बकरीद यानी ईद-उल-अजहा का पर्व आने वाले 9 और 10 जुलाई को है। मुस्लिम समुदाय के सबसे खास त्योहारों में से एक है। इस दिन की शुरुआत सामूहिक नमाज अदा करने के बाद बकरे की कुर्बानी दी जाती है। शरीयत के अनुसार, गोश्त को तीन हिस्सों में बांटा जाता है - पहला हिस्सा गरीबों के लिए, दूसरा हिस्सा दोस्तों के लिए और तीसरा हिस्सा खुद के घर के लिए होता है।
इस खास पर्व को कुछ अलग अंदाज में मनाया जाता है। नमाज अदा करने के लिए आप इस दिन देश के कई मस्जिदों की सैर कर सकते हैं, जो वास्तुकला के बेजोड़ नमूनों के साथ भारत के इतिहास की कहानी बयां करती हैं। यहां जाने पर आपको ऐसा लगेगा जैसे आप इतिहास के पन्ने पलट खुद उसमें झांक रहे हों।
जामा मस्जिद या मस्जिद जहान नुमा, दिल्ली
दिल्ली की जामा मस्जिद भारत की सबसे प्राचीनतम और सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है। इसका निर्माण मुगलों के बादशाह शाहजहां ने साल 1644 से लेकर 1656 के बीच बनवाया गया था। यह मस्जिद काफी विशाल है और इसमें तीन बड़े प्रवेशद्वार, चार मीनारें के साथ खड़ी है। इसके अलावा इसमें दो अन्य मीनार (लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से बनी 40 मीटर की ऊंचाई वाली) भी शामिल है। यह मस्जिद इतना बड़ा है कि इसमें एक साथ करीब 25,000 लोग नमाज अदा कर सकते हैं। बकरीद यानी ईद-उल-अजहा के पर्व पर यहां जाया जा सकता है।
दरगाह शरीफ, अजमेर
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह यानी अजमेर शरीफ की दरगाह पर देश ही बल्कि विदेश से भी लोग चादर चढ़ाने आते हैं। तारागढ़ की पहाड़ियों में स्थित यह मस्जिद भारत की बड़ी मस्जिदों में से एक है और भारत का एक अच्छा पर्यटन स्थल भी है। यहां सभी धर्मों के लोग जाते हैं। अब तक काफी सेलिब्रिटी भी दरगाह पर चादर चढ़ाने जा चुके हैं।
जामा मस्जिद, फतेहपुर सीकरी
उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक शहर आगरा के पास बनी ये जामा मस्जिद फतेहपुर सीकरी में स्थित है। इस मस्जिद को बनाने में अधिकतर लाल रंग के पत्थरों का प्रयोग किया गया है, जो आपको इतिहास के पन्ने पलटने पर मजबूर कर देता है। यहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। ये मस्जिद, यूपी का एक बड़ा पर्यटन स्थल है।
आसफी मस्जिद, बड़ा इमामबाड़ा, लखनऊ
बड़ा इमामबाड़ा, लखनऊ के सबसे फेमस पर्यटन स्थलों में से एक है। इसका निर्माण 1783 ई. में लखनऊ के नवाब आसफ-उद-दौला ने करवाया था। इसके परिसर में ही आसफी मस्जिद, एक बावड़ी और एक भूलभूलैया है। इस मस्जिद की वास्तुकला इतनी खूबसूरत की पर्यटक देखते ही इसके दीवाने हो जाते हैं। पाकिस्तान की बादशाही मस्जिद से ये बिल्कुल मिलता-जुलता है।
मक्का मस्जिद, हैदराबाद
हैदराबाद को निजामों का शहर कहा जाता है। यहां का मक्का मस्जिद अपने शानदार वास्तुकला के लिए जाना जाता है। इस मस्जिद को लेकर एक बात कही जाती है कि इसके ईंटों को मक्का से लाई गई मिट्टी से बनाया गया है। चारमीनार के पास स्थित ये मस्जिद हैदराबाद का मुख्य पर्यटन स्थल है।
हजरतबल मस्जिद, श्रीनगर
कश्मीर में बसा श्रीनगर शहर अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। इसकी खूबसूरती का एक नमूना हजरतबल मस्जिद भी है। इस मस्जिद को लेकर एक बात कही जाती है कि यहां पर हजरत साहब के बाल के रेशे को रखा गया था। यह मस्जिद डल झील के दक्षिणी किनारे पर स्थित है और इसकी रौनक ही अलग है, जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।