बजे तक तीन शानदार प्रस्तुतियों का आयोजन किया जाता है। अगर आप केरल की कला-संस्कृति को बारीकी से समझना चाहते हैं तो यहां का यात्रा का प्लान बना सकते हैं।