दक्षिण भारत स्थित केरल पर्यटन के लिहाज से काफी खास माना जाता है, यहां के समुद्री तट, बैकवाटर, पहाड़ियां और ग्रामीण परिवेश देश-विदेश के सैलानियों को बहुत ज्यादा प्रभावित करते हैं। इन खूबियों के चलते यहां साल भर पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है। जैव विविधता से समृद्ध यह राज्य हर तरह के सैलाानियों का स्वागत कर उनके मनोरंजन को दुगना करने की क्षमता रखता है। एक प्रकृति प्रेमी से लेकर एडवेंचर के शौकीन यहां आ सकते हैं।
समुद्री तटो से हटकर अगर बात केरल के ग्रामीण इलाकों की कि जाए, तो वे भी खूबसूरती के मामले में किसी दर्शनीय स्थल से कम नहीं। आज इस लेख के माध्यम से हमारे साथ जानिए केरल के कोट्टायम स्थित एक ऐसे ही गांव के बारे में , जो अपने लुभावने वातावरण और खूबसूरती के बल पर सैलानियों को काफी ज्यादा आकर्षित करता है। जानिए पर्यटन के लिहाज से यह गांव आपके लिए कितना खास है।
कोट्टायम का टीकोय गांव
हम बात कर रहे हैं केरल की शांत पहाड़ियों और हरे-भरे परिदृश्य के बीच स्थित टीकोय गांव की, जो हाल के महीनों में एक शानदार पर्यटन गंतव्य बनकर उभरा है। अपने आरामदायक वातावरण और प्राकृतिक परिदृश्य के बल पर यह गांव केरल आने वाले सैलानियों को बहुत हद तक प्रभावित कर रहा है।
पहाड़ियों, घाटी और झरनों की मौजूदगी के साथ यह स्थल शहरी शोर शराबे से कहीं दूर एक शानदार वीकेंड गेटवे है। यह गांव 19वीं शताब्दी में अस्तित्व में आया था, और यह अपने प्रकार का एकमात्र जिला का गांव है। अगर आप किसी एकांत स्थल की खोज में हैं तो यहां जरूर आएं।
आने का सही समय
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यह केरल का एक खास गांव है, जहां का मौसम सालभर खुशनुमा बना रहता है। आप यहां साल के किसी भी महीने आकर इस खूबसूरत गांव का भ्रमण कर सकते हैं। लेकिन अगर आप मानसून के दौरान यहां का भ्रमण करें तो ज्यादा आनंद की अनुभूति कर सकते हैं।
जुलाई से लेकर आप आप सितंबर के शुरुआती दिनों के बीच आप यहां आ सकते हैं। इस दौरान आप यहां कुदरती सुंदरता का ज्यादा लुत्फ उठा पाएंगे। एक यादगार ट्रिप के लिए आप यहां अपने परिवार या दोस्तों के साथ आ सकते हैं।
क्यों आएं टीकोय ?
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किसी भी स्थल की सैर करने के पहले यह सवाल बहुत ज्यादा मायने रखता है कि आप अमुख गंतव्य पर क्यों जाएं? टीकोय के बारे में कहा जाता है कि यह गांव जितना प्राकृतिक रूप से खास है उतना कला-संस्कृति के मामले मे भी समृद्ध है। इस गांव के माध्यम से आप इस केरल की ग्रामीण जीवनशैली और संस्कृति को आसानी से समझ सकते हैं।
टीकोय गांव के आपसपास फैली खूबसूरती पर्यटन के लिहाज से काफी खास है। अगर आप असल प्राकृतिक सौंदर्यता का आनंद लेना चाहते हैं, तो यहां आ सकते हैं। आप यहां के वार्षिक त्योहार और चर्च में होने वाले आयोजनों का हिस्सा बन सकते हैं।
टिकायो गांव के लोग काफी पढ़े-लिखे और समझदार हैं, इसलिए उनसे संपर्क स्थापित करने में आपको किसी दिक्कत का सामना करना नहीं होगा। स्थानीय लोगों से मिलकर आप गांव के बारे में और भी जानकारी एकत्र कर सकते हैं।
कोट्टायम के अन्य आकर्षण
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टिकोय भ्रमण के दौरान आप जिले के आसपास अन्य पर्यटन आकर्षणों का भ्रमण कर सकते हैं। आप यहां से 13 किमी की दूरी पर स्थित कुमाराकोम की सैर का आनंद ले सकते हैं। यह स्थल प्रयटन के लिहाज से काफी खास माना जाता है, जहां आप प्राकृतिक सुंदरता का आनंद जी भकरकर उठ सकते हैं। आप यहां की पक्षी अभयारण्य की सैर भी कर सकते हैं, जहां आपको देशी के अलावा प्रवासी पक्षियों को देखने का भी मौका प्राप्त होगा।
अगर आप चाहें तो कोट्टयाम से वायकॉमकी सैर भी कर सकते हैं। वायकॉम अपने प्राकृतिक आकर्षणों के साथ-साथ ऐतिहासिक महत्व भी रखता है। यह स्थल वायकॉम सत्याग्रह के लिए ज्यादा जाना जाता है। यह भारत के महत्वपूर्ण आंदोलन में गिना जाता है, जो भारतीय समाज की छुआछूत वाली मानसिकता के खिलाफ था। यह स्थल अपने मंदिरों के लिए भी जाना जाता है।
कैसे करें प्रवेश
टीकोय कोट्टायम का एक प्रसिद्ध गांव है, जहां आप परिवहन की मदद से आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां का नजदीकी हवाईअड्डा कोच्चि एयरपोर्ट है। रेल मार्ग के लिए आप कोट्टायम रेलवे स्टेशन का सहारा ले सकते हैं।
कोट्टायम रेलवे भारत के कई बड़े शहरों और राज्यों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। अगर आप चाहें तो यहां सड़क मार्गों से भी पहुंच सकते हैं। बेहतर सड़क मार्गों से कोट्टायम दक्षिण भारत के बड़े शहरों से अच्छी तरह जुड़ा है।