
मैसूर को आधिकारिक तौर पर माइसुरू के नाम से भी जाना जाता है। यह कर्नाटक के सबसे जनसंख्या वाले राज्यों में तीसरे नंबर पर आता है। ये शहर चामुंडी पर्वत की तलहटी में स्थित है।
यह शहर तकरीबन 600 साल पहले वोडायर राजवंश की राजधानी हुआ करता था। इसके बाद हैदर अली और टीपू सुल्तान का इस शहर पर कब्जा हो गया था। सांस्कृतिक रूप और उपलब्धियों के कारण इस शहर को कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है।
मैसूर यात्रा के कुछ खुबसूरत स्थल
मैसूर को इसकी प्राचीन संरचनाओं और महलों के लिए भी जाना जाता है जिसमें मैसूर महल और चामुंडी पर्वत जैसे कई नाम शामिल हैं। ये शहर दसारा उत्सव के लिए प्रसिद्ध है। इस त्योहार की तैयारी यहां एक सप्ताह पूर्व ही शुरु हो जाती हैं। माईसुरू दसारा, माईसुरू पेंटिंग के साथ-साथ माईसुरू पाक के लिए भी ये शहर लोकप्रिय है। यहां का मैसूर सैंडल सोप, माईसुरू सिल्क साड़ी जैसी कई चीज़ें भी मशहूर हैं।