जयपुर राजस्थान के सबसे शाही और ऐतिहासिक शहरों में से एक है जहाँ साल के पूरे 365 दिन, पर्यटकों की आवाजाही लगी ही रहती है। किलों से लेकर महल तक, कई सारी ऐसी रचनाएँ शहर में मौजूद हैं जो आपको राजस्थान के गौरवमयी अतीत में ले जाती हैं। इन्हीं सारे अतीत की निशानियों के बीच मौजूद है राजस्थान का पहला और प्राचीन संग्रहालय जिसकी संरचना किसी महल से कम नहीं है, अल्बर्ट हॉल संग्रहालय।
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किलों और महलों के शहर में मौजूद अल्बर्ट हॉल संग्रहालय आपको अतीत की निशानियों के दर्शन भी कराता है। केंद्रीय संग्रहालय के नाम से भी जाना जाने वाला यह ऐतिहासिक संग्रहालय राजस्थान का सबसे पुराना संग्रहालय है। इस ऐतिहासिक रचना का निर्माण महाराजा राम सिंह द्वारा, वेल्स के राजकुमार, राजा अल्बर्ट एडवर्ड का भारत में स्वागत करने के लिए किया गया था, जिसके निर्माण के बाद इसे राजा एडवर्ड का ही नाम दिया गया।
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संग्रहालय का निर्माण राम निवास उद्यान के बाहरी ओर सीटी वॉल के नये द्वार के सामने किया गया। चलिए आज हम इसी खूबसूरत और ऐतिहासिक संग्रहालय की सैर पर चलते हैं इसकी कुछ खूबसूरत तस्वीरों के साथ।
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अल्बर्ट हॉल संग्रहालय की वास्तुशैली
महाराजा राम सिंह चाहते थे कि इसे एक टाउन हॉल बनाया जाये परंतु उनके वारिस माधोसिंह 2 ने यह निर्णय लिया कि इसे जयपुर के लिए एक कला का संग्रहालय बनाया जाये।
Image Courtesy:vsvinaykumar
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय की वास्तुशैली
संग्रहालय का डिज़ाइन ब्रिटिश आर्किटेक्चर सैम्युल स्विंटन जेकब द्वारा तैयार किया गया।इस संग्रहालय की आधारशिला वेल्स के राजकुमार द्वारा ही सन् 1876 में रखी गई थी।
Image Courtesy:Bhat.veeresh
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय की वास्तुशैली
संग्रहालय का निर्माण भारत-अरबी शैली में इस्लामिक वास्तुकला की पेचीदगियों और नव गॉथिक शैली के संयोजन का उपयोग करके किया गया है।
Image Courtesy:Ajit Kumar Majhi
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय की वास्तुशैली
संग्रहालय को राम निवास उद्यान का ही अंग माना जाता है। इसे 'सरकारी केंद्रीय संग्रहालय' के नाम से भी जाना जाता है।
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अल्बर्ट हॉल संग्रहालय
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय में धातु कला, मिट्टी के बर्तन, हथियार व कवच, संगमरमर कला, लघु चित्रों और आभूषणों का संग्रह है।
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अल्बर्ट हॉल संग्रहालय
संग्रहालय की गैलरी में कई अंतरराष्ट्रीय नमूनों का समृद्ध संग्रह भी मौजूद है, जिनमें 19वीं सदी की जापानी गुड़िया, तलवारें और कांसे, ईरान, तुर्की, ब्रिटेन और जापान की कई अन्य कृतियाँ शामिल हैं।
Image Courtesy:Yann Forget
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय
संग्रहालय में स्थित सिक्कों की गैलरी में 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व के पंच-चिन्हों वाले सिक्के प्रदर्शित हैं और इनके साथ ही प्राचीन इतिहास की कई अवधियों के चाँदी और तांबे के सिक्के भी संग्रहित हैं।
Image Courtesy:Yann Forget
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय
संग्रहालय में सिक्कों के समृद्ध गैलरी में मुग़ल सिक्के, ब्रिटिश भारत के सिक्के और भारतीय राज्य सिक्के भी शामिल हैं।
Image Courtesy:Abhishek Choudhary
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय
मेहंदी मंदाना संग्रहालय की एक अद्वितीय गैलरी भी है जहाँ मेहंदी की कला को प्रदर्शित किया गया है, यह राजस्थान की एक विशिष्ट कला है।
Image Courtesy:Rafatalam100
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय
राजस्थानी रूपांकन और अन्य शैलियां पूरी दुनिया में उनकी जातीयता और विशिष्टता की वजह से सबसे ज़्यादा मूल्यवान और महत्वपूर्ण हैं।
Image Courtesy:Sharmistha Chatterjee
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय
संग्रहालय में कई पुराने चित्र,दरियाँ,हाथी दाँत,कीमती पत्थर,धातु,मूर्तियाँ रंगबिरंगी कई वस्तुएँ देखने को मिलती है।
Image Courtesy:Rajesht9i
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय
संग्रहालय को पब्लिक संग्रहालय के रूप में सन् 1887 में खोला गया।
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अल्बर्ट हॉल संग्रहालय
संग्रहालय की अन्य दिलचस्प बात है यहाँ का दरबार हॉल जहाँ सबसे बड़ा फर्श है। यह फर्श जिस कालीन से ढका हुआ है वह दुनिया का सबसे पुराना और दुनिया भर के सबसे बेहतरीन कालीनों में से एक माना जाता है।
Image Courtesy:Rafatalam100
संग्रहालय के खुलने का समय
यह संग्रहालय सिर्फ होली वाले दिन के अलावा साल के सभी दिनों में सुबह 9:30 बजे से शाम के 4:30 बजे तक खुला रहता है।
Image Courtesy:Rafatalam100
अल्बर्ट हॉल के आसपास अन्य पर्यटक स्थल
अल्बर्ट संग्रहालय के आसपास ही नज़दीक में कई अन्य पर्यटक स्थल भी स्थापित हैं, जैसे, हवा महल, नाहरगढ़ किला,बिरला मंदिर आदि।
Image Courtesy:Matthew Laird Acred
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय
तो अब आप अगली बार जब भी जयपुर की राजसी भूमि की यात्रा पर जाएँ इस ऐतिहासिक रचना की यात्रा करना ना भूलें जहाँ आपके आँखों के सामने अतीत की कई निशानियां प्रदर्शित की गई हैं।
Image Courtesy:Satyam Tiwari