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फुल ऑन एडवेंचर्स है-बगीनी ग्लेसियर ट्रेक

बगीनी हिमालय में एक सुंदर ग्लेशियर है। यह त्रिशूली और चंगबंग चोटियों के पास शुरू से होता है। यह पूरी ट्रेकिंग के दौरान आप नंदा देवी नेशनल पार्क को निहार सकते हैं।

By Goldi

बगीनी हिमालय में एक सुंदर ग्लेशियर है। यह त्रिशूली और चंगबंग चोटियों के पास शुरू से होता है। यह पूरी ट्रेकिंग के दौरान आप नंदा देवी नेशनल पार्क को निहार सकते हैं। आपका पहला पढ़ाव हरिद्वार है..जिसके बाद गाड़ी या बस द्वारा
जोशीमठ पहुंच सकते हैं।

बागिनी ट्रेक की शुरुआत जुम्मा से होती है जोकि द्रोणागिरी गांव के बगीनी गांव,बगीनी बेस पर जाकर खत्म होती है। जोशीमठ एक पवित्र शहर है..साथ ही आपकी बागिनी ट्रेकिंग की शुरुआत यहीं से होती है। बागीनी ग्लेशियर ट्रेक गढ़वाल की वादियों में नन्दा चोटी पर स्थित है। यह एक बेहद ही रोचक ट्रेकिंग है..इस ट्रेकिंग के दौरान आप गढ़वाल की खूबसूरती,हरे भरे जंगलों के माध्यम से गुजरेंगे।ट्रेकिंग के दौरान आप बर्फ से ढकी हुई पर्वत मालायों को बखूबी निहार सकते हैं।यह ट्रेकिंग खत्म होने में आठ से नौं दिन का समय लगता है।

क्षेत्र: - उत्तराखंड
अवधि: - 9 दिन
ग्रेड: - मध्यम
मैक्स ऊंचाई: - 14 816 फीट।
लगभग ट्रेकिंग किमी: - 43 किलोमीटर।

PC: flickr.com

PC: flickr.com

ट्रेकर्स दिल्ली से हरिद्वार ट्रेन या बस द्वार पहुंच सकते हैं। हरिद्वार आने के बाद कुछ देर करने के बाद ट्रेकर्स ऋषिकेश की ओर प्रस्थान कर सकते हैं। ऋषिकेश पहुँचने के बाद वहां ट्रेकर्स आराम कर सकते हैं साथ ही ऋषिकेश की आसपास की जगहों को भी घूम सकते हैं। PC : Dirk Hartung

दूसरे दिन: ऋषिकेश-जोशीमठ

दूसरे दिन: ऋषिकेश-जोशीमठ

अगले दिन ऋषिकेश में सुबह नाश्ता करने के बाद ट्रेकर्स चमोली, रुद्र्प्रयाग, करणप्रायग होते हुए जोशीमठ पहुंच सकते हैं।PC: wikimedia.org

तीसरा दिन: जोशीमठ-जुम्मा

तीसरा दिन: जोशीमठ-जुम्मा

रात में जोशीमठ में आराम करने के बाद अगले दिन ट्रेकर्स जोशीमठ से जुम्मा बस या कार द्वारा पहुंच सकते हैं। जुम्मा पहुँचने के बाद कुछ देर आराम के बाद आप तीन किमी की ट्रेकिंग की शुरुआत करेंगे जोकि जुम्मा से रोइंग तक की होगी।PC: christian0702

दिन 4 : रुइंग गांव - द्रोणागिरी ग्राम

दिन 4 : रुइंग गांव - द्रोणागिरी ग्राम

चौथे दिन की ट्रेकिंग की शुरुआत होती रुइंग गांव से द्रोणागिरी तक...यह ट्रेकिंग करीबन 8 किमी की ट्रेक..जिसे पूरा करने के बाद ट्रेकर्स द्रोणागिरी ग्राम में आराम कर सकते हैं।

पांचवा दिन: द्रोणागिरी ग्राम से बागिनी बेस

पांचवा दिन: द्रोणागिरी ग्राम से बागिनी बेस

अगले दिन नाश्ता करने के बाद ट्रेकिंग की शुरुआत होती है द्रोणागिरी ग्राम से बागिनी बेस तक की यह ट्रेकिंग करबन 10 किमी की है...बगीनी बेस पहुँचने के बाद ट्रेकर्स वहां आराम कर सकते हैं..साथ ही आसपास की जगहों का विचरण भी कर सकते हैं।

छठा दिन: बगीनी बेस- चंगबांग वापस बगनी बेस के पास

छठा दिन: बगीनी बेस- चंगबांग वापस बगनी बेस के पास

सुबह के नाश्ते के बाद, हम बागिनी बेस कैंप से चंगबांग बेस कैंप के लिए रवाना होंगे। यह 12 से 14 किमी की ट्रेक है। हम आधार शिविर अग्रिम करने के लिए चढ़ाई कर ऊपर जा सकते हैं। शाम तक हम बगीनी बेस कैंप में वापस जा सकते हैं,और वहां रात भी गुजार सकते हैं।

सातवाँ दिन: बगीनी बेस- रुइंग ग्राम, 18 किमी

सातवाँ दिन: बगीनी बेस- रुइंग ग्राम, 18 किमी

सातवें दिन की शुरुआत बागिनी बेस से रुइंग गांव तक होती है जिसकी दूरी करीबन 18 किमी है..

आठवां दिन- रुइंग - जुम्मा, 3 किमी ट्रेक - जोशीमठ

आठवां दिन- रुइंग - जुम्मा, 3 किमी ट्रेक - जोशीमठ

अगले दिन यानी आठवें दिन की ट्रेकिंग की शुरुआत होती है रुइंग से जुम्मा यह ट्रेकिंग करीबन करीब तीन घंटे की है..जुम्मा तक पहुँचने के बाद ट्रेकर्स यहां कुछ देर आराम करने के बाद जोशीमठ प्रस्थान कर सकते हैं।

नौंवा दिन-जोशीमठ - हरिद्वार - दिल्ली

नौंवा दिन-जोशीमठ - हरिद्वार - दिल्ली

अगले दिन की शुरुआत जोशीमठ से हरिद्वार की होती है..जिसके बाद ट्रेकर्स हरिद्वार से दिल्ली की और जा सकते हैं।

ट्रेकिंग के दौरान जरूरी चीजे

ट्रेकिंग के दौरान जरूरी चीजे

कॉटन मोज़े
ऊनी मोज़े
दो जोड़ी जूते
बैग पैक
ट्रैक पेंट
टोर्च लाइट
जैकेट
सनग्लास
कैप
सन्सक्रीम
ऊनी दस्ताने
वाल्किंग स्टिक
PC: flickr.com

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