म्यांमार के पूर्व में स्थित खूबसूरत मणिपुर राज्य चारों तरफ से सेवन सिस्टर्स स्टेट्स से घिरा है। खूबसूरत मणिपुर राज्य अपनी स्थानीय पंरपरा और संस्कृति के लिए मशहूर है। ब्रिटिश शासन के दौरान मणिपुर को राजाओं का राज्य कहा जाता है। इस राज्य के आधे हिस्से में मीटेई का जातीय समूह रहता है।
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पर्यटन के मामले में मणिपुर के बारे में लोग बहुत कम ही जानते हैं और इसलिए यहां आने पर आपको कई सरप्राइज़ मिल सकते हैं। आज हम आपको मणिुपर के उन रहस्यों के बारे में बताने जा रहे हैं जो सिर्फ यहां के स्थानीय लोगों को ही पता है। तो आइए जानते हैं कि मणिपुर आने पर आप यहां क्या कुछ कर सकते हैं।
मणिपुर नृत्य प्रस्तुति देखें
मणिपुर नृत्य के शास्त्रीय रूप को जगोई के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू वैष्ण्वी लोगों को ध्यान में रखकर इसमें प्रस्तुति दी जाती है। लाई हराओबा उत्सव के दौरान आप मणिपुरी नृत्य का आनंद ले सकते हैं। इसे देखकर आप मणिपुर के प्राचीन इतिहास में पहुंच जाएंगें।
मणिपुर नृत्य में राधा-कृष्ण के प्रेम से प्रेरित नृत्य नाटक भी किया जाता है। इसे यहां रासलीला भी कहते हैं। यहां पर आप किसी भी स्थानीय उत्सव में मणिपुरी नृत्य का आनंद ले सकते हैं। मई के महीने में मणिपुर राज्य में बड़ी धूमधाम से व्यापक स्तर पर लाई हराओबा उत्सव मनाया जाता है। इस समय आप स्थानीय लोगों द्वारा प्रस्तुत मणिपुरी नृत्य देख सकते हैं।PC: Matsukin
दुनिया का एकमात्र तैरता राष्ट्रीय अभ्यारण्य
बिशनुपुर की लोकतक झीलके केंद्र में स्थित है केइबुल लामजाओ राष्ट्रीय अभयारण्य। यह दुनिया का एकमात्र तैरता हुआ अभ्यारण्य है। लोकटक झील में कहीं-कहीं विघटित पौधों से बनी भूमि है। इस राष्ट्रीय अभ्यारण्य में कई तरह की लुप्तप्राय प्रजातियां जैसे ब्राउन एंटलर्ड डियर और संगाई देखने को मिलेंगें।
इन जानवरों को अभ्यारण्य की दलदली भूमि पसंद है। यहां पर अन्य पशु जैसे वाइल्ड बोअर, हॉग डियर, जंगली बिल्ली और पक्षियों में किंगफिशर, ब्लू विंग्ड टील, रूडी शैल डक आदि देख सकते हैं।
PC: Lenin Khangjrakpam
ईमा कैथल में खरीदारी
मणिपुर की ईमा कैथल मार्केट को मदर मार्केट भी कहा जाता है। ये भारत की सबसे प्राचीन मार्केट में से एक है और इसे केवल महिलाएं चलाती हैं। माना जाता है कि इस मार्केट का अस्तित्व 16वीं शताब्दी में जाहिर हुआ था।
इस मार्केट में कई महिलाएं सब्जियां, स्थानीय जड़ी-बूटियां, बांस और मछली बेचते हुए राजनीतिक मुद्दों पर बहस करती हुई नज़र आएंगीं। इस बाज़ार में तकरीबन 4000 महिलाएं हर रोज़ अपनी दुकान चलाती हैं। ये अपने आप में ही अद्भुत है।PC: OXLAEY.com
पोलो का खेल
आधुनिक खेल कहे जाने वाले पोलो की शुरुआत मणिपुर में ही हुई थी। स्थानीय लोगों में इसे पुलु और सगोल कांगजेई कहा जाता है। मणिपुर के रहने वाले हर निवासी को पोलो का खेल खेलना आता है। हालांकि, यहां पर पोलो में बांस की जड़ों से बनी गेंदों और बांस की लकड़ी से बनी छड़ी का प्रयोग किया जाता है।
भारत में शासन के दौरान ब्रिटिशों ने इस खेल को सीखा और फिर पूरी दुनिया में इसका प्रसार किया। इंफाल जाने पर ओल्ड पोलो फील्ड में पोलो खेल का मज़ा लेना ना भूलें।PC:Paul
सबसे तीखी मिर्च भूत जोलोकिया जरूर चखें
स्थानीय लोगों में इसे नागो जोलोकिआ और ऊ मोरोक कहा जाता है। भूत जोलोकिया सबसे तीखी मिर्च है और मणिपुरी खाने में इसका इस्तेमाल विशेष रूप से होता है। खाने पर इससे बहुत ज्यादा मिर्च लगती है इसलिए इसे घोस्ट पैपर भी कहा जाता है। हालांकि, इसे बड़ी सावधानी से पकाया जाता है क्योंकि ये काफी तेज होती है।
अगर आप भूत जोलोकिया नहीं खा सकते तो आप मणिपुर का खाना खा सकते हैं। इस राज्य की कुछ स्वादिष्ट व्यंजनों में से एक है कांगशोई जोकि सेहतमंद मुरब्बा होता है। मणिपुरी सलाद जिसे सिंग्जु कहते हैं और यहां की मशूहर मिठाई छाहाओ खीर खा सकते हैं।
PC:Eli Christman
इंफाल युद्ध कब्रिस्तान भी देखें
ब्रिटिश भारतीय सेना द्वारा लड़े गए सबसे महान युद्धों में से एक माना जाता है इंफाल का युद्ध। ये युद्ध जापानी सेना और ब्रिटिश की भारतीय सेना के बीच हुआ था और जापानी सेना ने इंफाल की धरती पर योजना बनाकर बर्मा को हराकर मणिपुर पर कब्जा किया था। बर्मा को अब म्यांमार कहा जाता है।
इंफाल में आप इंफाल युद्ध कब्रिस्तान के अवशेष भी देख सकते हैं। यहां 1600 राष्ट्रमंडल दफन हैं। युद्ध में मारे गए ब्रिटिश सैनिकों को इस कब्रिस्तान में दुन किया गया था जबकि शहर से कुछ दूर स्थित रैड हिल पर जापानी युद्ध स्मारक बनाया गया है।PC: Herojit th
मणिुपर के स्टोनहेंग भी देखें
मणिपुर के स्टोनहेंग के बारे में अब तक काफी कम लोगों को ही पता है। यहां पर बेतरतीब ढ़ंग से कई पत्थर खड़े हुए हैं। ये सभी पत्थर आकार और स्वरूप में एक-दूसरे से अलग हैं और ये रहस्यमयी तरीके से खड़े हैं। यहां पर 135 से ज्यादा खंभे हैं और उनमें से कुछ 10 फीट ऊंचे हैं।
PC: Boychou