भला अमरनाथ धाम की यात्रा कौन नहीं करना चाहता। बाबा के सभी भक्तों की दिली इच्छा होती है कि कम से कम एक बार उनके दरबार में मत्था टेक आए। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि बाबा के दरबार में पहुंचने से पहले ही भक्तों को ट्रेक के दौरान ही वहां से वापस लौटना पड़ जाता है, इसका मुख्य कारण है वहां का मौसम। ऐसे में इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस प्रकार की दिक्कतों का सामना आपको यात्रा के दौरान करना पड़ सकता है और आप किस प्रकार से बच सकते हैं? ऐसे में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा।
इन जरूरी चीजों को रखें साथ
बाबा बर्फानी के दरबार में पहुंचने से पहले वहां के मौसम के बारे में श्रद्धालुओं को जरूर जान लेना चाहिए। क्योंकि, यात्रा के दौरान जैसे-जैसे आप आगे बढ़ेंगे, वैसे-वैसे वहां आपको ऑक्सीजन की कमी महसूस होगी। ऐसे में इस समस्या से निजात पाने के लिए आप अपने साथ दवा और इंस्टेंट ऑक्सीजन स्प्रे जरुर ले जाएं। रास्ते में किसी भी प्रकार की समस्या होती है तो पास खड़े सेना को जरूर बताएं, वे आपकी मदद करेंगे।
वहां के मौसम के हिसाब से गर्म कपड़े, वाटरप्रूफ ट्रेकिंग कोट, ग्लव्स, टोपी, छाता व रेनकोट ले जाना बिल्कुल ना भूलें। इसके अलावा डिब्बाबंद भोजन, मेवा, रोस्टेड चना, बिस्किट व चॉकलेट के साथ-साथ फर्स्ट एड किट व जरूरी दवाएं भी साथ रखें। ट्रेकिंग के दौरान टाइट कपड़े बिल्कुल ना पहनें, इससे आपको यात्रा के दौरान चलने में समस्या हो सकती है। इसके अलावा वहां के धूप से बचने के लिए सनस्क्रीन व लिप-बाम जैसी जरूरी चीजों का इस्तेमाल करें।
इसके अलावा अपने साथ नींबू, तरबूज, सेब, नाशपाती जैसे फलों को अपने साथ जरूर ले जाएं। इन फलों से श्रद्धालुओं के ऑक्सीजन लेवल कम नहीं होगा। इसके साथ ही दिल की बीमारियों का खतरा भी कम रहता है।
ऊंचाई पर होने वाली परेशानियों के लक्षण
ज्यादा ऊंचाई पर जाने से तकलीफ होना आम बात है। ऐसे में यात्रा के दौरान कमजोरी, चक्कर आना, गतिविधियों में तालमेल न रहना, सुस्ती, सीने में जकड़न, कंजेशन, तेजी से सांस लेना और हृदय की धड़कन बढ़ने जैसी समस्या हो सकती है। इस दौरान, रास्ते में लगे चिकित्सकीय कैंप का सहारा लें, नहीं तो सुरक्षा में लगे सेना के जवानों से मदद मांगे। क्योंकि, ऊंचाई के कारण होनी वाली समस्या चंद घंटों में जानलेवा साबित हो सकती है।
ऊंचाई के कारण होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए उठाएं ये कदम
- अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए सबसे पहले तो अपने आप को सेहत से दुरस्त रखें। यात्रा से कम से कम एक महीने पहले से ही सुबह या शाम कुछ पैदल चलें या टहलें।
- शरीर में ऑक्सीजन लेवल को बेहतर बनाने के लिए प्राणायाम करें।
- अगर आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो तो चिकित्सक की सलाह जरूर लें। उनसे अनुमति लेकर ही यात्रा पर जाएं।
- यात्रा के दौरान ऊंचाई पर चढ़ते समय ज्यादा तेज ना चलें, इससे आपको ज्यादा थकान महसूस नहीं होगी।
- यात्रा के दौरान दिए गए निर्देशों का जरूर पालन करें। लगातार चढ़ाई ना करें, रुकते हुए आगे बढ़ें।
- यात्रा के दौरान सिरदर्द जैसी बीमारी होनी आम बात है, इसके लिए खूब पानी पीजिए और चढ़ाई के दौरान अपने साथ भी रखें।
- चढ़ाई के दौरान होने वाली तकलीफों के लक्षण दिखते ही फौरन निचले स्तर पर उतर आइए।
ऊंचाई के कारण होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए क्या न करें
- ऊंचाई पर होने वाली तकलीफों के लक्षणों को नजरंदाज कभी न करें, ये जानलेवा साबित हो सकती है।
- अल्कोहल, कैफीन वाले उत्पादों का सेवन अथवा धूम्रपान न करें। इससे आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है।
- यदि आपको ऊंचाई पर जाने में किसी प्रकार की कोई पेरशानी हो रही है तो फौरन निचले स्थान पर आ जाएं, जहां आपको अच्छा महसूस हो।