मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो अपने राष्ट्रीय उद्यान के लिए जाना जाता है। इस वन क्षेत्र को 105 वर्ग कि.मी के क्षेत्र के साथ 1968 में नेशनल पार्क घोषित किया गया था। बाद में इसमें और भी क्षेत्र शामिल किए गए और वर्तमान में यह अब 820 वर्ग कि.मी के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। इस क्षेत्र का नाम बांधवगढ़ यहां की एक चट्टानी पहाड़े के नाम पर रखा पड़ा है।
माना जाता है कि लंका पर नजर रखने के लिए यह पहाड़ी भगवान राम द्वारा लक्ष्मण को दी गई थी। यह वन क्षेत्र अपनी समृद्ध जैव विविधता के लिए जाना जाता है, जहां आप बाघों की एक भारी संख्या देख सकते हैं। इस लेख में हमारे साथ जानिए बांधवगढ़ में वन्य जीवन को देखने के अलावा आप और कौन-कौन सी गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
जीप सफारी का आनंद
बांधवगढ़ आकर आप यहां की रोमांचक जीप सफारी का आनंद जरूर लें। यहां वन्यजीवन को करीब से देखने के लिए पर्यटकों के लिए खास जीप सफारी उपलब्ध कराई जाती है। यहां जीप सफारी चार घंटे के साथ दिन में दो बार आयोजित की जाती है। एक शिफ्ट सुबह चलती है और दूसरी दोपहर को। अगर आप जंगल सफारी का आनंद लेना चाहते हैं तो एडवांस बुकिंग जरूर करा लें। सफारी के चार ज़ोन हैं, एकताला, मगधी, पानपाथा, और खितौली। टिकट का भुगतान आपको चयन किए गए ज़ोन के आधार पर करना होगा।
चक्रधारा की सैर
जीप सफारी के अलावा आप यहां चक्रधारा की सैर का आनंद ले सकते हैं। चक्रधारा बांधवगढ़ के अतर्गत एक घना पहाड़ी क्षेत्र है, जो बाघों को लिए देखने के लिए एक उपयुक्त स्थान माना जाता है। इस क्षेत्र में आप और भी कई जंगली जीवों और वनस्पतियों को देख सकते हैं। जंगली बिल्लियों में आप यहां भीमा, बामेरा, चांदनी, कनकटी, राजभरा, आदि को देख सकते हैं। वन्यजीवन का कुछ अलग अनुभव करने के लिए आप यहां आ सकते हैं।
बांधवगढ़ बाजार
बांधवगढ़ अपने जीवन के अलावा और भी गतिविधियों और चीजों के लिए जाना जाता है। आप यहां के बांधवगढ़ बाजार में शॉपिंग का आनंद ले सकते हैं। यह एक स्ट्रीट मार्कट की तरह है, जहां आपको शानदार चीजे खरीदने को मिल जाएंगी। आप यहां टी-शर्ट, पैंट, वन्यजीवन पर आधारित किताबें और साज-सज्जा की चीजें खरीद सकते हैं। प्रतीक चिह्नों या अच्छी किताबो के लिए आप संग्रहालय के पास बनी दुकानों की तहफ जा सकते हैं। बांधवगढ़ आने वाले अधिकांश पर्यटक यहां शॉपिंग का आनंद जरूर लेते हैं। अगर आप भी यहां का प्लान बना रहे हैं तो इस बाजार का भ्रमण जरूर करें।
बांधवगढ़ किले तक ट्रेकिंग
बांधवगढ़ की यात्रा को खास बनाने के लिए आप यहां ट्रेकिंग का रोमांचक आनंद ले सकते हैं। यह ट्रेक रूट एक घंट मे पूरा किया जा सकता है, जो ताला ज़ोन (बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान) से शुरु होकर बांधवगढ़ किले तक जाता है। अच्छा होगा कि ट्रेकिंग के दौरान आप स्थानीय गाइड को अपने साथ रखें, क्योंकि ये ट्रेल्स पार्क से होकर गुजरते हैं। बांधवगढ़ का किला यहां की पहाड़ी पर लगभग 807 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह किला भारत के प्राचीन किलों मे गिना जाता है, जो 2000 साल से भी पुराना है। वर्तमान में यह किला खंडहर में तब्दील हो चुका है। इस किले में कई गुफाएं और पुरानी पेंटिंग्स मौजूद है। आप यहां भगवान विष्णु की 35 फीट ऊंची प्रतिमा देख सकते हैं। एक रोमांचक सैर के लिए आप यहां आ सकते हैं।
बामेरा बांध
उपरोक्त स्थानों के लिए अलावा बामेरा बांध की सैर का प्लान बना सकते हैं। यह स्थल बांधवगढ़ नेशनल पार्क से 10 कि.मी की दूरी पर स्थित पानपाथा अभयारण्य में मौजूद है। शानदार प्राकृतिक आकर्षणों से भरा यह स्थल पक्षी विहार के लिए काफी खास माना जाता है। इसके अलावा यह एक शानदार पिकनिक स्पॉर्ट भी है, जहां आप वीकेंड पर पर्यटकों को मौज मस्ती करते देख सकते हैं। पारिवारिक भ्रमण हो या दोस्तों के साथ ट्रिप प्लान, यह स्थल दोनों के लिए उपयुक्त है। शहर की भागदौड़ से दूर बामेरा बांध एक आदर्श स्थल है।