पर्यटन की दृष्टि से विश्व के कुछ सबसे चुनिंदा देशों में शुमार भारत में ऐसा बहुत कुछ है जिस कारण हर साल ही यहां विदेश से आने वाले पर्यटकों की तादाद में इजाफ़ा हो रहा है। जहां एक तरफ अपनी विविधता और विशेषता से भारत लगातार विदेशियों को आकर्षित कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कुछ हट के करने और एडवेंचर, एडवेंचर स्पोर्ट के शौकीनों को भी हमारा भारत अपनी तरफ खींच रहा है।
गौरतलब है कि आज भारत में कई ऐसे एडवेंचर स्पॉट्स हैं जिसकी कल्पना एक रोमांच के शौक़ीन व्यक्ति ने शायद ही की हो। तो इसी क्रम में आज अपने इस आर्टिकल के जरिये हम आपको अवगत कराएंगे भारत के टॉप 10 एडवेंचर स्पॉट्स से साथ ही हम आपको ये भी बताएँगे कि ऐसा क्या है जो आपको वहां अवश्य करना चाहिए।
लद्दाख
इंडस नदी के किनारे पर बसा ‘लद्दाख',जम्मू और कश्मीर राज्य का एक प्रसिद्ध पर्यटन-स्थल है। इसे, लास्ट संग्रीला, लिटिल तिब्बत, मून लैंड या ब्रोकन मून आदि के नाम से भी जाना जाता है। सुन्दर झीलें और मठ, मन को सम्मोहित कर देने वाले परिदृश्य और पहाड़ की चोटियाँ यहाँ की आकर्षक विशेषताएँ हैं। लद्दाख, विश्व के दो प्रमुख पर्वत श्रृंखलाओं, काराकोरम और हिमालय के बीच, समुद्र की सतह से 3500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसके अतिरिक्त, जांस्कर और लद्दाख की समानांतर पर्वतमालाएँ, लद्दाख की घाटी को चारों ओर से घेरती हैं।
स्टॉक कांगड़ी
लद्दाख से कुछ ही दूरी पर स्थित स्टॉक कांगड़ी एडवेंचर के शौकीनों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। इस स्थान की सुंदरता ऐसी है जो किसी भी पर्यटक को मंत्र मुग्ध कर सकती है। यदि आपको इस स्थान की खूबसूरती को महसूस करना है तो आप यहां आकर पैरा ग्लाइडिंग का आनंद अवश्य लें। हमारा दावा है कि ऐसा करके आप जो नज़ारे देखेंगे उसकी कल्पना आपने अपने सपनों में भी न की होगी।
सिक्किम
किसी पर्यटन स्थल पर घूमने जाना हमेशा ही एक रोमांचकारी अनुभव होता है और आप वहां से लौटते वक़्त अकेले नहीं होते, आपके साथ होती हैं वहां की ढ़ेर सारी यादें। बात चाहे किसी ऐसी जगह पर जाने की हो जहाँ लोग पहले भी जा चुके हैं या फिर ऐसी जगह की जहाँ ज्यादा लोग नहीं गए , दोनों ही स्थिति में आपको कुछ नया देखने और सीखने को मिलता है।
हम बात कर रहे हैं शानदार सिक्किम की।सिक्किम को भारत के सुन्दर शहरों में से एक माना जाता है और प्रकृति के वरदान से भरी यह जादुई जगह हिमालय पर्वत क्षेत्र में स्थित है। ऐसी कई जगहों में यह जगह भी कई महत्वपूर्ण स्थानों के लिए मशहूर है और यह कहा जाता है कि अपने जीवनकाल में आप यहाँ नहीं गए तो आपने कुछ खोया है।आइये इस अज्ञात पहाड़ी वाले भारतीय राज्य के बारे में कुछ जानें।
बीर
बीर हिमाचल प्रदेश के पर्यटन के लोकप्रिय स्थानों में से एक है। इस शहर की प्रमुख आबादी पड़ोसी देश तिब्बत से आए हुए शरणार्थी हैं। यह स्थान अपने विभिन्न अध्यात्मिक अध्ययन के केन्द्रों जैसे दीर पार्क इंस्टीट्यूट और धर्मालय इंस्टीट्यूट के लिये प्रसिद्द है। अध्ययन केन्द्रों के अलावा बीर साहसिक खेलों का भी एक गंतव्य है। भारत की पैराग्लाइडिंग राजधानी कहे जाने वाले इस क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग के अनेक स्थान हैं।
प्रतिवर्ष अक्टूबर के महीने में पर्यटन विभाग,नागरिक उड्डयन विभागऔर हिमाचल प्रदेश सरकार यहाँ ‘पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप' प्रतियोगिता आयोजित करती है। इसके अलावा पर्यटक यहाँ अन्य साहसिक गतिविधि जैसे हेंग ग्लाइडिंग का प्रयत्न भी कर सकते हैं। ज्ञात हो कि 1980 के दशक में शुरू हुए इस खेल की लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल भारत के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है जो उत्तर में हिमालय से दक्षिण में बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ है। किसी समय यह ब्रिटिश औपनिवेशिक गतिविधियों का केंद्र था तथा यहाँ की वास्तुकला और प्राचीन इमारतों में इसके प्रमाण आज भी मिलते हैं। पिछले कुछ वर्षों में पश्चिम बंगाल पर्यटन में वृद्धि हुई है जो पारंपरिक और आधुनिक संस्कृति का मिश्रण दर्शाता है तथा बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है।
पश्चिम बंगाल की भौगोलिक स्थिति विविध प्रकृति की है। इस राज्य के उत्तरी भाग में हिमालय की श्रेणियां हैं जो उच्चतम बिंदु को दर्शाती है तथा यह आसाम और सिक्किम की सीमाओं के साथ जुड़ा हुआ है।
अंड़मान
सालों से मनुष्य, एकांता की तलाश में कई समुंद्री तटों की ओर खींचा चला जाता है। चाहे वो ब्राज़ील के अमेज़न हो या फिर इबिज़ के समुंद्री तट, यहाँ के शांत वातावरण में मनुष्य एकांत प्राप्त करता है, जो विश्व के कुछ ही स्थानों में प्राप्त होती है। अगर आप भी, कुछ समय एकांत में बिताना चाहते हैं, तो अंड़मान - निकोबार द्वीप एक सही स्थान है। ये दोनों द्वीप अपने साफ और सुन्दर समुंद्री तटों के लिए प्रसिद्ध है।
यहाँ सैलानियों को स्कूबा डाइविंग का मौका मिलता है, जिसमें वे पानी के नीचे बसे कई जीव और अन्य प्रकार के पौधे देखते हैं। इस के साथ यहाँ और भी कई सुन्दर पर्यटक स्थल है जिसे देख मनुष्य का मन मंत्रमुग्ध हो जाता है। इसकि इन्ही खूबियों के कारन इसे "इको-फ्रेंडली" स्थान का दर्जा दिया गया है।
कामशेत, महाराष्ट्र
एडवेंचर के शौकीनों के लिए महाराष्ट्र का कामशेत भी किसी स्वर्ग से काम नहीं है। यहॉँ ऐसा बहुत कुछ है जिस कारण देश के अलावा विदेश के पर्यटक इस खूबसूरत डेस्टिनेशन की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। इस स्थान का शुमार भारत के उन डेस्टिनेशनों में है जो एक पर्यटक को वो देता है जिसकी उसे तलाश है। यदि आप एडवेंचर खेलों के शौक़ीन हैं तो ये स्थान आपके ही लिए है। आप यहां आकर पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, बाइकिंग जैसे खेलों का लुत्फ़ ले सकते हैं।
ऋषिकेश
ऋषिकेश, जिसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है, देहरादून जिले का एक प्रमुख तीर्थस्थान है। पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित इस स्थान का हिन्दू समुदाय में बहुत अधिक धार्मिक महत्व है। यदि आप ऋषिकेश में हैं तो वशिष्ठ गुफा की यात्रा करना न भूलें ये ऋषिकेश का एक और प्रमुख आकर्षण है जो कि एक ध्यान केन्द्र होने के साथ-साथ साहसिक गतिविधियों में रूचि रखने वाले लोगो को बीच कैम्प करने की जगह के रूप में प्रसिद्ध है। इसके अलावा आप ऋषिकेश में अन्य साहसिक गतिविधि को भी अंजाम दे सकते हैं ये स्थान रिवर राफ्टिंग के लिये भी आधार है।
पेशेवरों की देखरेख में यात्री इस जल क्रीड़ा का आनन्द ले सकते हैं। ऋषिकेश में अपने ठहराव के दौरान यात्री नदी को पार करने की रोचक साहसिक क्रीड़ा का भी आनन्द ले सकते हैं। इस खेल के तहत लोगों को रस्सियों पर चलते हुये नदी को पार करना होता है।
नेत्रानी
समुंद्र के नीले पानी में छलांग लगाने का भी अपना एक अलग ही आनंद है। यदि आप समुंद्र के अंदर के जीवन को अनुभव करना चाहते हैं तो आप कर्नाटक स्थित नेत्रानी की यात्रा अवश्य करें। हमारा दावा है कि आपके द्वारा करी गयी ये यात्रा कई मायनों में ख़ास होगी। इस स्थान की यात्रा करके जहां एक तरफ आप प्रकृति के करीब आते हैं तो वहीं इस यात्रा से आपका तनाव भी काम होगा। यदि आप नेत्रानी में हों तो आप स्कूबा डाइविंग करना बिलकुल न भूलें।
लक्षद्वीप
क्षद्वीप जो पहले लक्कादीवस के नाम से जाना जाता था, 39 द्वीपों और छोटे द्वीपों का एक समूह है, जो तेजी से एक पर्यटक आकर्षण बन गया है, विशेष रूप से ये जगह उन लोगों के लिए जो प्रकृति को पसंद करते हैं और एकंतमय सूरज और रेत के आस पास छुट्टी मनाने का विचार कर रहे हैं। द्वीप का समुद्र तट 132 किलोमीटर लम्बा होने के कारण है,इस जगह को वॉटर स्पोर्ट के लिए एक बेहतरीन जगह माना जाता है।
लक्षद्वीप आने वालों के लिए स्कूबा डाइविंग हमेशा ही एक लोकप्रिय पर्यटक गतिविधि रही है। सबसे अनुभवी गोताखोरों द्वारा लक्षद्वीप को गोताखोरी करने के लिए सबसे पवित्र स्थानों में से एक जाना जाता है या ये भी कहा जा सकता है की ये गोताखोरों का मक्का है।